पाकिस्तान पीएम शहबाज़ शरीफ़, मरियम नवाज़ और मंत्रियो की गुप्त बात चीत लीक 🤔
कसने किया लीक पाकिस्तान पीएम शहबाज़ शरीफ़, मरियम नवाज़ और मंत्रियो की बात चीत 🤔🤔
पाकिस्तान के सोशल मीडिया पर ऐसी कुछ ऑडियो वायरल हुई हैं जिस में कथित तौर पर प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़, मुस्लिम लीग, मरियम नवाज़ और केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों के बीच विभिन्न मुद्दों पर बात करते सुना जा सकता है।
पाकिस्तान पीएम शहबाज़ शरीफ़, मरियम नवाज़ और मंत्रियो की गुप्त बात चीत लीक 🤔
पाकिस्तानी राजनीतिक क्षेत्र में अफरातफरी
एमपीएनएन न्यूज़ डेक्स – पाकिस्तान के कुछ मुख्य एखबारों और बीबीसी के अनुसार – पाकिस्तान के सोशल मीडिया पर इन दिनों कुछ ऐसी ऑडियो वायरल हो रही है, जिनमें कथित तौर पर प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़, मुस्लिम लीग (नवाज़) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज़ और केंद्रीय कैबिनेट में शामिल मुस्लिम लीग (नवाज़) के सदस्यों को विभिन्न मुद्दों पर बात करते सुना जा सकता है।
परन्तु पाकिस्तान सरकार इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है जिस के कारण इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकती कि ये ऑडियो टेप्स सत्यापित हैं या नहीं। फिर भी सोशल मीडिया पर कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए जा रहे हैं जिनका मुख्य बिंदु पाकिस्तान के महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालयों और पदाधिकारियों की साइबर सिक्योरिटी है।
इधर पीटीआई के नेता फ़वाद चौधरी ने यह ऑडियो शेयर करते हुए पाकिस्तान प्रधानमंत्री कार्यालय पर गम्भीर आरोप लगाते हुये सवाल किया है, की प्रधानमंत्री कार्यालय से पाकिस्तान का ऑफिस डेटा जिस तरह डार्क वेब पर बिक्री के लिए पेश किया गया यह हमारे यहां साइबर सिक्योरिटी लापरवाही और भ्र्ष्टाचार उजागर करता है, यह हमारी इंटेलिजेंस एजेंसियों ख़ासकर आईबी की बहुत बड़ी नाकामी है, ज़ाहिर है राजनैतिक मामलों के अलावा सिक्योरिटी और विदेश मामलों पर भी महत्वपूर्ण बातचीत अब सबके हाथ में है”।
उधर ओपन सर्विस इंटेलिजेंस इंसाइडर का दावा है कि यह फ़ोन पर होने वाली बातचीत नहीं बल्कि पीएम ऑफिस में रिकॉर्ड की गई गुफ़्तगू है. बीबीसी इन दावों की पुष्टि नहीं कर सकता। यह कहना मुश्किल है लेकिन ट्विटर पर @OSINT_Insider ( ओपन सर्विस इंटेलिजेंस इंसाइडर) नामी अकाउंट का दावा है कि सोशल मीडिया पर वायरल ये ऑडियो 100 घंटों से भी ज़्यादा अवधि के रिकॉर्ड किए गए उस डेटा का हिस्सा हैं जिसकी डार्क वेब हैकिंग फ़ोरम पर 3.45 मिलियन डॉलर तक बोली लगाई गई।
सोशल मीडिया पर इसे पाकिस्तान के इतिहास की सबसे बड़ी सिक्योरिटी चूक बताया जा रहा है। यह सवाल किया जा रहा है कि यह गुफ़्तगू कब, कैसे और कहां रिकॉर्ड की गई? अधिकतर लोग जानना चाहते हैं कि क्या यह सच में सिक्योरिटी चूक है? और अगर ऐसा है तो यह कितने बड़े पैमाने की सिक्योरिटी चूक है और इसका ज़िम्मेदार कौन है?
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