कंझावला की घटना – साजिशन हत्या या दुर्घटना – दिल्ली पुलिस जांच में जुटी – अभियुक्त 5 नहीं 7 हैं निधि का बयान असमन्जसतापूर्ण उलझा हुआ

घटना में शामिल सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाएंगे और पीड़िता को न्याय दिलवाएंगे दिल्ली सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी - मनीष सिसोदिया  !

घटना में शामिल सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाएंगे और पीड़िता को न्याय दिलवाएंगे दिल्ली सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी – मनीष सिसोदिया  !

कंझावला की घटना – साजिशन हत्या या दुर्घटना – दिल्ली पुलिस जांच में जुटी – न्याय की कोई उम्मीद नहीं !

 घटना में शामिल सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाएंगे और पीड़िता को न्याय दिलवाएंगे दिल्ली सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी – मनीष सिसोदिया  !

निधि का बयान असमन्जसतापूर्ण उलझा हुआ। सीसीटीवी फुटेज से  पुलिस कुछ और सुराग लगे -सच्चाई अंजली की सहेली निधि छुपा रही है ?

एस. ज़ेड. मलिक

नई दिल्ली – 04 जनवरी, नई दिल्ली उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को कंझावला हादसे की पीडिता के परिवार से मंगोलपुरी स्थित उनके घर जाकर मुलाकात की और दुःख की इस घड़ी में परिवार को सांत्वना दी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने परिवार को केजरीवाल सरकार की ओर से हर संभव मदद करने का वादा किया और परिवार को न्याय दिलाने की बात कही। श्री सिसोदिया ने कहा कि ये दुर्घटना नहीं बल्कि दरिंदगी है जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।
उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल सभी दोषियों को हम सख्त से सख्त सजा दिलवाएंगे और पीडिता को न्याय दिलवाएंगे। *पीड़िता की माँ बीमार रहती है, उन्हें डायलिसिस की जरुरत होती है, केजरीवाल सरकार उनका पूरा इलाज करवाएगी। पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं, ऐसे में परिवार के एक सदस्य को रोजगार देने का प्रयास किया जायेगा। पीड़ित परिवार की सभी तत्कालीन जरूरतों को पूरा किया जायेगा और अरविन्द केजरीवाल जी बड़े बेटे के रूप में पूरी मदद करेंगे।  इस दौरान कालकाजी विधायक आतिशी व राजेन्द्र नगर के विधायक दुर्गेश पाठक भी उनके साथ रहे।
  कंझावला घटना अंजली की मौत में निधि का सच ही अंजली को न्याय दिला सकता है। 

अंजली की दोस्त निधि का बयान जिस प्रकार मीडिया और पुलिस के सामने आ रहे हैं  उससे निधि स्वयं ही फंसते दिखाई दे रही है यह अलग बात की पुलिस अभी तक जान बूझ कर निधि को नज़रअंदाज़ कर रही है। निधि इस समय की सवालों के गहरे में है – वहीं पुलिस का लचीलापन रवैया भी कई सवालों को जन्म दे रहा है?  जिस होटल में कमरा बुक कराया गया वह अंजली के नाम से बुक कराया गया पे क्या अंजली खुद से बुक कराया था या उसे ज़बरदस्ती कोई बहाना बना कर बुक कराया गया था? होटल स्टाफ के अनुसार निधि और अंजली में झगड़ा शुरू हो गया वह किस बात पर झगड़ा शुरू हुआ ? झगड़े के समय तीन और बाहरी युवक कौन थे। कुछ बात होटल के स्टाफ भी कुछ छुपा रहे हैं, वही सीसी टीवी के सात फुटेज में गाड़ी का राउंड लगाना, 

और गाड़ी के नीचे धुंधला सा कुछ घसीटता हुआ बड़ी सी कुछ दिखाई दे रहा । तीसरे वीडियों में धटना वाली गाड़ी के पीछे पीसीआर की गाड़ी भी दिखाई दे रही है और सबसे बड़ी बात जो चौथी वीडियों उसमें एक वैसी ही गाड़ी जो 3 बार हेड लाइट का डिपर मारते दिखाई दे रही यह डिपर उस समय मारा जाता है जहां पर रात के सायरन या हॉर्न बजाने की अनुमति नहीं होती या किसी की हटने के लिए या आगे बढ़ने के लिये इशारा किया जाता है। यह एक गहरी साजिश को इशारा कर रहा है। असलियत निधि पर पुलिस का शिकंजा कसने पर ही सामने आयेगी। कहानी रूप रेखा इस प्रकार है ।

