यूपी में भढ़ता आरक्जकता और जंगल राज का कारण क्या है ज़िम्मेदार कौन ?
सरकार द्वारा जान बुझ कर बढ़ावा दिया जा रहा या योगी सरकार यूपी को संभालने में पूरी तरह से फेल्योर हो चुकी है ?
धारा 144 लागू होने की बात कहते हुए राहुल को यूपी पुलिस द्वारा कॉलर पकड़ कर आगे जाने से रोका गया-कांग्रेसियों पर दर्ज हुई इस एफआईआर, यूपी पुलिस-प्रशासन द्वारा अंतिम संस्कार किए जाने की पर राजनीतिक गरमाई।
यूपी में भढ़ता आरक्जकता और जंगल राज का कारण क्या है ज़िम्मेदार कौन ?
धारा 144 लागू होने की बात कहते हुए राहुल को यूपी पुलिस द्वारा कॉलर पकड़ कर आगे जाने से रोका गया-कांग्रेसियों पर दर्ज हुई इस एफआईआर, यूपी पुलिस-प्रशासन द्वारा अंतिम संस्कार किए जाने की पर राजनीतिक गरमाई। यूपी में भढ़ता आरक्जकता और जंगल राज का कारण क्या है ज़िम्मेदार कौन ? सरकार द्वारा जान बुझ कर बढ़ावा दिया जा रहा या योगी सरकार यूपी को संभालने में पूरी तरह से फेल्योर हो चुकी है ?
नोएडा – गौतमबुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा में ईकोटेक वन पुलिस स्टेशन में 153 नामजद, जबकि 50 के खिलाफ अज्ञात में मामला दर्ज हुआ है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस की ओर से ही ये मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, कांग्रेसियों पर दर्ज हुई इस एफआईआर की कॉपी को लेकर नोएडा पुलिस के सामान्य ज्ञान पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल एफआईआर में ‘प्रियंका गांधी को रॉबर्ट वाड्रा का पति’ लिख दिया गया था, राहुल समेत 203 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था।
ज्ञात हो की 19 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म के बाद बर्बरतापूर्ण हत्या ने दिल्ली का निर्भया काण्ड की याद ताज़ा करवादी, वही मृतक पीड़िता के परिवार के बिना मर्ज़ी पुलिस-प्रशासन द्वारा आनन्-फानन में अंतिम संस्कार किया जाना कई प्रश्नों को जन्म देता है फिर ऐसे में सियासत गरमाना लाज़मी है। इस बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी समेत 203 लोगों के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने एफआईआर की है। हाथरस जाने को लेकर भीड़ इकट्ठी करने के मामले में ये एफआईआर की गई है। इस एफआईआर में गलतियों की भरमार है। कॉमा-बिंदी और मात्रा की बात छोड़िये, हद तो यह हो गई है कि एफआईआर में प्रियंका गांधी की पत्नी का नाम रॉबर्ट वाड्रा लिखा गया है। दरअसल, दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 29 सितंबर, मंगलवार को हाथरस की पीड़िता लड़की की मृत्यु के पश्चात रात में ही यूपी पुलिस ने दिल्ली के अस्पताल से ले जा कर आनन्-फानन में जबरन रात में ही लड़की का दाह संस्कार कर दिया। इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि पहले आठ दिन तक पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज करने और रेप की धाराओं को उसमें जोड़ने में आनाकानी की। इसके बाद जब पीड़िता की मौत को गई तो इसी परिवार से मिलने कांग्रेस नेता जा रहे थे।गौतमबुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा में ईकोटेक वन पुलिस स्टेशन में 153 नामजद, जबकि 50 के खिलाफ अज्ञात में मामला दर्ज हुआ है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस की ओर से ही ये मामला दर्ज किया गया है। करीब 200 कार्यकर्ताओं के साथ हाथरस जाने के लिए डीएनडी के रास्ते नोएडा में प्रवेश किए। काफिले में शामिल सभी लोगों को धारा 144 लागू होने की बात कहते हुए आगे जाने से रोका गया, लेकिन इन्होंने नियमों को तोड़ते हुए आगे जाने की कोशिश की।इन लोगों ने धारा 144 और महामारी एक्ट का उल्लंघन किया। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस के कई नेता गुरुवार को हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए हाथरस जा रहे थे। पुलिस ने सबको ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर ही जबरन यानी विशेष कर जिस प्रकार से राहुल गांधी को कॉलर पकड़ कर रोका गया वह किसी भी पार्टी के नेताओं के लिए भी अशोभनीय होगा विशेष कांग्रेस यह रवैया दुर्भावनापूर्ण है। स्पष्ट यह भाजपा द्वारा जान बुझ कर इस प्रकार का द्वेषित दुर्भावनापूर्ण रवैया यूपी सरकार का एक हिस्सा हो सकता है। यूपी सरकार निंन्दा एवं भर्तसना की जाए वह कम ही है।