केंद्रीय बजट पर भारतीय अर्थवयवस्था के विशेषज्ञ असमंजस में।

केंद्रीय बजट पर राहुल का गज़ट - कहा वर्तमान केंद्रीय सरकार ने 23 करोड़ भारतीयों को बेरोजगारी और गरीबी के भट्टी में झोंक दिया।

#केंद्रीय बजट पर राहुल का गज़ट – कहा वर्तमान केंद्रीय सरकार ने 23 करोड़ भारतीयों को बेरोजगारी और गरीबी के भट्टी में झोंक दिया।#

केंद्रीय बजट पर भारतीय अर्थवयवस्था के विशेषज्ञ असमंजस में।
केंद्रीय बजट पर राहुल का गज़ट – कहा वर्तमान केंद्रीय सरकार ने 23 करोड़ भारतीयों को बेरोजगारी और गरीबी के भट्टी में झोंक दिया। दो हिंदुस्तान बना दिया एक गरीबों का और दूसरा अमीरों का।
एस. ज़ेड. मलिक

इस साल केंद्रीय सरकार का बजट भारत वासियों एवं भारतीय अर्थव्यवस्था के लिये असमंजसता लिये हुए है, कहीं भी स्पष्ट नहीं है कि इसका लाभ किन किन व्यापारिओ और किन किन सेक्टरों को मिलने जा रहा है। इसको लेकर किसी भी आर्थिक विशेषज्ञा की राय स्पष्ट नहीं है। वहीं कांग्रेस को अपने आपको विपक्ष में बेहतर और मज़बूत विपक्षी पार्टी साबित करने पूरा पूरा अवसर मिल गया।

 इस अवसर का लाभ उठाते हुए पिछले दिनों लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने की। इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण सच्चाई से दूर था, उसमें बेरोजगारी के बारे में कोई जिक्र नहीं था। जबकि पिछले साल 3 करोड़ युवाओं ने अपना रोजगार खो दिया। राहुल गांधी ने कहा कि 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी इस वक्त हिंदुस्तान में है। कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि हमारी यूपीए की सरकार ने दस साल के भीतर 27 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला था और इस सरकार ने 23 करोड़ लोगों को गरीबी में धकेल दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी से असंगठित क्षेत्र को खत्म कर दिया, जिससे अब दो हिंदुस्तान बन गए हैं- गरीबों का भारत और अमीरों का भारत। आप ये मत सोचो कि जिस गरीब हिन्दुस्तान को आप बना रहे हो वो चुप बैठा रहेगा, ये चुप नहीं बैठा रहेगा।  इस हिन्दुस्तान को दिख रहा है कि आज हिन्दुस्तान के 100 सबसे अमीर लोगों के पास हिन्दुस्तान के 55 करोड़ लोगों से ज़्यादा जायदाद है, ये नरेंद्र मोदी जी ने किया है” राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को दो हिंदुस्तानों को जोड़ने का काम करना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी मेक इन इंडिया का नारा देती गई और यहां देश में बेरोजगारी बढ़ती गई। उन्होंने आगे कहा कि जब तक असंगठित क्षेत्र को मजबूत नहीं किया जाएगा, तब तक स्टार्टअप इंडिया, न्यू इंडिया से नारे से कुछ नहीं होगा।सरकार को इतिहास का ज्ञान नहीं है,बिना संवाद के लोगों पर राज नहीं कर सकते. हर राज्य की अपनी संस्कृति, भाषा, इतिहास है. केंद्र राज्यों पर कोई दवाब नहीं बना सकता है. हमारा देश सामाज्य नहीं है. देश फूलों के गुलदस्ते के समान है. देश को केंद्र की छड़ी से नहीं चलाया जा सकता है. मेरे परिवार का खून इस देश की मिट्टी में शामिल है। मेरी दादी मेरे पिताजी इस देश के लिए शहीद हुए हैं।  इसलिए मैं इस देश को समझता हूं। सरकार जिस तरह से इस देश को चलाना चाहती है वो इसे बर्बादी की तरफ ले जा रहा है। कृषि कानूनों को लेकर राहुल गांधी ने  कहा कि किसान सड़कों पर बैठे रहे, लेकिन राजा ने किसी की भी आवाज नहीं सुनी। लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि इधर भाजपा बस मेक इन इंडिया का नारा देती रही, उधर देश में बेरोजगारी बढ़ती रही। उन्होंने आगे कहा कि असंगठित क्षेत्रों पर सरकार ने हमला किया, और असंगठित सेक्टर को खत्म कर दिया, अगर आप उनकी मदद करते तो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर तैयार हो सकता था।  जो लोग आपका मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर बना सकते थे उनको आपने खत्म कर दिया, राहुल गांधी ने लोकसभा में जैसे ही पेगासस का नाम लिया सत्ता पक्ष की तरफ़ से ऑब्जेक्शन आया, वहीं उन्होंने ने पेगासस् का मुद्दा उठाते हुए कहा, पेगासस स्पाईवेयर के जरिए संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है। पीएम इजरायल जाकर पेगासस लेकर आए थे जिसका इस्तेमाल जासूसी में किया जा रहा है, अपने विरोधियों और विपक्षियों की जासूसी कराई जा रही है सरकार की गलत‌ विदेश नीति के कारण आज चीन और पाकिस्तान एक साथ खड़े हैं। जो भारत के लिए बेहद खतरनाक है”आज अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत बिल्कुल अकेला पड़ा हुआ है। पड़ोसियों के साथ हमारे रिश्ते इतने खराब कभी नहीं रहे।
बहरहाल – 2014 से अब तक भाजपा अपना काम करती जा रही है और कांग्रेस केवल उसके कार्यों आलोचना ही करते जा रही है। जिन प्रदेशों में कांग्रेस सत्ता में है वहां भी बहुत बेहतर काम नहीं दिखाई दे रहा वहां उन प्रदेशों की जनता की सहानुभूति है जो कांग्रेस अभी तक सांस ले रही है वरना कॉंग्रेस की राष्ट्रीय नीति तो कहीं भी कोई भी कांग्रेस का बड़ा नेता स्पष्ट करके भारतीय जनता को बताए कि इस बार केंद्र की सत्ता में आने के बाद कांग्रेस भारतीय जनता को यह योजना देने जा रही है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस के प्रति जनता का असमंजसता लाज़मी है।

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