जान है तो जहान है – दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से बचाव के लिये दिल्ली सरकार ने केंद्र से मदद मांगी

जान है तो जहान है – दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से बचाव के लिये दिल्ली सरकार ने केंद्र से मदद मांगी

एस. ज़ेड. मलिक (पत्रकार)

नई दिल्ली – कहा जाता है कि जान है तो जहान है , इसी कहावत के आधार पर देश की राजधानी दिल्ली और दिल्ली केंद्र शासित प्रदेश जिसके मुख्या यानी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल है और और इन्हीं की दिल्ली सरकार जो इस समय डरी सहमी हुई अपना समय पास कर रही है, कभी सम्प्रदायिक तनाव झेल रही है तो कभी प्रदूषण का डंस झेल रही है,  इस समय दिल्ली में तेल की कीमत बढ़ने पर भी दिल्ली वासियों को कोई फ़र्क़ या असर देखने को नहीं मिल रहा है। दिल्ली की सड़कों पर गाड़ियों में कमी देखने को नहीं मिल रही है। वही अब एक प्रदूषण युक्त आस्था का त्योहार दीपावली, केजरीवाल विरोधी दिल्ली वासी तो केजरीवाल को मुसलमान बनने की सलाह देने लगे है सिर्फ इस लिये की दिल्ली सरकार ने प्रादुषण के मद्देनजर पटाखे पर प्रतिबंध लगाने की पैरवी की थी। दिल्ली सरकार ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली की जनता से निवेदन करते हुए कहा था कि यदि आप स्वस्थ्य ही नहीं रहोगे तो त्योहार कैसे मनाओगे? इसलिये अपने अपने परिवार का ध्यान रखते हुए इस वर्ष पटाखे न जलायें दीप जला कर दिल्ली को प्रदूषण मुक्त अपने परिवार देश वासियों के साथ मिठाई खुशियां बांटें। तब दिल्ली के कुछ दिल्ली सरकार विरोधियों ने दीपावली वाली को आस्था पर कुठारा घात कहते हुए दिल्ली सरकार को हिन्दू विरोधी साबित करने की कोशिश की थी उसी सन्दर्भ में अब दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली में पटाखों की खरीद-बिक्री और इस्तेमाल पर लगाए गए प्रतिबंध का विरोध करने वालों को आज करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए पटाखों को धर्म से जोड़कर ‘प्रदूषण के खिलाफ युद्ध’ को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होने सभी राजनीतिक दलों से अपील करते हुए कहा कि अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए दिल्ली वालों की जिंदगी से मत खेलिए। राजनीति के लिए बहुत से मुद्दे हैं और दिल्ली वालों ने सबको अवसर दिया है। आप भी काम की राजनीति करिए, लेकिन लोगों को सांस लेने दीजिए। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पूरी दिल्ली ने मिलकर यह लड़ाई लड़ी है और मौसम ने भी साथ दिया है, जिसकी वजह से पिछले कुछ वर्षों में दिवाली से एक दिन पहले दिल्ली का प्रदूषण स्तर सबसे बेहतर रहा है, इसे और बेहतर बनाने में सहयोग करिए। जनता के सहयोग का ही परिणाम रहा है कि दिल्ली को अपने हिस्से का प्रदूषण कम करने में सफलता मिल रही है।

*डीपीसीसी की टीमों ने 406 निर्माण स्थलों पर मानदंडों का उल्लंघन पाए जाने पर 1.23 करोड़ रुपए जुर्माना किया – गोपाल राय*