 पहली जनवरी 2023 – दिल्ली की घटना – दुर्घटना या दुष्कर्म के साथ हत्या या साजिश – क्या पुलिस जान बूझ कर मामले को छुपाने की कोशिश कर रही है? या दिल्ली पुलिस की लापरवाही ?

 यह सभी सवाल दिल्ली पुलिस , दिल्ली सरकार, और जिसके अंदर में दिल्ली पुलिस की ज़िम्मीदारी, केंद्र सरकार  पर है।
  जैसे अब लगता है भृष्टाचारिओं, दुष्कर्मियो और बलात्कारियों के सरकारी व्यावस्था – केंद्रसरकार के हांथों में प्रशासनिक व्यवस्था और दिल्ली वासियों को  शराब पिलाने की व्यावस्था की ठेकेदारी दिल्ली सरकार के हांथों – ऐसे में अपराध तो बढ़ना ही है। अपराधी बेखौफ दुगुनी शक्ति के साथ अपराध करते हैं। जनता तो अंधभक्त है – दोनों ही सरकार के प्रतिनिधियों के पीछे तालियां बजाते जय जयकारा करते फिर रही हैं। 2014 से पहले जो लड़कियां अपने घर से निकलती थीं तो सर पर पल्लू-चुन्नी रख बाहर निकलती थीं, अब पता नही माहौल कैसे इतना जल्दी मोडरेड हो गया? कि अब लड़कियों को भी दिल्ली के पॉश एरिया की मार्किटों तथा मॉल में आस पास में शराब पीते पिलाते साधरणतः देखा जा सकता है, युवाओं की तो पूछो मत वह तो सुबह शराब से मुंह धोते हैं, और पानी की जगह शराब पी रहै हैं। यह तो दिल्ली सरकार का जादू है। सस्ती शराब , महिलाओं के लिये फ्री बस सेवा, बढ़ती बेरोजगार, औकात से अधिक बढ़ती बेकाबू महंगाई अब शराब कोई ग़म भुलाने के लिये पी रहा है तो कोई खुशी पाने के लिये पी रहा है, तो युवा पीढ़ी कुछ शौक़ में पी रहे हैं, और लड़कियां लड़कियां मस्ती के लिये और शौक़ पीने लगी हैं तो स्पष्ट अपराध तो करेंगे ही। रोक कौन सकता –
बहरहाल यह भी मामला कुछ ऐसा ही लगता –  अंजली हत्याकांड – सच्चाई कुछ और है – अंजली की दोस्त का बयान कुछ और , सीसीटीवी फुटेज कुछ और कह रहे हैं, अभी वह स्थान सीसीटीवी से दूर है जहां अंजली के स्कूटी में कार से धक्का लगा और अंजली गिर कर कार कर नीचे घुस गई ?  पुलिस की तफशिश कुछ और है – 31 दिसम्बर 2022 की रात 8 बजे से अंजली का फोन ऑफ मां बार बार फोन करती रही फोन ऑफ मिलता रहा – कंझावला का एक चश्मदीद युवा की माने तो रात के 11 -12 बजे के आसपास एक कार एक ही यू टर्न
से 3 चक्कर लगाती रही – किसी लड़की का हाँथ नीचे लटकता हुआ दिखाई दिया, जबकि पैर टूटा हुआ दिखाई दे रहा था – तो पीसीआर को युवक सूचना देता रहा पीसीआर से यह जवाब युवक को मिला तुझे तो चोट नहीं लगी जा , जा कर सो जा, इस दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम की ऐसी लाप्रवाही कोई आज की नहीं है यह वर्षों से चली आ रही है – ऐसे दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम और दिल्ली पुलिस की जितनी भी भर्त्सना की जाए वह कम ही होगी। सवाल है कि आखिर ऐसा जवाब दिल्ली पुलिस का क्यूँ होता किसी के प्रेशर में या लापरवाही अपना काम करना ही नहीं चाहते। वहीं अर्धसरकारी चाटुकार मीडिया, एनडीटीवी जिसका सबसे पहले अपना