दिल्ली के नगरनिगम में व्याप्त भृष्टाचार – दिल्ली सरकार अचेत

भाजपा और आप पार्टी की मिलीभगत  अपने भ्रष्ट पार्षदों को जनता की जवाबदेही से बचाया -चौ. अनिल कुमार

भाजपा और आप पार्टी की मिलीभगत  अपने भ्रष्ट पार्षदों को जनता की जवाबदेही से बचाया -चौ. अनिल कुमार

नई दिल्ली दिल्ली नगर निगम में बढ़ते भृष्टाचार को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि भाजपा और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के आगामी नगर निगम चुनावों में सीटों में मिलीभगत से  रोटेशन के लिए रज़ामंदी दी क्यूँकि ये दोनों पार्टी जानती है कि उनके ज्यादातर पार्षद भ्रष्ट्राचार में लिप्त है।उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता उनके बारे में अच्छी तरह जान चुकी है और अगर इस बार भाजपा और आम आदमी पार्टी के पार्षद फिर से उन्हीं सीटों पर लड़े तो हार जाऐंगे । इसलिए अब इन दोनो पार्टियो ने फिर से उन्ही भष्ट्र पार्षदों को टिकट काटने का वार्ड रोटेशन की वजह से बहाना मिल जाएगा। 

चौ. अनिल कुमार ने कहा कि जिस तरह वर्ष 2017 के पिछले चुनाव में नगर निगम में भाजपा ने 272 निगम वार्डों में से 271 नए  उम्मीदवारों को चुनाव लड़ाया था और तमाम जीते हुए पार्षदों जो की लेंटर मेन और भ्रष्टाचार में बदनाम थे उनके टिकट काट दिए थे ।

उन्होंने कहा कि वार्डों के रोटेशन में जो भारी अनियमित्ता की गई है उससे यह साफ जाहिर होता है कि दिल्ली चुनाव आयोग आप पार्टी की सरकार और भाजपा सरकार के दबाव में काम कर रहा है क्योंकि अगर ऐसा नहीं है तो वार्ड जनसंख्या के आधार पर वार्ड सीट आरक्षण की जो नियमावली है उसका पालन किए बगैर वार्ड में सीटों का आवंटन भाजपा और आप पार्टी के मनमुताबिक क्यों किया है? उन्होंने कहा कि इस बार नगर निगम में वार्डों में सीटों का आवंटन गलत तरीके से महिला सीट को पुरूष और पुरूष सीट को महिला सीट में तब्दील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि नगर निगमों में सीटों के आरक्षण की वार्ड जनसंख्या के आधार पर जो नियमावली है उसका पूर्णरूप से पालन ही नहीं किया गया है।

चौ. अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी की अरोप-प्रत्यारोप के कारण सफाई कर्मचारियों, शिक्षकों, नर्सों और डॉक्टरों सहित एमसीडी कर्मचारियों को कई महिनों तक वेतन तक नहीं मिला क्योंकि अरविंद सरकार ने महीनों तक एमसीडी को फंड जारी नहीं किया था और इन कर्मचारियों को अपना वेतन पाने के लिए अक्सर हड़ताल करनी पड़ती थी।

चौ. अनिल कुमार ने कहा कि एमसीडी के कोरोना वारियर्स जो ड्यूटी के दौरान मारे गए है उनकों अभी तक आप पार्टी की दिल्ली सरकार द्वारा घोषित 1 करोड़ रुपये के मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया है, क्योंकि भाजपा और आप पार्टी दिल्ली की जनता को धोका देने के लिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे है।

चौ. अनिल कुमार ने कहा कि आप पार्टी के पार्षदों ने एमसीडी की प्रमुख संपत्तियों को औने-पौने दामों पर बेचने में भाजपा के साथ गठबंधन किया हुआ है क्योंकि उन्हें भ्रष्ट सौदों में उनका भी हिस्सा होता है।

चौ. अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा और आप की मूर्खता की रणनीति इस बार दिल्ली के मतदाताओं के आगे काम नहीं करेगी, क्योंकि दिल्ली कि जनता इस बार भाजपा और अरविंद सरकारों के भ्रष्टाचार और अक्षमता के बारे में आच्छी तरह से जान चुकी है कि इन दोनों सरकारों ने कोरोना महामारी संकट के दौरान दिल्लीवासियों को किसी भी प्रकार की कोई वित्तिय सहायता न देकर परेशान ही किया है।

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