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कल दिल्ली और पूरा देश हर बार की तरह दीपावली पर्व को बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाने जा रहा है। पिछले कई वर्षों से दिवाली के अवसर पर बढ़ते प्रदूषण के कारण हम सभी लोग चिंचित भी रहते हैं। पिछले पांच साल के प्रदूषण के स्तर के आंकड़ों को अगर देखा जाए, तो पहली बार हम पिछले पांच साल के प्रदूषण के स्तर के सबसे बेहतर दिन में बैठे हुए हैं। एयर क्वालिटी इंडेक्स के मापदंड के अनुसार, 2017 में अक्टूबर के महीने में एक्यूआई का औसत 284 रहा। 2018 में यह 267 रहा, 2019 में 234, 2020 में 265 और पिछले एक महीने के दौरान एक्यूआई का औसत स्तर 173 है। एक्यूआई के स्तर में कमी आने के मुख्य दो कारण हैं। पहला, बारिश की वजह से भी इस पर असर पड़ा। साथ ही, मैं दिल्ली के लोगों को भी बधाई देना चाहता हूं कि पिछले एक डेढ़ महीने से दिल्ली के लोगों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार के साथ मिलकर प्रदूषण के खिलाफ युद्ध में सहभागिता की है। चाहे वह एंटी डस्ट कैंपेन हो। हमने एंटी डस्ट कैंपेन के तहत सरकारी और प्राइवेट निर्माण एजेंसियों के साथ संवाद किया। हमने डीपीसीसी की मॉर्शल की संयुक्त टीम बनाई और पूरे दिल्ली में धूल प्रदूषण को रोकने के लिए कैंपेन चलाया। 7 अक्टूबर से शुरू इस कैंपेन में 30 टीमें डीपीसीसी और एसडीएम की टीमों ने दिल्ली के अंदर निगरानी का काम किया। अभी तक दिल्ली के अंदर 2500 निर्माण साइटों का टीमों ने निरीक्षण कर प्रदूषण के मानदंडों की जांच की। हमें इस बात की खुशी है कि दो हजार से अधिक स्थानों पर निर्माण एजेंसियों ने प्रदूषण के खिलाफ युद्ध में अपनी सहभागिता दिखाई है और सभी मानदंडों का पालन किया है। हालांकि 406 स्थानों पर मानदंडों का उल्लंघन पाया गया और उन पर 1 करोड़ 23 लाख का जुर्माना उन पर लगाया गया है।

*‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैंपेन में दिल्ली के लोगों का स्वैच्छिक सहयोग मिल रहा है- गोपाल राय*

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर वाहनों के प्रदूषण को रोकने के लिए हमने ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ कैंपेन शुरू किया है। विभिन्न चौराहों पर दिल्ली सरकार के मंत्रियों और विधायकों और आरडब्ल्यूए की तरफ से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। हमें इस बात की खुशी है कि जनता की तरफ से भी इस कैंपेन में स्वैच्छिक सहयोग मिल रहा है और लोग सहयोग कर रहे हैं। दिल्ली के अंदर सरकार ने ‘पटाखे नहीं, दीये जलाओं कैंपेन की शुरूआत की। पहली बार दिल्ली के सभी रजिस्टर्ड आरडब्ल्यूए, के साथ उस एरिया के एसडीएम ने 28 अक्टूबर को बैठक की थी। 29 अक्टूबर को मार्केट एसोसिएशंस के साथ बैठक की और 30 अक्टूबर को इन संगठनों ने अपने स्थानीय सदस्यों के साथ बैठक कर युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध अभियान में सहभागिता के लिए प्रेरित किया और पूरी दिल्ली के अंदर जन भागीदारी को बढ़ाया। साथ ही, इस मुहिम से युवाओं को जोड़ने के लिए हमने ऑनलाइन चैटबॉट लांच किया है, जिसमें आज दिल्ली के हजारों युवा प्रदूषण के खिलाफ मुहिम में लोगों को जागरूक कर रहे हैं। दिल्ली के अंदर पैदा होने वाली पराली को गलाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बायो डि-कंपोजर घोल के छिड़काव की शुरूआत की। पिछले साल हमने दो हजार एकड़ खेत में इसका छिड़काव किया गया था। जबकि इस बार 4 हजार एकड़ से अधिक खेतों मे छिड़काव के लिए लोगों ने आवेदन किया है। बारिश होने के कारण फसल के कटने का सिलसिला थोड़ा धीमा हो गया था, लेकिन अब तेज हो गया है। अभी तक पूरी दिल्ली के अंदर लगभग 1700 एकड़ से अधिक खेतों में छिड़काव किया जा चुका है और अभी तेजी से इसकी मांग आ रही है। हमें उम्मीद है कि डि-कंपोजर के छिड़काव के काम को 20 नवंबर तक पूरा कर लेंगे।