समाचार प्रदर्शित करते हुए कह रहा था कि एक महिला की कार दुर्घटना में मौत लाश कार के नीचे फंसी रही और अभियुक्त कार 12-13 की0 मि0 तक दौड़ाते रहे – परन्तु स्थानीय लोगों की सक्रियता और हंगामा नारेबाजी थाने का घेराव और आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन में जनता का समर्थन दिल्ली पुलिस को को अपनी सक्रियता दिखानी पड़ी और तीन दिन की गहन जांच में अब दिन प्रति दिन नित्य नये नये खुलासे होने लगे जिससे यह अनुमान लगाना गलत न होगा कि युवती की हत्या जान-भुझ कर किया गया यह एक साजिश का हिसा है, मृतक अंजली की सहेली निधि जो सीसी टीवी फुटेज से सामने आई और पुलिस तक पहुंची और उससे पूछताछ करने लगी तो उसने बताया कि कार वाले हमारे स्कूटी में धक्का मारा हम गिर गए अंजली कार के नीचे आ गयी जबकि मैं दूर गिरी तो मुझे चोट कम आई, और अंजली पर कार वाले कार चढ़ा दिया अंजली उसमें फंस गई वह चिल्लाती रही और कार वाला उसे घसीटते हुये भागता गया मैं डर गई में अपने घर आ गयी, अब सवाल उठता है, मृतक अंजली की दोस्त सीसी टीवी फुटेज में लड़कों के बीच बहंस करते हुऐ दिखाई दे रही है जबकि पुलिस और मीडिया के तफशिश से होटल के मैनेजर और वहां स्टाफ के स्टेटमेंट से लड़को के बीच उनका झगड़ा हुआ था वह पांच लड़के कौन थे जनके साथ इनका झगड़ा हो रहा रहा, क्या पुलिस उन तक पहुंच पाई? उसके बारे में अब तक कोई जानकारी न मीडिया ले रही है और न पुलिस पूछ रही है।
जिस अवस्था मे युवती का शव मिला उसकी के निशान कुछ और ही सोंचने पर मजबूर करते हैं। युवती के साथ दुष्कर्म किया गया या नहीं किया गया यह तो पोस्टमार्टम असली रिपोर्ट से भी कैसे  पता चलेगा इसलिये की उसका शरीर का अगला और पिछला हिस्सा छत-विछत कर दिया। लेकिन इतना तय है कि युवती को बहुत ही बेदर्दी से हत्या की गई है – और लाश ठिकाने लगाने मौक़ा और जगह तथा समय की तलाश में गाड़ी में के नीचे बांध कर घूम रहे होंगे – अब पहली जनवरी 2023 परिवार के मातम ले कर आएगा यह किसे मालून था। शाम को पुलिस खबर करती है कि अंजली का एक दुर्घटना में मुर्त्यु हो गई लाश पोस्टमार्टम के लिये सनजय गांधी अस्पताल में है। पुलिस ने मृतक परिवार से भी झूट बोला सच्चाई छिपाई। जब तक परिवार व समाज के लोग थाना पर इकट्ठा हो कर पुलिस के खिलाफ नारे बाज़ी करने लगे पुलिस भीड़ तीतर बितर करने के लिये वाटर कैनन काप्रयोग किया मामला की गम्भीरता को देखते हुए दो राजनीतिक पार्टियां अपने अपने बयान ताबड़ तोड़ जारी करने लगे – पहले से शराब नीतियों के मामले फंसी दिल्ली सरकार के मुख्या केजरीवाल ने कहा जिसने भी ऐसी घिनैनी घटना की है चाहे वह कितना बड़ा भी रसूख वाला क्यूं न हो उसे फांसी होनी चाहिये, उसे बक्शा नहीं जायेगा

 बीबीसी की एक रिपोर्ट – के अनुसार –    राजधानी दिल्ली में साल 2023 की शुरुआत के कुछ ही घंटे बाद हुए सड़क हादसे में 20 वर्षीय युवती की मौत हो गई!

