16 वर्षों से बिहार को सिर्फ ठगा गया- चिराग

बिहार के दो सीटों पर उप चुनाव और तीन पार्टियों के दिग्गज मैदान में

16 वर्षों से बिहार को सिर्फ ठगा गया- चिराग

एस. ज़ेड.मलिक (पत्रकार)

पटना –  लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद चिराग पासवान इन दिनों बिहार के राजनीतिक अखाड़े में अपने राजनीतिक योद्धा उतार कर अपने दल शक्ति प्रदर्शन कर अपने विरासत में मिली राजनीतिक का दांव खेल रहे हैं, इसी संदर्भ में उन्होंने कुशेश्वरस्थान विधान सभा उपचुनाव के आखरी दिन हेलीकॉप्टर से अकबरपुर बेंक परती, बिरौल में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अपने पार्टी के उम्मीदवार श्रीमती अंजू देवी के समर्थन में वोट मांगा।

 

अपने संबोधन में उन्होंने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कुशेश्वरस्थान मे मूल-भूत सुविधाओं का घोर आभाव है। जर्जर सड़क, पलायन और पंगु शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था ने इस विधान सभा के नागरिकों का बुरा हाल कर रखा है। आगे उन्होंने पूछा कि माननीय नीतीश कुमार अपने को विकास पुरुष कहते है। लेकिन प्रदेश में अपराध, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी चरम सीमा पर है, 16 वर्षाे से बिहार की जनता को सिर्फ ठगा गया है। जब भी जनता रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ की मांग करती है, तब उनको पिछले 15 साल की कहानी सुनाई जाती है। चिराग ने मौजूदा सरकार से प्रवासी बिहारियों की हत्या और उनके स्वाभिमान पर आघात का जवाब मांगा। बिहार सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए नीतीश कुमार के विकास के नियत पर सवाल किया की क्या विगत चुनाव में जनता ने उनको सरकार बनाने का मैंडेट दिया था। सरकार का सात निश्चय भष्ट्राचार से भरा है और समाज को बांटने का काम करता है। सभा मे मौजूद हज़ारों की संख्या में लोग ने चिराग पासवान की बातों को ध्यान से सुना और तालियों से उनका अभिवादन किया एवं उपस्थित जनता ने लोजपा(राम विलास) प्रत्याशी श्रीमती अंजू देवी को अपना आशीर्वाद देंने के लिए तालियोें द्वारा समर्थन किया।

आपको बतादे की बिहार में एनडीए और महागठबंधन विधान सभा की दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर आमने-सामने है। कुशेश्वरस्थान और तारापुर में जदयू विधायकों के निधन के बाद उपचुनाव हो रहे हैं जिसके बाद दोनों ही गठबंधन (एनडीए और महागठबंधन) जीत का दावा भी कर रहे हैं। लेकिन, दोनों गठबंधनों के लिए मुकाबला इतना आसान नहीं है क्योंकि दोनों सीट का चुनाव परिणाम आने वाले समय में बिहार की राजनीति को प्रभावित करने वाली है।

वहीं मुंगेर लोकसभा में आने वाली तारापुर विधान सभा सीट मेवालाल चौधरी के निधन के बाद खाली हुई है। सियासी जानकारों के अनुसार इसका चुनाव परिणाम नीतीश कुमार के लव-कुश समीकरण का लिटमस टेस्ट होगा। इसकी वजह भी है. दरअसल उपेन्द्र कुशवाहा के जदयू में शामिल होने के बाद जदयू की तरफ से दावा किया जा रहा है कि बिहार में जदयू का लव-कुश समीकरण मजबूत हो गया है।

बता दें कि तारापुर विधान सभा कुशवाहा और यादव बहुल माना जाता है। लड़ाई भी इन्हीं दोनो जातियों में होती आयी है। लेकिन, चुनाव परिणाम को प्रभावित करने में कुछ अन्य जातियां भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं। वहीं, मुस्लिम, राजपूत, ब्राह्मण, रविदास और पासवान भी काफी अच्छी संख्या में हैं। जदयू की नजर कुशवाहा वोटरों के साथ-साथ सवर्ण और दलित वोटरों पर भी है।

सभा मंच पर बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, बिहार संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडेय, प्रधान महासचिव संजय पासवान, लोजपा (राम विलास) प्रत्याशी अंजू देवी, राष्ट्रीय महासचिव डॉ0 शाहनवाज अहमद कैफी, राष्ट्रीय सचिव शंकर झा, प्रदेश अध्यक्ष, युवा वेद प्रकाश पाण्डेय, अल्पसंख्यक प्रकोष्ट के प्रदेश अध्यक्ष इमाम ग़ज़ाली, छात्र प्रदेश अध्यक्ष सीमांत मृणाल, एससी/एसटी के प्रदेश अध्यक्ष परशुराम पासवान, प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्र विवेक, प्रो. विनीत सिंह, ज़िला अध्यक्ष देवेंद्र झा, प्रखंड अध्यक्ष बालकृष्ण आचार्य, पूर्व प्रत्याशी संजय सिंह, श्रीमती विनीता सिंह, श्री विवेक आनंद मौजूद थे ।

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