चिड़ियाखाना को टैक्स फ़्री होना चाहिए: रवि किशन*

चिड़ियाखाना एक क्लासिक अंडरडॉग एक दमित व्यक्ति की कहानी है- यह फ़िल्म भारत सरकार ने बनाई है।

चिड़ियाखाना एक क्लासिक अंडरडॉग एक दमित व्यक्ति की कहानी है- यह फ़िल्म भारत सरकार ने बनाई है-राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) ने बिहार सरकार को अनुरोध पत्र भेजा है –

*Hindi English Press Release*

*चिड़ियाखाना को टैक्स फ़्री होना चाहिए: रवि किशन*

दिल दोस्ती एटसेट्रा और इस्सक के बाद जाने-माने निर्देशक मनीष तिवारी की नई फ़िल्म चिड़ियाखाना 2 जून को रिलीज होने के लिए तैयार है। राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) द्वारा निर्मित और भारती स्टूडियोज द्वारा प्रस्तुत यह फिल्म शिलादित्य बोरा की प्लाटून वन द्वारा रिलीज की जाएगी। चिड़ियाखाना एक क्लासिक अंडरडॉग कहानी है।

फ़िल्म के मुख्य किरदार में ऋत्विक सहोर हैं। अवनीत कौर, प्रशांत नारायणन, रवि किशन, राजेश्वरी सचदेव के अलावा गोविंद नामदेव, अंजन श्रीवास्तव ने अपनी अपनी भूमिकाओं में शानदार अभिनय किया है।

अभिनेता और सांसद रवि किशन ने बिहार सरकार से इस फ़िल्म को टैक्स फ़्री करने की माँग की है। उन्होंने यह भी कहा कि यह फ़िल्म भारत सरकार ने बनाई है। बहुत ही शानदार बिहारी लड़के की कहानी है। उन्होंने यह भी जानकरी दी कि राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) ने बिहार सरकार में वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव को अनुरोध पत्र भेजा है। मुझे उम्मीद है बिहार सरकार अपनी गम्भीरता ज़रूर दर्ज कराएगी।

फ़ुट्बॉल पर आधारित होने के नाते भारतीय फ़ुट्बॉल टीम के पूर्व कप्तान और पद्म श्री सम्मान से सम्मानित खिलाड़ी भाईचूँग भुटिया ने भी अपना विडीयो जारी कर लोगों से चिड़ियाखाना देखने की अपील की है।

चिड़ियाखाना एक बिहारी लड़के (ऋत्विक सहोरे) एक किशोर उम्र की कहानी है, जो अपनी मां के साथ मुंबई की चॉल में रहता है। वह अपने सपने को जीना चाहता है। अपने लिए जगह बनाना चाहता है लेकिन उसके रास्ते में बहुत सारी बाधाएं हैं। वह अपने धैर्य और संकल्प के बल-बूते तथा ख़ुद के फुटबॉल कौशल को हथियार बना कर अपने विपरीत परिस्थितियों से ऊपर उठने की कोशिश करता है। फिल्म खूबसूरती से इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे हमारे बीच हर दमित व्यक्ति में एक बाघ होता है।

“चिड़ियाखाना एक दमित व्यक्ति की कहानी है जो फुटबॉल और जुनून जीने के लिए अपनी अमिट छाप छोड़ता है। इस प्रक्रिया में न केवल खुद को, बल्कि अपने दोस्तों और अपने स्कूल को भी सशक्ती प्रदान करता है। दुश्मनों को दोस्त बनने पर मजबूर करता है। फ़िल्म के निर्देशक मनीष तिवारी मानते हैं कि चिड़ियाखाना खेल भावना और एकजुटता की कहानी है।

फ़िल्म का वितरक प्लाटून वन के शिलादित्य बोरा हैं। उन्होंने कहा कि मैं “दिल दोस्ती एटसेट्रा का एक प्रशंसक होने के नाते इस फ़िल्म से जुड़कर बहुत खुश हूँ। एनएफडीसी की फ़िल्म है, इससे गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ।

चिड़ीखाना के मधुर गीत संगीत जी म्यूजिक पर प्रसारित हो रहे हैं। फ़िल्म 2 जून को भारत भर के सिनेमाघरों में आ रही है।

*Film Chidiakhana should be tax free in Bihar: Ravi Kishan*

*Must watch NFDC produced film Chidiakhana: Bhaichung Bhutia*

Actor turned Member of Parliament Ravi Kishan strongly supported the film Chidiakhana and requested the State Government Bihar for tax exemption for the film Chidiakhana to promote the access of this film to youngsters across the state. A letter for the same has also been forwarded by NFDC to the Additional Chief Secretary, Finance Government of Bihar.
Strong support has also come from Indian Football legend Baichung Bhutia. This ‘God’s gift to Indian Football’ has made a name for himself and has brought honour to his country. His achievements as a footballer are only a google-click away, but the story of his journey, the obstacles on his way are something one can only imagine!
In a country that is obsessed with cricket, every other sport has to strive doubly hard for even basic attention. Having sports as a career option finds neither support, nor encouragement. In this environment it would be tough to expect children to work towards becoming a sportsperson. As a person who has travelled the same road, Baichung has decided to support a film that presents a similar issue.
Baichung Bhutia is excited when he says, “I just loved the tagline of Chidiakhana – There’s a Tiger in Every Underdog! Football is not the most favoured sports in our country. And, I have known what it is like to be an Underdog! But I also know that everything is achievable if you put your mind to it! The positivity and the values upheld in Chidiakhana will encourage our new generation.”
Baichung feels that our young generations should get more encouragement from schools and parents, “Sports like football is very important for all growing kids – not just because it is good for their physical and mental health but also because Sports leaves us with very important lessons in Life. This is what you will see in film Chidiakhana. You will see grit, determination and integrity in our young hero, Sooraj – and how his passion for Football leads him to victories both on the ground and in life.”
It is with much passion that he recommends the film, “I recommend everyone to watch Chidiakhana and not just footballers, but all our school and college kids. They must watch the film with friends and family.”
Baichung wishes luck to the director of the film Manish Tiwary and his entire team.

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