पुलिस के मुताबिक कार से टक्कर के बाद युवती का जिस्म गाड़ी में फंस गया और वो कुछ किलोमीटर तक घिसटती रही।  इस मामले में पांच अभियुक्त हैं, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, मिथुन, कृष्ण और मनोज मित्तल।

इन सभी के घर एक दूसरे के नज़दीक ही हैं. ये सभी मंगोलपुरी या आसपास के इलाकों में रहते हैं।

उत्तर- पश्चिम दिल्ली के मंगोलपुरी में समाज के आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. यहां हर ओर इसी घटना की चर्चा है, और लोग पल-पल की जानकारी के लिए टीवी से चिपके हुए हैं। पुलिस के मुताबिक कार से टक्कर के बाद युवती का जिस्म गाड़ी में फंस गया और वो कुछ किलोमीटर तक घिसटती रही. जानकारी मिलने पर पुलिस पीड़ित को दिल्ली के मंगोलपुरी स्थित एसजीएम अस्पताल ले गई जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

बाहरी दिल्ली के डीसीपी हरेंद्र सिंह के मुताबिक, “युवती के शरीर का पिछला हिस्सा और सिर के पीछे का भाग बुरी तरह घिस गया.” उन्होंने सोशल मीडिया पर किए जा रहे ‘रेप और मर्डर’ के दावों को ख़ारिज करते हुए कहा, “ये सिर्फ़ एक्सीडेंट का मामला है।  पीड़ित के साथ यौन दुर्व्यवहार नहीं हुआ.”

समाचार एजेंसी एएनआई ने डीसीपी सिंह के हवाले से बताया कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है. अभियुक्तों की पहचान गाड़ी के नंबर के आधार पर की गई। समाचार एजेंसी एएनआई ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से बताया है कि रविवार (1 जनवरी) कंझावला पुलिस स्टेशन को तड़के 3 बजकर 24 मिनट पर एक फ़ोन कॉल के जरिए जानकारी मिली कि एक कार एक व्यक्ति को घसीटते हुए ले जा रही है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, “सुबह चार बजकर 11 मिनट पर एक और कॉल मिली जिसमें बताया गया था कि एक युवती का शव सड़क पर पड़ा है.” पुलिस के मुताबिक एक्सीडेंट जिस जगह हुआ वो सुल्तानपुरी पुलिस स्टेशन के तहत आता है। वहां के एसएचओ को एक स्कूटी के बारे में जानकारी मिली थी जिसका एक्सीडेंट हुआ था. इस मामले में सुबह तीन बजकर 53 मिनट पर सूचना दर्ज की गई थी।

उन्होंने बताया कि रोहिणी ज़िले की पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को मंगोलपुरी स्थित एसजीएम अस्पताल ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।

डीसीपी हरेंद्र सिंह का बयान – ये एक गंभीर मामला है। ये एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था.” उन्होंने कहा – गाड़ी रोककर पीड़ित की मदद करने की बजाए वो (कार चालक) उसे घसीटते रहे।

हो सकता है कि शुरुआत में उन्हें पता न चल पाया हो कि पीड़ित गाड़ी के नीचे है लेकिन बाद में जब उन्हें पता चला तब भी उन्होंने ग़लती सुधारने की कोशिश नहीं की। उनके ख़िलाफ़ क़ानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.

अभियुक्तों ने बताया है कि गाड़ी में तेज़ संगीत बज रहा था, वो उस वक़्त नशे में थे या नहीं इसकी जांच की जाएगी.

उन्होंने (अभियुक्तों ने) जो कहा है, उसका साइंटिफ़िक और फॉरेंसिक एविडेंस के साथ मिलान करना होगा

इस घटना का कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं था. पुलिस को जो कॉल मिली, वो उस व्यक्ति ने की जो गाड़ी के पीछे था, उसे लगा कि गाड़ी के पीछे कोई घिसटता हुआ जा रहा है.

