41वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला का उद्घाटन समारोह।

41वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला इस वर्ष, प्रधानमंत्री के फॉर्मूला "वोकल फॉर लोकल एंड लोकल टू ग्लोबल"  विषय पर आधारित

आई.टी.पी.ओ. को स्वदेशी नाम से मई और जून में, वर्ष में दो मेलों आयोजित करना चाहिए और, हो सके तो ऐसे मेले अयोध्या और मथुरा जैसे स्थानों पर किसी हिन्दू त्योहार के अवसर पर आयोजित किया जाना चाहिये – पीयूष गोयल

41वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला का उद्घाटन समारोह।

आई.टी.पी.ओ. को चाहिये कि स्वदेशी नाम से मई और जून में, वर्ष में दो मेलों आयोजित करना चाहिए और, हो सके तो ऐसे मेले अयोध्या और मथुरा जैसे स्थानों पर किसी हिन्दू त्योहार के अवसर पर आयोजित किया जाना चाहिये – पीयूष गोयल

एस. ज़ेड . मलिक (पत्रकार) 
नई दिल्ली -41वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला इस वर्ष, प्रधानमंत्री के फॉर्मूला “वोकल फॉर लोकल एंड लोकल टू ग्लोबल”  विषय पर आधारित 14 नवम्बर 2022 से नई दिल्ली के प्रगति मैदान में इंडियन ट्रेड प्रोमोशन ऑर्गनाइजेशन के तत्वाधान में आरम्भ हुआ जिसका उद्घाटन 5 नम्बर हाल में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल द्वारा किया गया – इस अवसर पर श्री सोम प्रकाश, वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री, भारत सरकार , श्रीमती अनुप्रिया पटेल, वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री, भारत सरकार। भारत सरकार, श्री सुनील बर्थवाल, वाणिज्य सचिव, सरकार, श्री के.एन. बालगोपाल, वित्त मंत्री, भारत सरकार, श्री दुर्गा शंकर मिश्रा, उत्तरप्रदेश सरकार के मुख्य सचिव,  श्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, प्रभारी मंत्री, पेयजल और स्वच्छता विभाग, झारखंड सरकार, श्री उदय सामंत, उद्योग मंत्री, महाराष्ट्र सरकार और श्री आलोक कुमार, निदेशक, उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, बिहार, श्री प्रदीप सिंह खरोला, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, आईटीपीओ और श्री विभु नायर, कार्यकारी निदेशक, आईटीपीओ, विदेशी प्रतिनिधि, प्रतिभागी और मीडियाकर्मी उपस्थित थे। तथा मंच संचालन विवेकानंद विवेक वरिष्ठ प्रबंधक आईटीपीओ ने किया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा ” उद्योग, में स्टार्ट-अप इंडिया के तहत विशेष रूप से महिला उद्यमियों और ग्रामीण कारीगरों को एक आदर्श मंच प्रदान कर उन्हें आगे बढ़ने का अवसर देना चाहिये।  उन्होंने संकेत दिया कि आईईसीसी भारत के माननीय प्रधान मंत्री द्वारा परिकल्पित ‘न्यू इंडिया’ का एक अनूठा प्रतीक भी होगा। उन्होंने आईटीपीओ सुझाव देते हुए कहा कि आई.टी.पी.ओ. को मई और जून में, वर्ष में दो मेलों आयोजित करना चाहिए और इसका नाम “स्वदेशी मेला” दिया जा सकता है, वहीं उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मेले अयोध्या और मथुरा जैसे स्थानों पर किसी हिन्दू त्योहार के अवसर पर आयोजित किया जाना चाहिये, ताकि इसका लाभ अधिक से अधिक वयापारिओं और कौशल युक्त लोगो मिल सके और इस मेले में बूथ उचित दरों पर दिया जाना चाहिए ताकि निम्न वर्गीय व्यापारी भी इसका लाभ ले सकें। अंत मे उन्होंने आईटीपीओ के तमाम महकमे के कर्मचारियो एवं अधिकारियों की क्रिया कलापों साज सज्जा एवं व्यावस्था की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया।
वहीं मंच पर उपस्थित श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने ओडीओपी यानी एक जिला एक उत्पाद की योजना पर भी प्रकाश डाला। ओडीओपी को एक जिले की वास्तविक क्षमता को साकार करने, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, रोजगार और ग्रामीण उद्यमिता पैदा करने और हमें आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य तक ले जाने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि एशियाई महाद्वीप में प्रतिष्ठित स्थान हासिल करने के अलावा आईआईटीएफ ने वैश्विक कैलेंडर में अपने लिए एक जगह बनाई है। अब एक रिकॉर्ड में, मेले का 41वां वार्षिक संस्करण अपने आप में एक बहुत बड़ा मील का पत्थर है, खासकर जब देश भारत की आजादी के 75वें वर्ष ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है। अपने वक्तव्य के अंत मे उन्होंने आईटीपीओ के साज-सज्जन व व्यावस्था करने वाले कर्मचारियों एवं अधिकारियों की सराहना की।
इस अवसर पर आईटीपीओ के सीएमडी श्री प्रदीप सिंह खारोला ने अपने स्वागत भाषण में आईआईटीएफ 2022 (14-27 नवंबर) की मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आईटीपीओ ने प्रदर्शकों और आगंतुकों के लिए समान रूप से भागीदारी के समग्र अनुभव को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए हैं। ITPO ने स्टालों और अन्य सेवाओं की बुकिंग के लिए एक पारदर्शी ऑनलाइन प्रणाली, पहले पांच दिनों के दौरान गणमान्य व्यक्तियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण, मेले के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन और सूचना के प्रदर्शन के लिए एलईडी स्क्रीन की शुरुआत की है। उन्होंने सभी हितधारकों से इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने की भी अपील की।
इस वर्ष, “वोकल फॉर लोकल एंड लोकल टू ग्लोबल” मेले का विषय है, जैसा कि माननीय प्रधान मंत्री द्वारा “आत्मानबीर भारत” (आत्मनिर्भर भारत) के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कल्पना की गई है। यह वैश्विक व्यापार बिरादरी के लिए भारत मे व्यापार जगत में निवेश करने एक बहुत बेहतरीन अवसर प्रदान करता जिस से एशियाई अर्थव्यवस्था को मौलिक रूप से बदल सकता है। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले का उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था में कुछ नए विश्वास और जोश का संचार पैदा करना है।
(मंच संचालन करते आईटीपीओ के वरिष्ठ प्रबंधक श्री विविकानंद विवेका)
मेला 14 नवंबर से 18 नवंबर, 2022 तक व्यावसायिक आगंतुकों के लिए खुला है, जबकि सभी आगंतुक 19 नवंबर से 27 नवंबर, 2022 तक मेले में आ सकते हैं। नए प्रदर्शनी परिसर के अलावा, मेले का आयोजन हॉल 7, 8, 9 में किया गया है। , 10, 11, 12, और 12ए। इस बार मेला 27 नवंबर को शाम साढ़े चार बजे तक खुला रहेगा। प्रगति मैदान के किसी भी गेट और सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन/प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन पर टिकटों की बिक्री नहीं होगी।
जनता/आगंतुकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने प्रारंभिक मेट्रो स्टेशनों से अग्रिम रूप से टिकट खरीदकर और आईटीपीओ पोर्टल यानी www.indiatradefair.com के माध्यम से ऑनलाइन टिकट खरीदकर सहयोग करें और अपनी यात्रा की योजना बनाएं।
Leave A Reply

Your email address will not be published.