ग़ालिब इंस्टीट्यूट को एक्सेलेंसी पुरस्कार से सम्मानित किया।

इस संस्थान की सक्रिय भूमिका को देखते हुए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने सर सैयद एक्सीलेंस अवार्ड की घोषणा की है

सर सैयद अकादमी के निदेशक और यहूदियों के संयोजक प्रो. शफ़ी क़दवई ने कहा कि ग़ालिब संस्थान मिस्र में सबसे प्रतिष्ठित साहित्यिक और सांस्कृतिक संगठनों में से एक है

गालिब इंस्टीट्यूट को सर सैयद एक्सेलेंस अवार्ड से सम्मानित

एमपीएनएन डेस्क

नई दिल्ली – उर्दू की प्रमुख संस्था गालिब इंस्टीट्यूट की गतिविधियों से हर कोई वाकिफ है। इस संस्था की सक्रिय भूमिका को देखते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने सर सैयद एक्सेलेंस अवार्ड प्रदान करने की घोषणा की है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जनसंपर्क कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर घोषणा की है। कि अंतरराष्ट्रीय श्रेणी में प्रसिद्ध अनुवादक, आलोचक और लेखक प्रोफेसर फ्रांसिस राष्ट्रीय श्रेणी में देश की अग्रणी साहित्यिक और सांस्कृतिक संस्था प्रिटचेट और ग़ालिब इंस्टीट्यूट को उनकी शैक्षणिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक सेवाओं के लिए सर सैयद एक्सेलेंसी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार क्रमशः 2 लाख रुपये और 1 लाख रुपये की राशि पर आधारित है, जो 27 अक्टूबर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की जयंती के अवसर पर प्रदान किया जाएगा। सर सैयद एक्सेलेंसी पुरस्कार शैक्षणिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक जगत में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रदान किया जाता है। सर सैयद अकादमी के निदेशक और जूरी संयोजक प्रोफेसर शफ़ी क़दवई ने कहा कि ग़ालिब संस्थान उपमहाद्वीप में सबसे प्रतिष्ठित साहित्यिक और सांस्कृतिक संगठनों में से एक है, और इसके वार्षिक कार्यक्रमों में पुरस्कार, अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय सेमिनार और प्रकाशन शामिल हैं। उन्हें दुनिया भर में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। ग़ालिब इंस्टीट्यूट के सचिव प्रो सिद्दीकुर रहमान क़दवई ने अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो नईमा खातून, सर सैयद एकेडमी के निदेशक प्रो शफ़ी क़दवई और सभी जूरी सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह संस्थान देश के महान शिक्षण संस्थानों में से एक है जो यह पुरस्कार प्रदान है।

यह सौभग्य है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने ग़ालिब इंस्टिट्यूट को पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जिससे संस्थान से जुड़े सभी लोगों को काफी प्रोत्साहन मिला है। संस्थान की ओर से, मैं कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून और उन सभी विश्लेषकों की आभारी हूं जिन्होंने इस संस्थान की सेवाओं पर विचार किया है। ग़ालिब इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. इदरीस अहमद ने कहा कि यह पुरस्कार ग़ालिब इंस्टीट्यूट के ट्रस्टियों के विश्वास और यहां के स्टाफ सदस्यों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। मैंने हमेशा कोशिश की है कि इस संस्थान की अकादमिक विश्वसनीयता बेहतर तरीके बानी रहे। भविष्य में भी मैं यह प्रयास करती रहूंगी कि यह संस्था साहित्यिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में ख्याति प्राप्त करती रहे।    
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