गाड़ी का नंबर हमें मिल गया था। गाड़ी मालिक ख़ुद गाड़ी में नहीं थे लेकिन उनके दोस्तों ने उनसे गाड़ी ली हुई थी। हम पांचों लोगों के घर तक पहुंचे और उन्हें गिरफ़्तार किया।

अभियुक्तों ने बताया कि काफी आगे जाने के बाद उन्हें पता लगा कि बॉडी गाड़ी के साथ घिसट रही है. वहां उन्होंने अपनी गाड़ी को बैक (पीछे) किया. बॉडी अलग हुई और फिर वो चले गए।

शरीर पर कपड़े हैं जो सोशल मीडिया पर तस्वीर है, वहां भी आप देखेंगे कि पैर पर कपड़े हैं जो खिचें हुए हैं।

सोशल मीडिया पर जो फोटो और वीडियो दिखाया जा रहा है वो फ्रंट (शरीर के अगले हिस्से ) का है। हमारे पास बैक पोर्शन के(शरीर के पिछले हिस्से के) भी फ़ोटो हैं, जहां बैक (शरीर का पिछला भाग) के बॉडी पार्ट, सिर का पिछला हिस्सा पूरा घिस चुका है।

ये सिर्फ़ एक्सीडेंट का मामला है. बिना किसी तहकीकात के जिन लोगों ने सोशल मीडिया पर ग़लत जानकारी दी है, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और महिलाओं की सुरक्षा का सवाल उठाया है।

उन्होंने कहा, “दिल्ली की सड़कों पर एक लड़की को नशे में धुत लड़कों ने अपनी गाड़ी से कई किलोमीटर तक घसीटा. उसका शव नग्न अवस्था में सड़क पर मिला. ये बेहद भयानक मामला है. दिल्ली पुलिस को हाज़िरी समन जारी कर रहे हैं. क्या सुरक्षा व्यवस्था थी न्यू ईयर के मौक़े पर?”

समाचार एजेंसी एएनआई ने पीड़ित की मां के हवाले से बताया है कि उन्होंने अब तक अपनी बेटी का शव नहीं देखा है। उन्होंने कहा, “मेरी बेटी मेरे लिए सबकुछ थी. वो कल (शनिवार) शाम पंजाबी बाग में काम करने के लिए गई थी.” उन्होंने बताया, “मेरी बेटी शाम साढ़े पांच बजे के करीब घर से गई थी। उसने बताया था कि वो रात 10 बजे तक घर आ जाएगी। “मुझे उसके एक्सीडेंट के बारे में सुबह जानकारी दी गई”

विडम्बना और अफसोस यह है सभी पत्रकार और मीडिया पुलिस के ही रिपोर्ट पर अपनी रिपोर्ट तैयार करते हैं, यह पत्रकारिता का दुर्भाग्य कहें या विडम्बना सारी मीडिया पुलिस के

 क्या दिल्ली पुलिस के किसी बेटियों के के साथ भी ऐसी दुर्दयन्त दुष्कर्म हत्या जैसी घटना पर भी दिल्ली पुलिस मामले को टाल-मटोल या लीपा-पोती कर देती है? आखिर ऐसे घटना की सही जांच के लिये दिल्ली पुलिस आना-कानी क्यूं करती है। क्या पुलिस में बहाल होने वाले लोग मोदी और योगी जैसे निर्वन्स हैं, जो औलाद के लिये कोई दया दर्द नहीं जानते – इसलिये की इन जैसे लोग तो औलाद तो कभी पाल ही नहीं तो माँ या बाप की हमदर्दी क्या जाने ?
 अफसोस यह कि दिल्ली पुलिस के किसी भी आला अधिकारी हों या अदना सा सिपाही या हवलदार, वर्दी पहनने के बाद जैसे उसमें राक्षस शैतान सवार हो जाता है – वह सभ्यता संस्कार दया करुणा सब भूल जाता है उसे सिर्फ याद रहता है समाज से उगाही करना , जो जितने बड़े पद पर है वह उसी लेबल में उगाही करता रहता है। परन्तु पुलिस में सभी बुरे नहीं होते कुछ अच्छे लोग भी हैं जो अपनी इंसानियत के साथ अपनी ड्यूटी को अंजाम देते हैं लेकिन दुर्भाग्यवश इन्हें महकमा कोई अहमियत नहीं देता। बल्कि अपने अधिकारियों से डांट ख़ानी पड़ती है कि तुम उगाही क्यूँ नहीं कि?
एक बात मानना पड़ेगा भाजपा शासित राज्य की जितनी भी पुलिस है  मुसलमानो के मामले काफी सक्रिय रहती है – मुसलमानो के खिलाफ किसी भी शिकायत पर दिल्ली पुलिस इसे पाताल में से ढूंढ कर ले आती है और 24 घण्टे में उसकी सारी जन्म कुंडली निकाल लेती है। लेकिन एक पिछड़ी जाति के बेटी या किसी मुसलमान की बेटी के साथ घटना हो जाये तो पुलिस उसके साक्ष्य मिटाने में   मीडिया और
 पुलिस द्वारा केस की लीपापोती ? राजनीतिक

