दिल्ली विधान सभा के पहले बजड सत्र में मुख्यमंत्री ने ज़बरदस्त तरिके से प्रधानमंत्री की खिचाई! ने

बीजेपी चाहती है कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ को टैक्स फ्री किया जाए, तो क्यों न विवेक अग्निहोत्री से पूरी मूवी को यू-ट्यूब पर मुफ़्त में अपलोड करने के लिए कहती है?- अरविंद केजरीवाल*

बीजेपी चाहती है कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ को टैक्स फ्री किया जाए, तो क्यों न विवेक अग्निहोत्री से पूरी मूवी को यू-ट्यूब पर मुफ़्त में अपलोड करने के लिए कहती है?- अरविंद केजरीवाल*

बीजेपी चाहती है कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ को टैक्स फ्री किया जाए, तो क्यों न विवेक अग्निहोत्री से पूरी मूवी को यू-ट्यूब पर मुफ़्त में अपलोड करने के लिए कहती है?- अरविंद केजरीवाल*

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आठ साल में अगर किसी प्रधानमंत्री को विवेक अग्निहोत्री के चरणों में शरण लेनी पड़े, तो इसका मतलब है कि आठ साल में पीएम ने कोई काम नहीं किया। बीजेपी चाहती है कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ को टैक्स फ्री किया जाए, तो क्यों न विवेक अग्निहोत्री से पूरी मूवी को यू-ट्यूब पर मुफ़्त में अपलोड करने के लिए कहती है? कोई कश्मीरी पंडितों के नाम पर करोड़ों कमा गया और भाजपा को पोस्टर लगाने का काम दे दिया। हिटलर भी कम से कम अपने चमचों को नौकरी देता था। क्या मोदी जी ने आपके बच्चों को नौकरी, बिजली और दवाई दी? सीएम ने कहा कि आज केजरीवाल है, कल नहीं होगा। आज मोदी जी हैं, कल नहीं होंगे। कोई बड़ा नहीं है, देश बड़ा है। किसी भी हालत में देश पर आंच नहीं आनी चाहिए। ये लोग देश और संविधान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि दिल्ली में भाजपा की केंद्र सरकार के नुमाइंदे एलजी साहब ने भी माना कि दिल्ली की जीडीपी पांच साल में 50 फीसद बढ़ गई। आज तक किसी भी सरकार में इतनी जीडीपी नहीं बढ़ी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली विधानसभा में चल रहे बजट सत्र को संबोधित किया। बजट सत्र का आज दूसरा दिन था। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कल विधानसभा में उपराज्यपाल अनिल बैजल द्वारा दिए गए अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन किया। सदन को संबोधित करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल शहीदी दिवस था, पूरे देश ने बड़े आदर के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को इसी दिन फांसी दी गई थी। उन्होंने देश को आजाद कराने के लिए सबसे बड़ी शहादत दी थी। वैसे तो हम सब लोग सभी शहीदों को नमन करते हैं और सभी स्वतंत्रता सेनानियों का आदर करते हैं, लेकिन उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों में बाबा साहब अंबेडकर और शहीद भगत सिंह एक तरह से चमकते सितारें हैं। दिल्ली सरकार ने यह निर्णय लिया है कि बाबा साहब अंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तश्वीरें सभी दफ्तरों में लगाई जाएंगी। कुछ दिन पहले पंजाब की ‘आप’ सरकार ने भी यह निर्णय लिया है कि पंजाब सरकार के सभी दफ्तरों में भगत सिंह और बाबा साहब अंबेडकर की