यूरोपीय संघ के राजदूत और दिल्ली के मुख्यमंत्री की मुलाकात – कोविड-19 के खिलाफ और प्रदूषण पर हुई चर्चा
यूरोपीय संघ के राजदूत और दिल्ली के मुख्यमंत्री की मुलाकात – कोविड-19 के खिलाफ और प्रदूषण पर हुई चर्चा !!
एस. ज़ेड. मलिक (पत्रकार)
नई दिल्ली – भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत उगो अस्तुतो ने आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से दिल्ली सचिवालय में मुलाकात की और कोविड-19 के खिलाफ दिल्ली की लड़ाई और प्रदूषण को कम करने के प्रयासों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली ने कोविड को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाते हुए सीरो सर्वे किया। इससे पता चलता है कि अगर लोग सावधानी बरतें और वायरस का कोई नया स्ट्रेन नहीं है, तो कोरोना से काफी हद तक सुरक्षित हैं। दिल्ली की पात्र आबादी में से 50 फीसद को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है और करीब 90 फीसद आबादी ने कम से कम एक डोज ले लिया है। सभी को टीका लगाने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं। साथ ही, कोविड के नए ट्रेंड पर लगातार नजर रख रहे हैं और जहां पर भी कोरोना के मामले बढ़ते प्रतित हो रहे हैं, वहां पर नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ाने वाले स्रोतों को कम करने में काफी प्रगति की है। वृक्षारोपण पॉलिसी, ईवी पॉलिसी, उद्योगों को पीएनजी से चलाने और कोयले के पावर प्लांटों को बंद करने से प्रदूषण को कम करने में मदद मिली है। दिल्ली उन चुनिंदा शहरों में से एक है, जहां विकास को बढ़ावा देने के बावजूद ग्रीन कवर क्षेत्र बढ़ रहा है। वहीं, राजदूत उगो अस्तुतो ने कहा कि यूरोप भी प्रदूषण से लड़ने में इसी तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है और दिल्ली के सामने आने वाली मुश्किलों को समझता है।
भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत एच.ई. उगो अस्तुतो ने आज दिल्ली सचिवालय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने दिल्ली में कोविड-19 से निपटने के साथ-साथ प्रदूषण की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की।
इस दौरान यूरोपीय संघ के राजदूत उगो अस्तुतो ने दिल्ली में कोविड को नियंत्रण में रखने के केजरीवाल सरकार के प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें बताया कि किस तरह दिल्ली सरकार द्वारा कराए गए सीरो सर्वे से शानदार परिणाम आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने दिल्ली में कई सीरो सर्वे किए हैं। यह सीरो सर्वे हमें यह पहचानने में मदद किया कि दिल्ली में रह रहे कितने प्रतिशत नागरिकों ने कोविड-19 के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित कर ली है। ताजा सर्वे में हमें सीरो सर्वे के शानदार नतीजे मिले हैं। हमने सर्वे में पाया कि दिल्ली के 96 फीसद लोगों ने कोविड-19 से लड़ने के लिए एंटीबॉडी विकसित कर ली है। इसलिए अगर कोरोना का कोई नया स्ट्रेन नहीं आता है, तो दिल्ली के लोग कोरोना से सुरक्षित हैं। इसका मतलब यह भी है कि इस 96 फीसद में से कुछ लोग ऐसे भी रहे होंगे, जिनमें कोरोना के हल्के लक्षण थे, लेकिन उन्हें इसके बारे में पता नहीं नहीं चला।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार अपने नागरिकों को वैक्सीन लगाने के लिए गंभीर प्रयास किया है और हम अपने वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। वैक्सीनेशन को लेकर लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ एक बड़ी आबादी का हमने वैक्सीनेशन कर दिया है, जिसने कोविड-19 को नियंत्रित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब तक दिल्ली में पात्र आबादी में से करीब 50 फीसद लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुका है, जबकि करीब 90 फीसद लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज दी जा चुकी है।
यूरोपीय संघ के राजदूत ने कोविड की वर्तमान स्थिति पर भी चर्चा की। इस संबंध में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें बताया कि दिल्ली सरकार लगातार कोविड-19 मामलों पर नजर रख रही है और साथ ही कोविड के नए ट्रेंड पर भी नजर रख रही है। जहां पर भी कोरोना के मामले बढ़ते प्रतित हो रहे हैं, वहां पर भी नजर रखी जा रही है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोविड-19 मामलों में हाल के दिनों में आए उछाल के साथ-साथ यूरोप के अनुभव को भी समझने के प्रयास किए और दिल्ली को उस तरह के परिदृश्य से बचाने के लिए राजदूत उगो अस्तुतो से जानकारी ली। इस पर यूरोपीय संघ के राजदूत ने बताया कि यह काफी हद तक वैक्सीनेशन की दर पर निर्भर करता है। अगर अधिकांश लोगों का वैक्सीनेशन हो गया है, तो कोरोना को संभालना आसान हो जाता है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और यूरोपीय संघ के राजदूत उगो अस्तुतो ने दिल्ली पर वायु प्रदूषण के प्रभाव पर भी चर्चा की। इस पर उगो अस्तुतो ने कहा कि यूरोप भी वायु प्रदूषण से लड़ने में इसी तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है और दिल्ली के सामने आने वाली कठिनाइयों को समझता है।
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने यूरोपीय संघ के राजदूत को दिल्ली में वायु प्रदूषण को पूरे साल नियंत्रित करने को लेकर दिल्ली सरकार की तरफ से उठाए गए कई अहम कदमों से भी अवगत कराया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में 5 से 6 हजार औद्योगिक इकाइयां हैं। इन सभी औद्योगिक इकाइयों को पीएनजी पर स्विच कर दिया गया है। पहले, यह उद्योग अत्यधिक प्रदूषण पैदा करने वाले ईंधनों पर निर्भर थे और काफी प्रदूषण पैदा करते थे। इसके अलावा, हमने दिल्ली में वृक्षारोपण को बहुत बढ़ावा दिया है। विगत वर्षों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया गया है, जिसकी बदौलत दिल्ली के ग्रीन कवर क्षेत्र में काफी वृद्धि हुई है। अब दिल्ली में ग्रीन कवर क्षेत्र 20 फीसदी से बढ़कर 22 फीसदी हो गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में कोयला से चलने वाले दो पावर प्लांट थे, जिनकी वजह से दिल्ली की हवा काफी प्रदूषित हो रही थी। इसलिए हमने दोनों ही पावर प्लांटों को बंद कर दिया है। वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए हम दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके लिए हमने ईवी पॉलिसी की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि हमने दिल्ली में एक वास्तविक समय पर प्रदूषण के स्रोतों की पहचान करने के लिए रियल टाइम आईडेंटिफिकेशन मैकेनिज्म विकसित करने के लिए आईआईटी कानपुर के साथ समझौता किया है। इसकी मदद से हमें यह पता चल सकेगा कि किस स्थान पर, किस समय पर हो रहे प्रदूषण का स्रोत क्या है? जिसके बाद हम उस प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कार्रवाई कर पाएंगे। इसके अलावा, दिल्ली, देश का एकमात्र राज्य है, जो अपने सार्वजनिक परिवहन को पूरी तरह से सीएनजी पर चला रहा है और प्रदूषण पैदा करने वाले वाहनों के उपयोग रोक लगा दी है।
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