गालिब का जन्मदिन और उनकी यादें । mpnan Dec 27, 2022 0 “कोई मेरे दिल से पूछे, तेरे तीर-ए-नीमकश को ये खलिश कहां से होती - जो जिगर के पार होता” कहाँ मयखाने का दरवाज़ा ग़ालिब और कहाँ वाइज़"" पर इतना जानते है कल वो जाता था कि हम निकले ।। Read More...