“एक अंक” के संगीत का एक शानदार प्रीमियम  सफलतापूर्वक लॉन्च ।

हमारी नदियों की पवित्रता को बहाल करने के उनके अटूट दृढ़ संकल्प ने फिल्म निर्माताओं को इस शक्तिशाली कहानी को सिल्वर स्क्रीन पर बताने के लिए प्रेरित किया।

हमारी नदियों की पवित्रता को बहाल करने के उनके अटूट दृढ़ संकल्प ने फिल्म निर्माताओं को इस शक्तिशाली कहानी को सिल्वर स्क्रीन पर बताने के लिए प्रेरित किया।

पर्यावरण पर आधारित “एक अंक” के संगीत का एक शानदार प्रमोशन सफलतापूर्वक लॉन्च ।

एस. ज़ेड. मलिक

नई दिल्ली – 25 मई 2023 – पर्यावरण की सुरक्षा को ले कर आज विश्व में हर सरकारें चिंतित है और इसके लिये विश्व स्तर पर एक मुहिम के तहत छोटी बड़ी समाजिक संस्थाओं एवं गैरसरकारी संस्थाएं लगातार नुक्कड़ नाटक, जन-जागरण अभियान चला कर लोगो को पर्यावरण सुरक्षित करने के लिये जागरूक कर रहीं है, तथा स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रों को सिलेबस और नाटकों के माध्यम से पर्यावरण को कैसे सुरक्षित रख रखाव के लिये पढ़ाया जा रहा है। बावजूद इसके पूंजीवाद पर्यावरण को नष्ट करते जा रहा है । इस संदर्भ में पर्यावरण को बचाने का प्रयास करने वाले एक युवा की एक नई सोंच ने पर्यावरण सुरक्षित का एक नया फार्मूला तैयार कर लिया।

     बड़े पैमाने पर एक छोटे बजट की बड़ी फिल्म बना कर भारत के बड़े पर्दे वाले सिनेमा घरों में लॉन्च करने जोखिम भरा बीड़ा उठाया है। जो एक जुआ खेलने जैसा है। बुर्जगों की एक कहावत याद आ रही है “उठ बांध कमर क्युँ डरता है – फिर देख खुदा क्या करता है” इन युवाओं ने कमर कस लिया और मैदान में कूद पड़े। और 25 मई 2023 को नई दिल्ली के रायसीना मार्ग स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में फिल्म “एक अंक” के संगीत का एक शानदार प्रमोशन लॉन्च किया।

इस अवसर फिल्म के फ़िल्म के लेखक निर्देशक श्री प्रभात कुमार ने प्रेस वार्ता में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए, इस फ़िल्म की प्रेरणा कैसे और क्यूं मिली इसकी कहानी उन्होंने सुनाई वर्षों बाद जब वह अपने पैतृक गांव पहुंचे तो वह सोंचने पर मजबूर हो गये, जो गाँव बंगाल के सिल्लीगुड़ी जिले के नदी किनारे बसा हुआ हरयाली का गुणगान करता था आज वह गाँव जहां की निदियाँ सुख सी गई और हरियाली नष्ट होने के कगार पर थी, मैं सोंचने पर मजबूर हो गया मेरा बचपन तो बढ़ कर फल-फूल गया पर मेरा गाँव की हरयाली सूख गई और नदी की बहती धारा ठहर गई जिसमें रेत भी अब नज़र नहीं आते, उसी दिन से मैन थान लिया की अब हमें भारत मे नदिओं को बचाने के उपाय ढूंढने होंगे और हमने एक कहानी लिख डाली। उन्हीने कहा कि आज हम अपने शीर्षक ट्रैक को जारी करते हुए बेहद खुशी महसूस कर रहे हैं और हम यह बताना चाहते हैं कि यह फिल्म इंडिया रिवर काउंसिल के संस्थापक श्री रमनकांत के असाधारण प्रयासों से प्रेरित है, जिन्हें “रिवरमैन ऑफ इंडिया” के नाम से जाना जाता है। देश भर में नदियों की सफाई के लिए श्री रमनकांत के अथक समर्पण और अटूट प्रतिबद्धता ने “एक अंक” के निर्माण के पीछे प्रेरक शक्ति के रूप में काम किया। पर्यावरण प्रबंधन के उनके निस्वार्थ कार्यों और हमारी नदियों की पवित्रता को बहाल करने के उनके अटूट दृढ़ संकल्प ने फिल्म निर्माताओं को इस शक्तिशाली कहानी को सिल्वर स्क्रीन पर बताने के लिए प्रेरित किया।

म्यूजिक लॉन्च में मुख्य अतिथि के रूप में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की प्रधान पीठ, नई दिल्ली के माननीय सदस्य डॉ. अफरोज अहमद, डॉ स्वाति सैनी जी ( मिसेज़ सिटी 2023, मोटिवेशनल स्पीकर, ट्रेनर, लाइफ कोच एवं ऑथर) की उपस्थिति थी। जहाँ उन्होंने लोगो को नदी संरक्षण और जीवन के मूल्यो पर चर्चा की! पर्यावरण संरक्षण के लिए डॉ. अहमद की अमूल्य अंतर्दृष्टि और जुनून ने इस कार्यक्रम को बहुत महत्व दिया, फिल्म के पर्यावरण चेतना के मूल संदेश को मजबूत किया। डॉ स्वाति सैनी जी ने भी पर्यावरण संरक्षण का सीधा संपर्क मानव जीवन से साधा एवं प्रकृति को उसके वास्तविक सौंदर्य में ही पनपने देने का आग्रह किया। टीम “एक अंक” सुरभि त्यागी द्वारा किए गए प्रयासों को स्वीकार करती है, जिन्होंने इसे संभव बनाया। फिल्म के विपणन और प्रचार के पीछे मास्टरमाइंड के रूप में, सुरभि ने यह सुनिश्चित करने के लिए अथक परिश्रम किया है कि फिल्म अपने इच्छित दर्शकों तक पहुंचे।

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