बिहार अंजुमन रियाद चैप्टर की ओर से गेटटुगेदर वार्षिक अधिवेशन।
बिहार और झारखंड में चल रहे 27 रहबर कोचिंग सेंटरों के अलावा मॉडल स्कूल खोलने की भी योजना है। मोहम्मद शाहीन
अधिवेशन में मॉडर्न स्कूलों में पढ़ रहे गरीब छात्रों बेहतर शिक्षा देने के लिए और अधिक दान देने का संकल्प लिया।
बिहार अंजुमन रियाद चैप्टर की ओर से गेटटुगेदर वार्षिक अधिवेशन।
अधिवेशन में मॉडर्न स्कूलों और गरीब छात्रों बेहतर शिक्षा देने के लिए और अधिक दान देने का संकल्प लिया।
“गुलज़ार अली खान” के अंग्रेज़ी रिपोर्ट पर आधारित एस. ज़ेड.मलिक(पत्रकार) द्वारा किया गया हिंदी अनुवाद रिपोर्ट।
नई दिल्ली – पिछले दिनों बृहस्पतिवार 31 मार्च 2022 को सऊदी की राजधानी रियाद के अल-खोबर में बिहार सबसे बड़ा एक मात्र समाजिक संस्था बिहार अंजुमन (बीए) रियाद चैप्टर द्वारा प्रायोजित एक दिवसीय गेटटुगेदर वार्षिक अधिवेशन समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह का आरम्भ कार्यक्रम की शुरुआत अब्दुल्ला द्वारा पवित्र कुरान के पाठ के साथ हुई। तथा इस समारोह में सऊदी अरब में रह रहे बिहार प्रवासी के अतिरिक्त मुख्य रूप से उत्तर भारत के महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों परिवारों और, बिहार अंजुमन सक्रिय सदस्यों तथा हाई-प्रोफाइल शीर्ष अतिथि बड़े उद्योगपति, कारोबारी एवं नौकरपेशा इंजीनियर, डॉक्टर, एवं अन्य पेशेवर, दानदाता (डोनर) सहिंत उत्तर भारत प्रवासियों के 400 से अधिक मेहमानों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य बिहार और झारखंड में शैक्षिक बुनियादी ढांचे के निर्माण और प्रतिभाशाली गरीब छात्रों की मदद करना है। दरअसल यह कार्यक्रम उन लोगों के लिये किया गया जो अपने दान को प्रतिस्पर्धा स्वरूप एक पुरुस्कार के रूप में देना अपना परमकर्तव्य और धर्म समझते है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सऊदी अरब के एक प्रमुख व्यवसायी राशिद अली शेख, एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में व्यवसायी सलाहुद्दीन मंजरी और मोहम्मद अमानुल्लाह आमन्त्रित कर पुरस्कृत किया गया तथा इनके साथ साथ संस्था के दानकर्ताओं एवं संस्था के लिये समर्पित सक्रिय सदस्यों को भी पुरुस्कृत कर सम्मानित किया गया।
ज्ञात हो कि बिहार के पिछड़े वर्ग के आशिक्षत परिवार के छत्र – छात्राओं जिनके अभिभावक आर्थिक दृष्टिकोण से कमज़ोर जो शिक्षा के प्रकाश की खातिर अंधेरे में भटक रहे हैं वैसे लोगों को बिहार अंजुमन पिछले 23 वर्षों से लगातार चैनियत कर एक जलती मोमबत्ती की तरह प्रकाश दिखा कर अंधेरे को दूर करने का काम कर रहा है।
इस अवसर पर बीए रियाद चैप्टर के अध्यक्ष मोहम्मद शाहीन मलिक ने कहा, “हमारा मिशन है स्वयंसेवा के माध्यम से आर्थिक दृष्टिकोण वंचित पिछड़े प्रतिभाशाली बच्चों को शिक्षा में गुणवत्ता प्रदान करना है।
उन्होंने पिछले साल के अंत में जारी नीति आयोग के रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि, सूचकांक के अनुसार, बिहार की 51.91 प्रतिशत जनसंख्या गरीब है, इसके बाद झारखंड में 42.16 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 37.79 प्रतिशत है।
ऑक्सफोर्ड गरीबी और मानव विकास (ओपीएचआई) और संयुक्त राष्ट्र (यूएनडीपी) ने भारत का राष्ट्रीय एमपीआई के रिपोर्ट को स्वीकारते हुए विश्व स्तर पर मजबूत कार्यप्रणाली का उपयोग करता है।
(एमपीआई) सूचकांक के अनुसार, बिहार और झारखंड भारत के सबसे गरीब राज्यों के रूप में उभरे हैं। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए बिहार और झारखंड के गरीब छात्रों को समर्थन देने के लिए बीए का यह कदम महत्वपूर्ण है।
आगे अपने वक्तव्य में उन्हों ने बताया कि बीए उन गरीब छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी शिक्षा जारी रखने की स्थिति में नहीं हैं। बीए की सहायता के क्षेत्रों में स्कूलों का निर्माण, गरीब छात्रों के लिए प्रवेश शुल्क का भुगतान, पाठ्य पुस्तकें, शिक्षण शुल्क, परीक्षा शुल्क, स्टेशनरी आइटम, वर्दी, छात्रावास शुल्क, बैकपैक और स्कूल की आपूर्ति शामिल है।
इसके लिए, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बीए ने इंजीनियरिंग और पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों में डिप्लोमा करने वाले लगभग 1129 छात्रों को आर्थिक रूप से समर्थन दिया है। बीए को उस पूर्वी भारतीय राज्य के विभिन्न हिस्सों में लड़कियों के लिए कुछ धार्मिक स्कूल (मदरसा) और तीन एक-शिक्षक स्कूल (ओटीएस) संचालित करने का गौरव प्राप्त है। बिहार और झारखंड में चल रहे 27 रहबर कोचिंग सेंटरों के अलावा मॉडल स्कूल खोलने की भी योजना है।