कंझावला केस में आया नया मोड़, अंजलि के साथ स्कूटी पर सवार थी एक और लड़की: सूत्र।

 दिल्ली के सुल्तानपुरी के कंझावला इलाके में हुए दर्दनाक हादसे में एक नया मोड़ सामने आया है. दिल्ली पुलिस जब मृतक अंजलि का रूट ट्रेस कर रही थी तब उन्हें पता लगा अंजली के साथ स्कूटी पर एक और लड़की थी। अंजली का उस रात जब एक्सीडेंट हुआ तो लड़की उसके पीछे बैठी थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक एक्सीडेंट के दौरान दूसरी लड़की को थोड़ी चोट आई और वह घटनास्थल से अपने घर चली गई। लेकिन अंजली की टांगे गाड़ी के एक्सेल में फंस गई थी, जिसके बाद कार मैं बैठे आरोपी अंजलि को घसीटते रहे। पुलिस ने लड़की को ट्रेस कर लिया है, पुलिस लड़की का बयान भी दर्ज कर लिया।

वहीं रात में स्पेशल कमिश्नर, शालिनी सिंह कंझावला स्पॉट पर गई थी। गृह मंत्रालय के आदेश पर अब उनके नेतृत्व पर जांच हो रही है।

सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया अमित अपने दोस्त की गाड़ी लेकर आया था और इन सबने मिलकर प्लान किया कि न्यू ईयर की पार्टी की जाए। मुरथल जाना तय किया गया। मुरथल पर बहुत भीड़ होने के कारण खाना नहीं मिला। इसके बाद पांचों वापस आ गए। मुरथल जाने और आने के दौरान गाड़ी में शराब का दौर चल रहा था। सभी शराब पी रहे थे। सूत्रों की माने तो करीब ढाई बोतल शराब पी गई। वापसी में पीरागढ़ी के पास खाना खाया।

पुलिस के सूत्रों के मुताबिक जब मनोज मित्तल को घर छोड़ने जा रहे थे तब स्कूटी से आमने सामने टक्कर हुई। 2 से ढाई बजे के बीच टक्कर हुई। टक्कर के बाद स्कूटी गाड़ी के सामने थी, गाड़ी को बैक किया गया और गाड़ी निकाल ली। लड़की तभी गाड़ी में फंस गई थी। इस दौरान गाड़ी चलाने वाले को लगा भी की कुछ फंसा हुआ है। लेकिन बाकियों ने कहा कुछ नही है और गाड़ी चलती रही। मिथुन लेफ्ट साइड में बैठा था जब गाड़ी ने यूटूर्न लिया तो उसे लड़की का हाथ नज़र आया तब गाड़ी रोकी, तभी लड़की नीचे गिर गई, सबने नीचे उतर कर देखा और वहां से फरार हो गए। ये सब बातें आरोपियों ने अपने बयान में बताई है जिनको पुलिस वेरीफाई कर रही है। पुलिस ने एक पहले ही हल्की धारा लगाई और उस पर तफशिश में समय जब तक चार्जशीट का समय निकल जायेगा और केस हल्का हो जाएगा अभुक्त आसानी से बाहर आजायेगा – भाजपा की सुप्रीम कोर्ट ने जब बिलकिस बानो के बलात्कार और हत्या मामले में बन्द अभियुक्तों आजीवन कारावास के बावजूद उन्हें बरी कर दिया यह तो पुलिस ने दुर्घटना की धारा ही लगाई इसे तो निचली अदालत 6 महीने में बरी कर देगी। मुकदमा बन्द कर दिया जायेगा।  

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