कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन की खबर चिंताजनक: जमाअत इस्लामी हिन्द

कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन की खबर चिंताजनक: जमाअत इस्लामी हिन्द

विशेष संवादाता

नई दिल्ली – जमाअत इस्लामी हिन्द  ने कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन की खबरों पर चिंता जताई है। जमाअत इस्लामी हिन्द  के अमीर सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने अपने प्रेस बयान में कहा, “हम कश्मीर में हालिया मुठभेड़ों में आम नागरिकों के हताहत होने की खबरों से चिंतित हैं। यह खबर और अधिक चिंताजनक है कि मृतकों के परिजनों को मृत शरीर हासिल करने में भी बड़ीकठिनाइयों और देरी का सामना करना पड़ा। । एनआईए द्वारा एक प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता की गिरफ्तारी भी खेदजनक है। क्रॉस फायरिंग के दौरान मारे गए आम नागरिकों को जमीनी कार्यकर्ता (ओजीडब्ल्यू) क़रार दे देने से जनता का पुलिस में विश्वास बहाल नहीं हो सकता। हालांकि,  यहाँ पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के प्रति जनता का विश्वास पहले से ही कम है।“

उन्होंने कहा, “हम मुठभेड़ में मारे गए आम नागरिकों की हत्या की स्वतंत्र उच्च स्तरीय न्यायिक जांचों और तदनुसार न्याय की आवश्यकताओं को तेजी से पूरा करने की मांगों का समर्थन करते हैं करते हैं।” अगर ऐसी घटनाएं होती रहती हैं और उनके खिलाफ सरकार द्वारा कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की जाती है, तो आम कश्मीरियों की धारणा मजबूत होगी कि सरकार दोषी पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों को बचाने की कोशिश करती है और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती। हम अपने विगत के पक्षों को दोहराते हैं कि कश्मीर के मुद्दों को लोगों और उनके प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। ऐसा लगता है कि राज्य में लोकतांत्रिक मूल्य गायब हो रहे हैं और लोकतांत्रिक संस्थानों का तेजी से पतन हो रहा है जबकि उन्हें स्थायित्व देने और मजबूत करने की आवश्यकता है। ” अपने बयान के अंत में अमीर जमाअत ने केंद्रीय सरकार को वादा याद दिलाया कि कश्मीर का राज्य का दर्जा जल्द से जल्द बहाल किया जाएगा और वहां स्वतंत्र चुनाव कराए जाएंगे।

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