तश्वीरें लगाई जाएंगी। मैं तो यह सोच रहा था कि हमारे विपक्ष के साथी इसके लिए हमें बधाई देंगे और तारीफ करेंगे कि बहुत अच्छा निर्णय लिया गया है। लेकिन जब से यह ऐलान किया गया है, तब से हमारी बहुत आलोचना की जा रही है। भाजपा वाले कह रहे हैं कि बाबा साहब और शहीद भगत सिंह की तश्वीर क्यों लगाई, सावरकर की क्यों नहीं लगाई? हेडगेवार की क्यों नहीं लगाई? मैं कह रहा हूं कि सावरकर और हेडगेवार की आप लगा लो। हम बाबा साहब और भगत सिंह की लगाएंगे। कांग्रेस वाले चिल्ला रहे हैं कि इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी की क्यों नहीं लगाई? हम कह रहे हैं कि इंदिरा गांधी की आप लगा लो, हम बाबा साहब और भगत सिंह लगाएंगे।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे पता नहीं था कि सारे प्रतिपक्ष के लोग बाबा साहब अंबेडकर और भगत सिंह से इतनी नफरत क्यों करते हैं? और खासकर भाजपा वाले बाबा साहब अंबेडकर इसे इतनी नफरत क्यों करते हैं? भाजपा वाले इसलिए बाबा साहब से नफरत करते हैं, क्योंकि बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान बनाया। संविधान में उन्होंने लिखा कि भारत के अंदर जनतंत्र होगा। इस जनतंत्र के अंदर चुनाव होंगे। चुनाव में जनता वोट डालेगी। वोट डालकर जनता अपनी सरकार चुनेगी और वो सरकार लोगों के सपनों को पूरा करने के लिए काम करेगी। भाजपा को यह पसंद नहीं है। भाजपा नहीं चाहती है कि चुनाव हों। भाजपा चाहती है कि चुनाव खत्म हो जाएं, चुनाव होने ही नहीं चाहिए। इनके हिसाब से चुनाव गंदी बात है। इनके हिसाब से चुनाव गलत बात है। एमसीडी के अंदर 15 साल इन्होंने जमकर लूटा। लूटने के मामले में दुनिया के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड वालों की मीटिंग चल रही है और इसमें भाजपा वालों का नाम आने वाला है। भाजपा वालों ने 15 साल एमसीडी में शानदार काम किया है। 15 साल के अंदर इन्होंने लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। लूटने के बाद जनता में त्राहि-त्राहि मच गई। लोग इनके 15 साल के शासन के बाद दुखी हो गए और अब लोगों ने मन बना लिया कि इस बार इनको मजा चखाएंगे और गुस्सा जाहिर करेंगे।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 9 मार्च को चुनाव आयोग ने भी ऐलान कर दिया कि आज शाम पांच बजे चुनाव की तारीख की घोषणा की जाएगी। शाम चार बजे प्रधानमंत्री के दफ्तर से फोन जाता है और चुनाव कमिश्नर को चिट्ठी जाती है कि चुनाव रद्द कर दो। पूरी दुनिया के अंदर आज तक ऐसा नहीं हुआ होगा कि प्रधानमंत्री सीधे-सीधे चुनाव कमिश्नर को फोन करके और चिट्ठी लिख कर कहते हैं कि चुनाव रद्द कर दो। इसलिए ये बाबा साहब से नफरत करते हैं। ये कहते हैं कि बाबा साहब अंबेडकर नहीं होता, तो इस देश के अंदर जनतंत्र नहीं होता। कल भाजपा का एक बड़ा नेता मिला। वो बोला कि मैंने तो अपने भाजपा के बड़े नेताओं को बोल दिया कि यह चुनाव का चक्कर छोड़ो। एमसीडी में भी एनडीएमसी जैसा कर दो। मैं पूछा कि इसका क्या मतलब है? इस पर उसने बताया कि एनडीएमसी में चुनाव ही नहीं होता है। एनडीएमसी में केंद्र सरकार नामिनेट कर देती है। वो बोला कि एमसीडी में भी यही हो जाना चाहिए। इनका वश चले तो ये सारे राज्यों में