*जनता के सहयोग से दिल्ली को अपने हिस्से का प्रदूषण कम करने में सफलता मिल रही है- गोपाल राय*

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पिछले डेढ़ महीने से दिल्ली के अंदर चलाए गए अलग-अलग अभियान ने भी अपने हिस्से के प्रदूषण को कम करने में सहयोग किया है। आज मैं दिल्ली के लोगों से हाथ जोड़कर विनती करना चाहता हूं कि जिस तरह से आप लोग अभी सहयोग कर रहे हैं, उस सहयोग का ही परिणाम है कि दिल्ली को अपने हिस्से का प्रदूषण कम करने में सफलता मिल रही है। दिवाली खुशियों का त्योहार है। हमें पता चला है कि कई लोग छिप-छिप कर पटाखे जलाने का प्लान कर रहे हैं। दिल्ली के सभी थानों में पुलिस की पेट्रोलिंग टीमें बन चुकी हैं, जो काम शुरू कर चुकी है। अब तक 13 हजार किलोग्राम से अधिक अवैध पटाखे बरामद किए जा चुके हैं और 33 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। सभी पुलिस और एसडीएम की टीमों को कल हमने 24 घंटे पेट्रोलिंग और निगरानी के निर्देश दिए थे। वहीं, कुछ लोग पटाखों को धर्म से जोड़कर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए प्रदूषण के खिलाफ इस लड़ाई को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं उन लोगों से भी हाथ जोड़कर अपील करना चाहता हूं कि अपनी राजनीति के लिए दिल्ली वालों के बच्चों, बुजुर्गों की जिंदगी से मत खेलिए। राजनीति के लिए बहुत सारे मुद्दे पड़े हैं और दिल्ली वालों ने सबको काम करने का अवसर दिया है। आप सब भी काम की राजनीति करिए, लेकिन कृपया दिल्ली के लोगों को सांस लेने दीजिए। दिवाली दीये से होती है, पटाखों से नहीं। यह हम नहीं कह रहे हैं। हमारे पूरखों ने जब दीपावली शुरू की थी, तब पटाखे नहीं थे। इसलिए मेरी उन सभी विपक्ष के लोगों से विनती है। पिछले साल भी हमने देखा था कि कई लोगों ने जिद के कारण चोरी-छिपे पटाखे लोगों में बांटे थे। मेरी सभी से अपील है कि पूरी दिल्ली ने मिल कर यह लड़ाई लड़ी है और मौसम ने भी साथ दिया है, जिसकी वजह से पिछले पांच साल में आज मौसम सबसे साफ हुआ है, तो उसको और बेहतर बनाने में सहयोग कीजिए।

दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री ने केंद्र सरकार से अपील की है कि हरियाणा, पंजाब और यूपी में पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए एडवाइजरी जारी करनी चाहिए ताकि दिवाली के बाद भी लोगों को दमघोंटू प्रदूषण से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि एक आवश्यक एडवाइजरी आज जारी होनी चाहिए कि हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने का जो सिलसिला शुरू हुआ है, उसे कम से कम दिवाली के अवसर पर बंद किया जाए, जिससे कि लोग खुशी सांस लेते हुए एक खुशहाली से दिवाली मनाएं और दिवाली के बाद जो दमघोंटू माहौल होता है, उससे दिल्ली वालों को बचाया जा सके। पिछले तीन साल से हम सब मिलकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली की दिवाली मना रहे हैं। पहले हमने कनॉट प्लेस में दिल्ली की दिवाली मनाई थी। पिछले साल हमने अक्षरधाम में दिल्ली की दिवाली मनाई थी और इस बार हम त्याग राज स्टेडियम में दिल्ली की दिवाली मना रहे हैं। मेरी सभी दिल्ली वालों से अपील है कि सभी दिल्ली के लोग मिल कर दीये जलाएं, पूजन करें और खुशियों के इस त्योहार को इतने बेहतर तरीके से मनाएं कि उसके अगले दिन भी हम सांस लेते हुए खुश रह सकें।

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