समाज में शांति लाने के लिए संवाद की जरूरत: राजगोपाल पी व्ही
सम्मान का मकसद भारत के स्वयंसेवी संस्थाओं के जरिए समाजसेवा को बढ़ावा देना है। समाज को ताकतवर बनाने की बात कही।आगे कहा कि अहिंसक समाज , अहिंसक जीवन पद्धति और पर्यावरण के बारे में सोचने समझने जरूरत है।
सम्मान का मकसद भारत के स्वयंसेवी संस्थाओं के जरिए समाजसेवा को बढ़ावा देना है। समाज को ताकतवर बनाने की बात कही।आगे कहा कि अहिंसक समाज , अहिंसक जीवन पद्धति और पर्यावरण के बारे में सोचने समझने जरूरत है।
समाज में शांति लाने के लिए संवाद की जरूरत: राजगोपाल पी व्ही
अस्तित्व झा
जापान में निवानो शांति पुरस्कार से हाल ही सम्मानित हुए वरिष्ठ गांधीवादी विचारक राजगोपाल पी व्ही के सम्मान समारोह का आयोजन राष्ट्रीय युवा योजना की ओर से दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में किया गया। इस अवसर पर राजगोपाल पी व्ही का सार्वजनिक अभिनंदन किया गया। साथ ही उनके जीवन से जुड़ी उपलब्धियों से संबंधित पुस्तक और स्मारिका का लोकार्पण भी किया गया।इस आयोजन में देश – दुनिया के विभिन्न गांधीवादी और सामाजिक संस्थाओं से जुड़े 200 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर राजगोपाल पी व्ही ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सम्मान का मकसद भारत के स्वयंसेवी संस्थाओं के जरिए समाजसेवा को बढ़ावा देना है। समाज को ताकतवर बनाने की बात कही।आगे कहा कि अहिंसक समाज , अहिंसक जीवन पद्धति और पर्यावरण के बारे में सोचने समझने जरूरत है।
अपनी बात रखते हुए राजगोपाल पी व्ही ने कहा कि विनोबा जी ने भूदान आंदोलन से प्रेरित होकर सामाजिक कार्य करने वाले लोग समाज में शांति लाने का कवायद कर सकते है। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि चाहे वो नागालैं