और देश में चुनाव कराना बंद कर दें। इसलिए ये लोग बाबा साहब अंबेडकर से नफरत करते हैं। बाबा साहब अंबेडकर चुनाव की प्रक्रिया रख कर गए थे, इनका वश चले तो ये चुनाव कराना बंद कर दें। ये कह रहे हैं कि हम तीनों एमसीडी को एक साथ करना चाहते हैं। भाजपा के पास सात साल थे। सात साल से सो रहे थे क्या? आप लोग सात साल से कहां थे? क्यों नहीं आपने तीनों एमसीडी को एक किया। चुनाव के एक घंटे पहले तुम लोग चिट्ठी लिख रहे हो। अब सोकर जागे हो कि तीनों एमसीडी को एक करोगे।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन्हें तीनों एमसीडी को एक नहीं करना है। इनको तो चुनाव टालने हैं, क्योंकि ये हार रहे हैं। मेरी हाथ जोड़कर विनती है कि हार-जीत लगी रहती है। कभी ये पार्टी हारती है, कभी वो पार्टी हारती है। कभी भाजपा हारती है, कभी आम आदमी पार्टी भी हारती है। कभी कांग्रेस हारती है। देश बड़ा है। देश की सोचो। आज आम आदमी पार्टी है। कल हो सकता है कि आम आदमी पार्टी न हो। आज भाजपा है, कल भाजपा हो या न हो।
हो। आज केजरीवाल है, कल केजरीवाल नहीं होगा। आज मोदी जी हैं, कल मोदी जी नहीं होंगे। कोई बड़ा नहीं है, देश बड़ा है। मुल्क बड़ा है, कौम बड़ी है, समाज बड़ा है। देश को नहीं झुकने देना है, देश को नहीं टूटने देना है। किसी भी हालत में देश पर आंच नहीं आनी चाहिए। ये लोग देश के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, ये लोग संविधान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ये कह रहे हैं कि हम एमसीडी को यूनिफाई करना चाहते हैं। इन्होंने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिख दी कि हम तीनों एमसीडी को यूनिफाई कर रहे हैं, इसलिए चुनाव टाल दो और चुनाव आयोग ने चुनाव टाल दिया। दिसंबर में गुजरात के चुनाव हो रहे हैं। अब जनता कह रही है कि ये गुजरात हारेंगे। अब ये गुजरात हारेंगे, तो दस दिन पहले चुनाव आयोग को चिट्ठी लिख देंगे कि हम गुजरात और महाराष्ट्र को एक कर रहे हैं, इसलिए गुजरात के चुनाव टाल दो और गुजरात के चुनाव टल जाएंगे। अगली बार ये लोकसभा का चुनाव हारेंगे, तो चिट्ठी लिख देंगे कि पार्लियामेंट्री फॉर्म ऑफ सिस्टम बड़ा खराब है, हम प्रेसिडेंशियल फॉर्म ऑफ सिस्टम ला रहे हैं। संविधान बदल रहे हैं, चुनाव टाल दो और चुनाव टल जाएगा। इन्होंने यह क्या मजाक बना रखा है। इन्होंने नौटंकी कर रखी है। भारत जनतंत्र है, देश यह बर्दाश्त नहीं करने वाला है, जो इन्होंने नौटंकी कर रखी है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि ये कहते हैं कि हम दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी हैं। हम तो दुनिया की सबसे छोटी पार्टी हैं। फिर भी हमसे तुम लोग डर रहे हो। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी, दुनिया की सबसे छोटी आम आदमी पार्टी से डर कर भाग गई। क्या कायर हो। हिम्मत है, तो भाजपा वालों चुनाव लड़कर दिखाओ, तुमको मान जाएंगे। ये कहते हैं कि 56 इंच का सीना है। नही ंतो मान लो कि 56 इंच का सीना नहीं है। नही ंतो मान लो कि कुर्ते के नीचे 56 इंच का सीना नहीं है। यह झूठ है। कल मैंने देखा कि जब एलजी साहब ने भाषण शुरू किया, तो भाजपा के सारे लोग खड़े हो गए और नारे लगाने लगे। आगे