राजधानी दिल्ली दमघोटू वायु प्रदूषण के कारण से एक बार फिर गैस चैम्बर बन गई दिल्ली – चौ0 अनिल कुमार
राजधानी दिल्ली दमघोटू वायु प्रदूषण के कारण से एक बार फिर गैस चैम्बर बन गई दिल्ली – चौ0 अनिल कुमार
एस. ज़ेड. मलिक (पत्रकार)
नई दिल्ली – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के नेतृत्व में जन जागरण पोल खोल यात्रा आज नजफगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी की विकास पुरी विधानसभा में माता भगवती चौक, बीकानेर स्वीट्स के नजदीक, डीडीए एलआईजी फ्लैट, हस्तसाल से शुरु हुई। जन जागरण पोल खोल यात्रा में दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार और भाजपा शासित निगमों की गलत नीतियों से परेशान महिलाओं और क्षेत्रीय निवासियों के साथ युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई, सेवादल सहित जिला एवं ब्लाक के साथ सेल एवं विभागों के हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
जन जागरण पोल खोल यात्रा के दौरान मौजूद हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के भयंकर संकट पर सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप करते हुए अरविन्द केजरीवाल सरकार को तुरंत प्रदूषण नियंत्रण के लिए कठोर कदम उठाने के निर्देश दिए है। दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण एक ज्वलंत मुद्दा है, जिसमें वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण के कारण राजधानी में हालात आपातकाल की की स्थिति जैसे बन गए है और लोगों को घर में भी मास्क लगाना पड़ रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी टिप्पणी की है कि प्रदूषण की आपातकाल स्थिति में राज्यों को राजनीति करने की बजाय प्रदूषण नियंत्रण के लिए सकारात्मक मजबूत कदम उठाने जरुरत है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा यह कहना कि राजधानी में प्रदूषण के लिए किसान जिम्मेदार नही है, इससे केजरीवाल को भविष्य के लिए सबक लेना चाहिए कि वे पराली पर रोने की बजाय प्रदूषण के मुख्य कारकों को मद्देनजर प्रदूषण नियंत्रण के लिए योजनाओं पर ध्यान केन्द्रित करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही राजधानी में प्रदूषण के लिए वाहनों, उघोग, धूल और अन्य चीजों को जिम्मेदार बताकर केजरीवाल सरकार को चेतावनी देती आई है, जिसकी पुष्टि सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली सरकार को दिए निर्देश में मुख्य तौर से की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण मुख्यतः नीजि वाहनों से होता है।
जन जागरण पोल खोल यात्रा में चौ0 अनिल कुमार के साथ अ0भा0क0कमेटी के नजफगढ़ जिला कॉआर्डिनेटर, हरियाणा के विधायक श्री धर्म सिंह छोकर, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री जय किशन, कम्यूनिकेशन विभाग के चैयरमेन पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज, पूर्व विधायक श्री सुमेश शौकीन, प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन, जिला अध्यक्ष श्री ओमदत्त यादव, निगम पार्षद सुरेश कुमार, ब्लाक अध्यक्ष सतबीर शर्मा, बलवान यादव, जतिन सेहरावत, प्रो0 पंकज गर्ग मुख्य रुप से मौजूद थे।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि ऐसा क्यों है कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार न्यायालय द्वारा हस्तक्षेप करने पर ही किसी संकट से उबारने के लिए काम करती है। क्या जनप्रतिनिधि सरकार की जिम्मेदारी नही कि वो जनता पर संकट आने से पहले ही कार्य योजनाऐं बनाऐ? चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि बच्चां के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए दिल्ली सरकार स्कूलों को कुछ दिनों के लिए बंद कर देना चाहिए तथा सरकार को सड़कों पर गाड़ियों की रोक लगाने पर भी विचार करना चाहिए, क्योंकि सड़कों पर निजी वाहनों से निकलने वाला धुंआ प्रदूषण का मुख्य कारण है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार और भाजपा शासित निगमों की लापरवाही का ही नतीजा है आज राजधानी में दमघोटू प्रदूषण लोगों की सांसों का संकट बन गया है क्योंकि दिल्ली एक बार फिर गैस चैम्बर बन गई है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रतिदिन नए-नए असफल कार्यक्रमों की घोषणा करके लोगों को भ्रमित कर रहें है, जबकि प्रदूषण खतरनाक स्तर से कहीं अधिक उॅचाईयों पर पहुॅच रहा है और दिल्ली में ए.क्यू.आई प्रदूषक पीएम 10 है। पिछले 7 वर्षो से केजरीवाल सरकार प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए स्मॉग टावर, रेड लाईट ऑन-गाड़ी ऑफ, ऑड-इवन कार्यक्रम तो चलाए परंतु कोई मजबूत उपाय नही अपनाए जबकि दीवाली उपरांत हर वर्ष राजधानी प्रदूषण के स्वास्थ्य आपातकाल से गुजरती है।
चौ0 अनिल कुमार ने यात्रा के दौरान अनुभव किया कि क्षेत्र की स्थिति दयनीय है, सुविधाओं का अभाव है। भाजपा शासित निगम की मुख्य जिम्मेदारी सफाई व्यवस्था होने बावजूद सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। उन्होंने कहा कि निगम सड़कों, गलियों में गंदगी और भरी हुई नालियां दिल्ली में बढ़ते डेंगू के मामलों में सहायक साबित हो रही हैं। निगम वार्डों में सफाई व्यवस्था दुरस्त नही है जनता बदलाव चाहती है, क्योंकि भ्रष्ट भाजपा के 15 वर्षों में क्षेत्र का विकास हाशिए पर आ गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना उपरांत राजधानी में लोगों की बिगड़ती आर्थिक स्थिति पर दिल्ली के केजरीवाल सरकार को गरीब, मजूदर, निम्न व मध्यम वर्ग के लोगों की अजीविका को सुचारु रुप राहत देने की बजाय मुफ्त राशन योजना को अगले 6 महीने के लिए टाल दिया है।
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