भारतीय राजनीतिक अखाड़े के एक तजुर्बेकार और दूरदर्शी पहलवान साबित हुए केजरीवाल।
केजरीवाल का फ्यूचर प्लान – बुजुर्गों की दुआ से भारत प्रधानमंत्री बनना ? भारतीय राजनीतिक अखाड़े के एक तजुर्बेकार और दूरदर्शी पहलवान साबित हुए केजरीवाल।
एस .ज़ेड. मलिक
नई दिल्ली – आगामी 2022 में पांच राज्यों में चुनाव , ज़रा सोंचिये ! यूपी और पंजाब दिल्ली आस-पास !! और अन्य तीन राज्य दिल्ली से कोसो दूर, लेकिन वहां भी तीर्थ स्थल इसलिये वहां भी जाना है ज़रूर !! जब उन तीर्थ स्थलों पर दर्शन के लिये जाएंगे हमारे भारत के बुज़ुर्ग, तो स्पष्ट है, इसका असर सम्पूर्ण भारत पर पड़ेगा हुज़ूर ! फिर तो 2024 के लोकसभा के चुनाव में भारत की जनता सोंचने के होगी मजबूर !! चलिये पढ़िए हमारे बीबीसी हिंदी की रिपोर्ट –
कड़ी सुरक्षा और ‘जय श्री राम’ के नारे के बीच दिल्ली सरकार की ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ के तहत अयोध्या के राम मंदिर तक 1,000 श्रद्धालुओं को लेकर जाने वाली पहली ट्रेन शुक्रवार को सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना हुई।
इस मौक़े पर मुख्यमंत्री केजरीवाल मौजूद रहे और ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर श्रद्धालुओं को विदा किया। ट्रेन के रवाना होने के बाद उन्होंने कहा,‘’हमारे कई वरिष्ठ नागरिक आज श्री रामलला के दर्शन करने अयोध्या गए हैं। यह हम सभी के लिए ख़ुशी की बात है. मैं यहां इन सभी लोगों से मिलने आया हूँ और सब बहुत ख़ुश हैं।‘’
मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली सरकार इस मौक़े पर स्टेशन पर ही एक कार्यक्रम का आयोजन भी करना चाहती थी लेकिन केंद्र सरकार की ओर से इसकी इजाज़त नहीं दी गई।
दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों से शाम सात बजे तक बसों में लोग स्टेशन पहुँचते रहे, बसों से उतरते हुए श्रद्धालुओं ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’के तहत श्रीराम के दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं ने दिल्ली सरकार की इस पहल की तारीफ़ की।
एक श्रद्धालु आशीष नेगी कहते हैं, ‘’दिल्ली में चुनाव नहीं है, अगर दिल्ली में भाजपा की सरकार होती तो यह तीर्थ यात्रा चुनाव से कुछ दिन पहले हो रही होती।‘’
एक अन्य श्रद्धालु संतोषी देवी कहती हैं,‘’हमारा बेटा नहीं है लेकिन आज महसूस हो रहा है कि मेरा बेटा है. जब चुनाव आएगा तो हम सोचेंगे।’
इस योजना के तहत अब तक कुल 35,080 लाभार्थियों ने यात्रा की है साथ ही उन्हें एक लाख का बीमा कवर भी दिया गया है. इस योजना की शुरूआत में 13 तीर्थ स्थानों को शामिल किया गया था लेकिन अब इसमें पाकिस्तान में करतारपुर साहिब और तमिलनाडु में वेलंकन्नी चर्च कोभी शामिल कर लिया गया है।
आप लोगों ने यह सारी रिपोर्ट तो सही से पढ़ लिया होगा, अब आप लोग ही बताइये क्या आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, क्या लगता? जन हितैषी या भारत हितैषी यानी भारत की सत्ता के लिये यह दूरअनदेश , दूरदर्शी कदम उठा रहे हैं ? बहरहाल, केजरीवाल अब राजनीतिक अखाड़े के एक तजुर्बेकार पहलवान साबित हो रहे है। फिलहाल दिल्ली को तो सही से चला रहे हैं ।
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