जापान द्वारा निर्मित एक ऐसी टीवी जिसे चाट कर दुनियाँ के हर रेस्तरां का मज़ा ले सकते हैं।

अब टीवी चाट कर हर ज़ायका का मज़ा लीजिये।

टीवी कभी ब्लैक एंड व्हाइट होता था, फिर कलर हुआ। और बदलाव आते रहे। कभी थ्रीडी आया, कभी एचडी, और अभी स्मार्ट टीवी का ज़माना चल रहा है। इसी कड़ी में एक बिलकुल ही अलग तरह के टीवी की ख़बर आई है।

जापान द्वारा निर्मित एक ऐसी टीवी जिसे चाट कर दुनियाँ के हर रेस्तरां का मज़ा ले सकते हैं।

अक्सरहां यह सुनने को मिलता रहा है कि फलां गली से गुजरोगे तो बिरयानी क़ुरमे, कवाब जर्दा इत्यादि खुशबू आएगी, या मिलेगी, तथा टीवी पर किसी ज़ायके को देख कर दिल लालसा करता है। परंतु टीवी चाट कर दुनियाँ के मनचाहा रेस्तरां के ज़ायका का मज़ा लेना यह एक अजूबा सा लगता है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार यह सच को स्वीकारने में असमंजसता हो रही है। पढिये बीबीसी की यह रिपोर्ट

टीवी कभी ब्लैक एंड व्हाइट होता था, फिर कलर हुआ। और बदलाव आते रहे। कभी थ्रीडी आया, कभी एचडी, और अभी स्मार्ट टीवी का ज़माना चल रहा है। इसी कड़ी में एक बिलकुल ही अलग तरह के टीवी की ख़बर आई है।

ये है लिकेबल टीवी, यानी जिसे लिक किया जा सकता है, यानी चाटा जा सकता है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार जापान के एक प्रोफ़ेसर ने एक ऐसा लिकेबल टीवी स्क्रीन बनाया है जिससे ख़ाने के स्वाद का अनुभव लिया जा सकता है।

इस टीवी को टेस्ट-द-टीवी कहा जा रहा है. इसमें दस कैनिस्टर लगे हैं जो कि एक हाइजेनिक फ़िल्म पर फ़्लेवर यानी स्वाद को स्प्रे करते हैं। ये फ़िल्म इसके बाद टीवी स्क्रीन पर रोल करती है और उसे दर्शक चाट सकते हैं।

इसे बनाने वाले जापान की मेइजी यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर होमेइ मियाशिता का कहना है कि इस टीवी के ज़रिए बावर्चियों या खाने के कारोबार में लगे लोगों को दूर बैठे ही ट्रेनिंग दी जा सकती है। उनका अनुमान है कि अगर इसे बाज़ार में उतारा गया तो इसकी कीमत $875 यानी लगभग 73 हज़ार रुपये होगी।

प्रोफ़ेसर होमेइ मियाशिता ने रॉयटर्स से कहा, “लक्ष्य ये है कि लोग अपने घर बैठे ही दुनिया के किसी दूसरे हिस्से के रेस्तरां में परोसे जाने वाले खाने का भी लुत्फ़ उठा सकें।”

बताया जा रहा है कि वो अभी दूसरे मैनुफ़ैक्चरर्स से बात कर रहे हैं जिसमें वो इस तकनीके के और भी इस्तेमालों को लेकर विचार कर रहे हैं, जैसे कि टोस्ट में कैसे और फ़्लेवर डाला जाए।

उनकी योजना है कि एक दिन एक ऐसा कोई संग्रह या लिस्ट तैयार हो सकेगी जिसमें अलग-अलग स्वादों को डाउनलोड किया जा सकेगा।

प्रोफ़ेसर मियाशिता का मानना है कि कोरोना महामारी के दौर में, जब दुनिया थम सी गई हो, इस तरह की तकनीक से लोग अपनी जगहों से बाहर की दुनिया से संपर्क क़ायम कर सकेंगे।

हालाँकि, सोशल मीडिया पर इसी बात को लेकर कुछ लोग हैरानी भी जता रहे हैं और सवाल कर रहे हैं कि इस टीवी को लॉन्च करने का क्या यही सबसे उचित समय था।

एक यूज़र ने मज़ाकिया लहजे में लिखा- “महामारी के बीच में? कोरोना के दौर में इसके कामयाब होने की बहुत ज़्यादा ही संभावना है :)”

जापानी प्रोफ़ेसर ने इससे पहले भी अपने छात्रों के साथ मिलकर कई अलग तरह के उपकरण बनाए हैं। जैसे, एक बार उन्होंने एक ऐसा फ़ोर्क या काँटा बनाया था जिससे ख़ाना मुँह में जाने के बाद और स्वादिष्ट हो जाता है।

उनके स्वाद वाले टीवी की एक झलक पत्रकारों को दिखाई गई।

 इसमें एक छात्रा ने मशीन से कहा – मुझे स्वीट चॉकलेट चाहिए. कुछ प्रयासों के बाद उनका ऑर्डर स्क्रीन पर स्प्रे हुआ और उसने उसे चखा।

बताया जा रहा है कि उसने ये कहा – “हां, इसका टेस्ट मिल्क चॉकलेट जैसा लग रहा है।.”

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