दुनिया में लोकतंत्र के राज की डगमगा रही है नाव

हमारे देश के नेताओं ने लोकतंत्र और संविधान को छला है ' वो अपनी स्वार्थ के खातिर भ्रष्टाचार व झूठ को दोहराते रहने की आदत है।

हमारे देश के नेताओं ने लोकतंत्र और संविधान को छला है ‘ वो अपनी स्वार्थ के खातिर भ्रष्टाचार व झूठ को दोहराते रहने की आदत है।

डगमगाने लगी है विश्व में लोकतांत्रिक नाव।

लेखक – समाज सेवी एवं  समस्तीपुर – मजदूर एकता पार्टी के जिला अध्यक्ष हैं – अकबर अली

विश्व का सबसे बडा लोकतांत्रिक देश हमारा भारत है। —————–दुनिया के कई देशों में लोकतंत्र तो है ‘ लेकिन उसकी स्तिथी काफी भयावहता है। द्वितीय महायुद्ध के बाद क्ई देशों में लोकतांत्रिक व्यवस्था को अपना लिया था। क्योंकि वे देख चुके थे कि-हिटलर ‘ मुसोलिनी ‘ स्तालिन और तोजो का राज कितना निरंकुश और विनाशकारी सिद्ध हुआ था। जिन एशियाई-अफ्रीकी देशों में भी अभी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था जिंदा है। उनमें हमारा भारत देश अग्रणी श्रेणियों में नंबर एक पर है। भारत जंसंख्या के हिसाब से दुनिया का सबसे बडा लोकतांत्रिक देश है ‘ चीन भारत से भी बडा लोकतंत्र बन सकता था-लेकिन माओत्से तुंग और चाऊ एन लाई तानाशाही में स्तालिन से भी आगे निकल गये थे। भारत गर्व कर सकता है कि-आपातकाल को छोड़कर शेष समय वह कमोबेश लोकतांत्रिक ही रहा है ‘ भारत में न तो कभी फौजी तख्तापलट की नौबत आई और न ही सत्तारूढ नेताओं को देश छोड़कर भागना पडा है। फिर भी भारत का लोकतंत्र पूर्णरूपेण स्वस्थ्य नही है ‘ क्ई बाधाएं आती है। जातिवाद ‘ परिवारवाद ‘ एकनेताशाही ‘ भ्रष्टाचार ‘ दल-बदल ‘ राजनीतिक पार्टियों में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव अन्य हमारे देश के लोकतंत्र को कमजोर करते है। हमारे देश के नेताओं ने लोकतंत्र और संविधान को छला है ‘ वो अपनी स्वार्थ के खातिर भ्रष्टाचार व झूठ को दोहराते रहने की आदत ‘ देश के लोकतंत्र (मंदिर) लोकसभा-राज्यसभा ‘ विधानसभा-विधानमंडल जैसे जगहों पर समाज के उन तमाम वर्गो के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को सिर्फ़ बेवकूफ व धोखाधड़ी करते आ रहे है। देश की राजनीतिक पार्टियां जैसे प्राईवेट कंपनियों के तर्ज पर अपनी-अपनी पार्टियां चला रहे है। हमारे देश के सत्तारूढ और विपक्षी पार्टियों में न तो किसी मुद्दे पर खुलकर बहस या आलोचना होती है और न ही उनकी सरकार के मंत्रीमंडल में किसी मुद्दे पर कोई गंभीर विचार विमर्श होता है। भारतीय समाज के समक्ष शिक्षा ‘ स्वास्थ्य ‘ रोजगार व सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण विषय है। जय हिन्द-जय भारत ‘ जय संविधान ‘ मोहम्मद अकबर अली ‘ जिला अध्यक्ष समस्तीपुर ‘ मजदूर एकता पार्टी।

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