दिल्ली को लटकते 11 किलो वाट के बिजली के नंगे तारों से मिलेगी मुक्ति
मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक जिम्मेदार और संवेदनशील सरकार होने के नाते दिल्ली की जनता को हर स्तर पर सुरक्षा और सुविधाएं प्रदान करने की हमारी जिम्मेदारी है। इसी के मद्देनजर यह पालिसी लाई गई है, ताकि बेयर कंडक्टर को इंसुलेटेड कंडक्टर में बदल कर दिल्ली की जनता को जान-माल के संभावित खतरे से हमेशा के लिए छुटकारा दिलाया जा सके। दिल्ली सरकार, दिल्ली की गलियों में लटकते बिजली के तारों को अंडर ग्राउंड करने पर काम भी कर रही है, ताकि दिल्ली की जनता विद्युत खतरे से पूरी तरह सुरक्षित हो सकें। साथ ही इससे दिल्ली की खुबसूरती में भी चार चांद लग सके। वहीं, बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के अंदर गुजरते 11 किलोवॉट के नंगे विद्युत तार दिल्ली वालों की जान-माल के लिए खतरा बने हुए हैं। भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना से बचाव के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने 11 केवी बेयर कंडक्टर को इंसुलेटेड कंडक्टर में बदलने के लिए यह पालिसी लाई है।
*इन क्षेत्रों में 11 केवी बेयर कंडक्टर को इंसुलेटेड कंडक्टर में बदला जाएगा*
विद्युत विभाग द्वारा जिन क्षेत्रों में 11 किलोवॉट बेयर कंडक्टरों का इंसुलेटेड कंडक्टरों में बदला जाना है, उसे चिंहित किया गया है। इसमें नियमित अनधिकृत कॉलोनिया या शहरीकृत गांव व पुनर्वास कॉलोनियां या ग्रामीण क्षेत्र में 20 सूत्रीय कार्यक्रम के तहत स्थापित कालोनियां या ग्रामीण क्षेत्र, जैसे लाल डोरा और विस्तारित लाल डोरा या नाम और पंजीकरण संख्या के साथ अनधिकृत कॉलोनी और संबंधित राजस्व गांव या क्षेत्र का खसरा नंबर, जिससे 11 केवी बेयर कंडक्टर गुजर रहे हैं, शामिल है।
*काम पूरा होने के बाद विद्युत वितरण कंपनी को दी जाएगी धनराशि*
दिल्ली सरकार का बिजली विभाग प्रस्तावित कार्य को पूरा करने के लिए संबंधित डिस्कॉम को स्वीकृति पत्र जारी करेगा और विद्युत वितरण कंपनियां 11 केवी बेयर कंडक्टर को इंसुलेटेड कंडक्टर में बदलने के लिए आवश्यक होने पर संबंधित विभागों से अनुमति प्राप्त करेंगी। दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड (डीटीएल) प्रोजेक्ट के कार्य पूरा होने से पहले और बाद की तस्वीरों के साथ सत्यापन निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा और यह प्रमाणित करेगा कि निर्धारित मानदंडों, नियमों और शर्तों के अनुसार कार्य किया गया है, जिसके बाद बेयर कंडक्टर को इंसुलेटेड कंडक्टर में बदलने वाली विद्युत वितरण कंपनी को धनराशि जारी की जाएगी।
*इन क्षेत्रों में रूपांतरण पर आने वाली 100 फीसद लागत दिल्ली सरकार वहन करेगी*
दिल्ली सरकार की तरफ से 11 केवी बेयर कंडक्टर का इंसुलेटेड कंडक्टर में बदलने के लिए फंड दिया जाएगा। दिल्ली सरकार ग्रामीण क्षेत्र में 20 सूत्रीय कार्यक्रम के तहत स्थापित कॉलोनियों के मामलों में, अन्य ग्रामीण क्षेत्रों, जैसे लाल डोरा क्षेत्र और विस्तारित लाल डोरा क्षेत्र में, फार्महाउस मालिकों के अलावा अन्य किसानों के संबंध में, शहरीकृत गांव और पुनर्वास कॉलोनियों सहित नियमित अनधिकृत कॉलोनियों के मामलों में 11 केवी बेयर कंडक्टर के रूपांतरण की लागत का 100 फीसद खर्च का वहन करेगी। इसके अलावा, अनधिकृत कॉलोनियों के संबंध में ब्रदर कंडक्टर से इंसुलेटेड कंडक्टर में बदलने की लागत का 100 फीसद खर्च दिल्ली सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
*’जगमगाती दिल्ली’ प्रोग्राम के तहत अंडर ग्राउंड किए जा रहे लटकते बिजली के तार*
दिल्ली सरकार दिल्ली वालों की जान-माल की सुरक्षा को लेकर हमेशा से गंभीर रही है। इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार ‘जगमगाती दिल्ली’ प्रोग्राम के तहत दिल्ली की गलियों में लटकते तारों के जंजाल से मुक्ति दिलाएगी। इस पर काम चल रहा है और चांदनी चौक के सौंदर्यीकरण के दौरान प्रोजेक्ट के अंतर्गत लटकते तारों को अंडर ग्राउंड किया गया है। इसी तरह, बाकी दिल्ली को भी लटकते तारों के जंजाल से छुटकारा दिलवाने के लिए विस्तृत कार्य योजना बनाई गई है। आने वाले समय में दिल्ली की गलियों में लटकते हुए तार नहीं दिखेंगे। जिसके बाद हमेशा के लिए बिजली से दुर्घटना की संभावनाएं खत्म हो जाएंगी।
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