अपने मुख्य भाषण में, इंजी0 राशिद अली शेख ने मुस्लिम युवाओं से व्यापार करने का आह्वान किया और नई पीढ़ी को व्यावसायिक उद्यम शुरू करने के लिए मार्गदर्शन करने के लिए अपना समर्थन देने की पेशकश की। शेख ने युवा उद्यमियों को नए व्यावसायिक विचारों को उधार देने के लिए समर्थन देने और उभरते व्यवसायियों को सभी कौशल और विशेषज्ञता से लैस करने के लिए बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करने का भी वादा किया। उन्होंने “वित्तीय सहायता के साथ बेहतर वातावरण में युवा छात्रों को शिक्षित और प्रशिक्षित करने के लिए” बीए की पहल की भी सराहना की।
शुरुआत में बीए अध्यक्ष शाहीन ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और बिहार अंजुमन के मिशन के बारे में बताया. उन्होंने बिहार अंजुमन के संचालन और समाज के गरीब वर्ग के उत्थान के लिए कैसे काम किया, इसके बारे में आंकड़ों के साथ तथ्यात्मक जानकारी प्रदान की। एक अन्य बीए पदाधिकारी आबिद हुसैन ने भी इस अवसर पर बात की और बिहार अंजुमन द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं और इसकी भविष्य की योजनाओं का संक्षिप्त विवरण दिया। उन्होंने बीए द्वारा संचालित प्रमुख परियोजनाओं जैसे रहबर फ्री कोचिंग सेंटर, वन टीचर स्कूल, डिप्लोमा इंजीनियरिंग का प्रायोजन, कंबल वितरण कार्यक्रम, इफ्तार किट वितरण और अन्य कल्याणकारी पहलों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बिहार और झारखंड में गरीब बच्चों के लिए मॉडल स्कूल शुरू करने के लिए बीए के लिए एक नई योजना भी पेश की। इस मौके पर हाफिज इम्तियाज अहमद ने रमजान के पवित्र महीने के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ अब्दुल फराह द्वारा एक “देखो और जीतो” कार्यक्रम, जिसमें दर्शकों के सदस्यों को पुरस्कार दिए गए थे, का संचालन किया गया। कार्यक्रम के दौरान, सिराज अकरम द्वारा लिखित “मुस्लिम फैक्टबुक” नामक एक प्रमुख पुस्तक का भी विमोचन किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए, अकरम ने मुसलमानों की दयनीय स्थितियों के कारणों की व्याख्या की और मुसलमानों और अन्य धार्मिक समूहों के बीच उपलब्धियों के मामले में बढ़ते अंतराल के बारे में बताया, जबकि मुसलमानों को हर क्षेत्र में अधिक प्रयास करने का आह्वान किया। यह किताब Amazon, Flipkart, Apple और अन्य बुक-सेलिंग प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन उपलब्ध है।
अपने भाषण में सलाहुद्दीन मंजरी ने सामुदायिक पहल की सफलता के लिए प्रतिबद्धता की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने दर्शकों से अवसरों का पता लगाने और समुदाय की बेहतरी के लिए नेटवर्क बनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अबुल फराह और डॉ. अलीमुद्दीन ने संयुक्त रूप से किया। युवक-युवतियों के बीच कई पुरस्कार भी बांटे गए। ऑनलाइन भाषण प्रतियोगिता के लिए पहला, दूसरा और तीसरा पुरस्कार क्रमशः शाया फाहिमी, जहीरा इकबाल और मरियम अख्तर सिद्दीकी को दिया गया।
बीए अध्यक्ष शाहीन ने बिहार अंजुमन के प्रायोजकों और सक्रिय सदस्यों की भूमिकाओं की भी सराहना की, जिनमें डॉ अबुल फराह, बीए उपाध्यक्ष, सेराज अकरम, आबिद हुसैन, साजिद हुसैन, सैयद अमानुल्लाह, डॉ अलीमुद्दीन, फिरोज अहमद, अफाक अख्तर, नासिर तौकीर शामिल हैं। , दानिश शेख, मोहम्मद मतीन, जफर इमाम, फरमान अहमद, भोलू मल्लिक, इम्तियाज़ मंज़ारी और शेख ओसामा।
उन्होंने कहा कि इकरा कॉलोनी पटना, इंडिया न्यूज स्ट्रीम, नब एस्टैब्लिशमेंट फॉर कॉन्ट्रैक्टिंग, अल कबीर, एमईएससी, आईएएके स्था सहित कार्यक्रम के प्रायोजकों और समर्थकों के लिए बीए का विशेष धन्यवाद है। औद्योगिक निर्माण के लिए, डिजिटल एंटिटी कंपनी, अल बिलाद डिजिटल प्रिंटिंग एंग्री अली अहमद, नियाज़, क़ैस आजम, अख्तरुल इस्लाम, अनीसुर रहमान, फ़िरोज़ आलम, डॉ. जुबैर खान, एम असरार, शेख मोहम्मद अजीज और मंज़र खान।
इम्तियाज मंजरी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन हुआ। तथा कार्यक्रम के समापन के बाद रियाद का प्रसिद्ध चटकरे रेस्तरां का भोजन परोसा गया जो इस समारोह के खानपान लिए भागीदार थे।
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