वाले कहा कि फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ टैक्स फ्री करो और पीछे से दो जने कह रहे थे कि दारू की दुकानें बंद करो। अब इनको भी नहीं पता है कि आज नारे किस चीज के लगाने हैं। जैसे रैलियां होती हैं, उसमें कुछ टीवी वाले माइक लगा देते हैं कि किस लिए आए हो, तो वो इधर-उधर देखता है। इनका क्या हाल बना दिया। इसलिए थोड़े राजनीति में आए थे। एक फिल्म आई थी बंटी और बबली। उस फिल्म में एक सीन था कि कुछ लोग नेता के पास जाते हैं और बोलते हैं कि हमारी मांगे पूरी करो। नेता बाहर आता है और पूछता है कि क्या मांगे हैं, तो सारे एक-दूसरे की तरफ देखने लगते हैं। उनको पता ही नहीं है कि क्या मांगे हैं? आज सारे देश में पूरी भारतीय जनता पार्टी एक पिक्चर के पोस्टर लगा रही है। इसलिए राजनीति में आए थे। घर जाकर अपने बच्चों को क्या जवाब दोगे, जब बच्चे पूछेंगे कि पापा क्या काम करते हो? तो यही बताओ कि पिक्चरों के पोस्टर लगाता हूं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आठ साल केंद्र में सरकार चलाने के बाद अगर किसी देश के प्रधानमंत्री को विवेक अग्निहोत्री के चरणों में शरण लेनी पड़े, तो इसका मतलब है कि उस प्रधानमंत्री ने आठ साल में कोई काम नहीं किया है। उनको विवके अग्निहोत्री के चरणों में शरण लेनी पड़ रही है कि बचा लो। ये कह रहे हैं कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ टैक्स फ्री करो। यू-ट्यूब पर डाल दो, फ्री-फ्री हो जाएगी। टैक्स फ्री क्यों करा रहे हो। तुमको इतना ही शौक है, तो विवेक अग्निहोत्री को बोलो, वो यू-ट्यूब पर डाल देगा और सारे लोग एक ही दिन के अंदर देख लेंगे। टैक्स फ्री की क्या जरूरत है। यू-ट्यूब पर क्यों नहीं डाल देते। कल मैंने एक अखबार में पढ़ा कि हरियाणा के अंदर भाजपा का ही एक एमएलए था। उसने कहा कि आज मैं पार्क के अंदर इसकी फ्री स्क्रीनिंग करूंगा। इसके तुरंत बाद विवेक अग्निहोत्री का खट्टर साहब को ट्वीट आया कि देखो ये फ्री कर रहा है। इसको बोला कि ये टिकट लेकर करे। कश्मीरी पंडितों के नाम पर कुछ लोग करोड़ो करोड़ रुपए कमा रहे हैं और आप लोगों को पोस्टर लगाने का काम दे दिया है। आप लोग क्या कर रहे हो? वो कश्मीरी पंडितों के नाम पर करोड़ों रुपए कमा गया और आप लोग पोस्टर लगाते रह गए। तुम लोगों का क्या हाल बना दिया? तुम लोग आंखें खोलो। पूरे भाजपा वालों को भेड़-बकरियों की तरह हांक रखा है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि एक दिन बोले कि तीन कृषि कानून लेकर आए हैं। बहुत शानदार है और मैसेज आया कि सारे लोगों ने मोदी जी की तारीफ करो। सारे बोले कि वाह मोदी जी, क्या मास्टर स्ट्रोक है? मेरे को याद है कि इसी सदन के अंदर इन लोगों ने उन तीनों कानूनों की खूब तारीफ की थी। बोले थे कि क्या मास्टर स्ट्रोक है, क्या शानदार कानून लेकर आए हैं। एक साल के बाद आया कि तीनों कानून वापस ले लिए और बोले कि मोदी जी की फिर तारीफ करो कि कानून बेकार थे। इसी सदन के अंदर इन लोगों ने इतनी बेशर्मी से कहा कि वाह मोदी जी वाह! तीनों कानून खराब थे, आपने वापस ले लिया और देश को बचा लिया। क्या मास्टर स्ट्रोक है? आप लोगों का ये क्या हाल बना दिया। फिर थोड़े दिन बाद बोले कि दारू