एनयूजे स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन के नये पदाधिकारियों की घोषणा

”मीडियाकर्मियों के कामकाज के तरीकों में व्यापक बदलाव आए हैं और तकनीक का इस्तेमाल एवं इस पर निर्भरता बढ़ी है।

”मीडियाकर्मियों के कामकाज के तरीकों में व्यापक बदलाव आए हैं और तकनीक का इस्तेमाल एवं इस पर निर्भरता बढ़ी है।

एनयूजे स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन के नये पदाधिकारियों की घोषणा

अनिल पांडेय अध्यक्ष और के पी मलिक सचिव चुने गए।

MPNN-NEWS
नई दिल्ली  –  नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स-इंडिया द्वारा स्थापित एनयूजे स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन का अनिल पांडेय को चैयरमैन, के. पी. मलिक को सचिव और उषा पाहवा को कोषाध्यक्ष चुना गया है। यह फैसला आमसभा की बैठक में लिया गया। बाकी पदाधिकारियों का चुनाव जल्दी ही किया जाएगा। एनयूजे स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन मीडिया में कार्यरत पत्रकारों के लिए विभिन्न विषयों पर कार्यशालाओं का आयोजन करता है। मीडिया के क्षेत्र में नई तकनीकी की जानकारी देने के लिए भी प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए गए हैं।

नई दिल्ली में आयोजित आमसभा की बैठक में एनयूजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने नई टीम को बधाई देते हुए कहा, ”मीडियाकर्मियों के कामकाज के तरीकों में व्यापक बदलाव आए हैं और तकनीक का इस्तेमाल एवं इस पर निर्भरता बढ़ी है। ऐसे में व्यावसायिक कौशल के उन्नयन और नई चुनौतियों का सामना करने के लिए मीडिया कर्मियों के शिक्षण-प्रशिक्षण की आवश्यकता है। मैं आशा करता हूं कि एनयूजे स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन अपने इस उद्देश्य में सफल होगा।“

माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफसर एवं जनसत्ता से पत्रकारिता शुरू करने के बाद स्टार न्यूज और द संडे इंडियन में संपादक रहे अनिल पांडेय ने जनरल बॉडी के सभी साथियों का आभार जताते हुए कहा, “जहां मीडिया पूरी तरह तकनीक आधारित हो चुका है वहीं एक पूरी पीढ़ी इन तकनीकी बदलावों से कदमताल की चुनौती से जूझ रही है। ऐसे में हमारे लिए यह जरूरी है कि हम इन पत्रकारों को दिनों दिन बदल रहे मीडिया परिदृश्य में दरपेश चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रखें। तकनीकी विस्तार के साथ डिजिटल संचार माध्यमों ने पत्रकारों के सामने करिअर और कमाई के नए अवसर खोले हैं। हम पत्रकारों को कारपोरेट कंटेंट राइटिंग, वेब कंटेंट और डिजिटल एवं सोशल मीडिया में नए अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार करेंगे।“

दैनिक भास्कर के राजनीतिक संपादक और सचिव चुने गए के. पी. मलिक ने कहा, “मीडिया की विषयवस्तु का विस्तार हुआ है। आज मीडिया में केवल राजनीतिक और सनसनीखेज खबरें ही नहीं अपितु अपितु पर्यावरण, महिलाएं, बच्चे, मानवाधिकार, कला-साहित्य और यहां तक कि फैशन और खान-पान जैसी चीजों को भी प्रमुखता से जगह मिल रही है। इनमें करिअर के लिहाज से खासी संभावनाएं हैं। हम इन विषयों में दक्षता और विशेषज्ञता को प्रोत्साहित करने का प्रयास करेंगे। कोषाध्यक्ष उषा पाहवा ने महिला पत्रकारों को बढ़ावा देने के लिए स्कूल की तरफ से कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

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