दिल्ली सरकार पर कांग्रेस का हमला। तेल पर दाम कम क्यों नही ?
दिल्ली सरकार पर कांग्रेस का हमला – तेल पर दाम कम क्यों नही ?
एस. ज़ेड. मलिक (पत्रकार)
नई दिल्ली – भारत सरकार द्वारा अब तक आये दिन पेट्रोल/डीज़ल पर दाम बढ़ाये जाते रहे हैं लेकिन पिछले 72 घण्टे में केंद्र सरकार ने तेल के बढ़ते दामों में कुछ कटौती करने का एलान किया तो भेजपा शासित प्रदेशों ने भी अपने अपने राज्यों तेल के दामों में कटौती कर कांग्रेस को असमंजस में डाल दिया है।
अब दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि देश सहित दिल्ली में पेट्रोल व डीजल की दरों में अत्यधिक बढ़ोत्तरी के साथ-साथ केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा आसमान छूती टैक्स वसूली के कारण उपभोक्ता पूरी तरह हताहत हैं। प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के नेतृत्व में आज सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिल्ली सचिवालय आई.टी.ओ. पर दिल्ली में पेट्रोल और डीजल पर वेट टैक्स की कटौती की मांग करते हुए धरना दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथों नारे लिखी तख्तियां लेकर ‘‘झूठ-लूट की सरकार नही चलेगी-नही चलेगी’’, ‘‘पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करो-करो’’ आदि गगनचुंबी नारे लगा रहे थे। धरना स्थल पर प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के साथ पूर्व सांसद श्री रमेश कुमार, पूर्व विधायक जय किशन, हरी शंकर गुप्ता, भीष्म शर्मा, अमरीश गौतम, विजय लोचव, राजेश जैन, कुंवर करण सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक दत्त और शिवानी चौपड़ा, प्रदेश महिला अध्यक्ष अमृता धवन, कम्यूनिकेशन विभाग के उपाध्यक्ष परवेज आलम, पार्षद अमरलता सांगवान, जिला अध्यक्ष मौहम्मद उस्मान, हरी किशन जिंदल, राजेश चौहान, दिनेश कुमार, कैलाश जैन, विरेन्द्र कसाना, पूर्व निगम पार्षद अनिल वशिष्ठ, ईश्वर बागड़ी, सविता शर्मा, धीरज बसौया, जावेद मिर्जा, डा0 नरेश कुमार, किसान सेल चैयरमेन राजबीर सौलंकी, जगजीवन शर्मा, नरेश शर्मा नीटू मुख्य रुप से मौजूद थे।
चौ0 अनिल कुमार ने धरना स्थल पर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि अरविन्द केजरीवाल पंजाब सरकार के मॉडल पर दिल्ली में तुरंत प्रभाव से पेट्रोल पर कम से कम वेट टैक्स में 10 रुपये और डीजल पर 5 रुपये कम करके दिल्ली की जनता को राहत दें, जिस तरह पंजाब की कांग्रेस सरकार ने अपने राज्य में दिया है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल अपने आप को दिल्ली का बेटा कहते है, जिसको साबित करने का यह उनके लिए सही समय है कि वे दिल्ली में वैट की दरों में कटौती करके अपना दायित्व निभाऐं। उन्होंने कहा कि जब-जब केजरीवाल दूसरे राज्यों में चुनावी पर्यटन पर जानते है, बार-बार दिल्ली मॉडल का गुणगान करते है, अब वक्त आ गया है कि कांग्रेस के पंजाब मॉडल का अनुसरण कर दिल्लीवासियों को भी बढ़ते डीजल-पेट्रोल के दामों पर वैट कम करके राहत दे।चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली की जनता पहले से ही महामारी बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से गुजर रही है। खाद्य पदार्थों के दाम आसमान छू रहे है। महंगाई पर नियंत्रण करने में अरविन्द केजरीवाल का दिल्ली मॉडल पूरी तरह विफल रहा है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की दरों में बढ़ोत्तरी के कारण बढ़ती महंगाई से देश सहित दिल्ली के लोग परेशान है, जिनकी पीड़ा को समझने की बजाय तानाशाही सरकारें अपने अहंकार में चूर है, जो अपने चुनावी उद्ेश्यों की पूर्ति के लिए जनता के दर्द को लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी में संक्रमितों के बढ़ते आंकड़ो के लिए भाजपा सहित दिल्ली की आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार बराबर की जिम्मेदार थी और कोविड काल में सरकारों की असंवेदनशीलता के कारण देश की अर्थव्यवस्था धराशाही हो गई।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में केजरीवाल की दिल्ली सरकार ने डीजल और पेट्रोल पर वैट टैक्स के द्वारा 25 हजार करोड़ से भी अधिक अपने खजाने में जमा कर चुकी है। अब समय आ गया है कि वे दिल्ली की जनता से वसूले गए पैसे का इस्तेमाल उन्हें पेट्रोल व डीजल पर वैट में कटौती करके दिल्ली के लोगों को राहत दें।
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