की दुकानों के खिलाफ करो। फिर सारे जन बोले कि दारू की दुकान बंद करो। अब दिल्ली में दारू ठीक हो गई। आज कल तो आप लोग शोर नहीं करते हो। अब कश्मीर फाइल्स आ गई। पहले तीन कानून थे। रोज उपर से कुछ न कुछ आ जाता है, आप लोगों को रोज काम दे रखा है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी भाजपा विधायकों से निवेदन करते हुए कहा कि आप सभी अपने ही हो। थोड़ा सा देश के बारे में सोचो। जो हिटलर था, वो कम से कम अपने चमचों को नौकरी देता था, रोजगार देता था, इतिहास उठा कर पढ़ो। उसने रोजगार तो दिया था, इन्होंने आपको क्या दिया। आपके बच्चों को नौकरी दी। आपके घर में कोई खाने-पीने का इंतजाम किया। आपकी बिजली का इंतजाम किया। आपके काम केजरीवाल आता है। आपके भी घर की बिजली फ्री कर रखी है। मैं दिल्ली के 12 लाख बच्चों को नौकरी दी है। स्कूल और अस्पताल ठीक कर दिए। आपके घर में कोई बीमार होता है, तो केजरीवाल दवाई पहुंचाता है, मोदी जी नहीं पहुंचाते हैं। मैं भाजपा के सारे कार्यकर्ताओं और समर्थकों से कहना चाहता हूं कि थोड़ा अपना दिमाग खोलो और ये भेड़-चाल बंद करो। आपको ये भेड़-बकरियों की तरह हांक रहे हैं। यह सब बंद करो और सारे लोग भाजपा को छोड़कर आम आदमी पार्टी में आ जाओ। आपको इज्जत और सम्मान मिलेगा। हम आपसे कतई झूठे नारे नहीं लगवाएंगे। आपके साथ मिलकर हम राष्ट्र निर्माण करेंगे। झूठी फिल्मों के पोस्टर भी नहीं लगवाएंगे। कम से कम पिक्चर का प्रमोशन करना तो बंद कर दो। आप लोग बहुत गंदे लगते हो। आप लोगों पर यह शोभा नहीं देता है। आप लोग अच्छे आदमी हो। राजनीति में कुछ करने आए थे, कहां पिक्चर के पोस्टर और प्रमोशन में लगा दिया। कल एजी साहब का भाषण पूरे देश ने सुना। एलजी साहब को एक तरह से केंद्र सरकार नुमाइंदा माना जाता है। एलजी साहब ने भी हमारी सरकार की कितनी तारीफ की। पांच साल के अंदर दिल्ली का जीडीपी 50 प्रतिशत बढ़ गया। भारत में आज तक किसी भी राज्य का इतना नहीं बढ़ा। दिल्ली सरकार ने इतने शानदार काम किए हैं कि केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त एलजी साहब ने भी आम आदमी पार्टी सरकार की भूरी-भूरी शब्दो में तारीफ की। मैं एलजी साहब का बहुत-बहुत शुक्रिया यदा करना चाहता हूं और इस धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन करता हूं। 

विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल की अनुमति के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने सदन को संबोधित किया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने जब बाबा साहब अंबेडकर का जिक्र किया, तो भाजपा के विधायक हंगामा करने लगे और सदन से बाहर जाने लगे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाबा साहब का नाम सुनते ही भाजपा के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। ये लोग बाबा साहब का नाम सुनना ही नहीं चाहते हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने भाजपा विधायकों को सदन में बैठने की अपील की, लेकिन भाजपा विधायक सदन में हंगामा करने लगे। इस पर विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कड़ी नाराजगी जताई।

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