संयुक्त अरब अमीरात ने फ्रांस से लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर ख़रीदने का फ़ैसला किया।
संयुक्त अरब अमीरात ने फ्रांस से लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर ख़रीदने का फ़ैसला किया।
एजेंसी
नई दिल्ली – फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि दुबई एक्सपो 2020 के मौक़े पर अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन ज़ाएद (एमबीजेड) और मैक्रों ने इस सौदे पर हस्ताक्षर किए।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ यह फ्रांसीसी लड़ाकू विमान की अब तक की सबसे बड़ी विदेशी डील है। ये समझौता फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने खाड़ी देशों की दो दिवसीय यात्रा के दौरान किया है. मैक्रों इस दौरान क़तर और सऊदी अरब भी जाएंगे।
राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘’इस सौदे के कारण दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी पहले से कहीं ज़्यादा मजबूत हुई है और ये सौदा सीधे तौर पर क्षेत्रीय स्थिरता में योगदान देने वाला है।‘’
लगभग19.20 अरब डॉलर के हथियारों के इस सौदे के ज़रिए फ्रांस और यूएई के आर्थिक और राजनीतिक रिश्ते मज़बूत हुए है।
मैक्रों की ये यात्रा ऐसे वक़्त में हो रही है, जब खाड़ी देशों में अमेरिका को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
यूएई में पेरिस का स्थायी सैन्य अड्डा है और इस बड़े निवेश के साथ ही फ्रांस के नेता मैक्रों और एमबीजेड के बीच बेहतर संबंध स्थापित हुए हैं।
डील के बाद फ्रांस की हथियार निर्माता कंपनी दासो एविएशन के शेयर 9 फ़ीसदी तक मंहगे हो गए. ये किसी देश की ओर से एक साथ की गई रफ़ाल की सबसे बड़ी ख़रीद है।
इस साल यूएई से पहले रफ़ाल को लेकर ग्रीस, मिस्त्र और क्रोएशिया के साथ भी फ्रांस की डील हुई है।
इसके अलावा यूएई ने 12 सैन्य विमान काराकल हेलिकॉप्टरों का भी ऑर्डर दिया है, ये सुपर प्यूमा हेलिकॉप्टर H225M का फ्रेंच कोड नाम है।
फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने इस सौदे को ‘’ऐतिहासिक” बताया है।
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