कंझावला की घटना – साजिशन हत्या या दुर्घटना – दिल्ली पुलिस जांच में जुटी – अभियुक्त 5 नहीं 7 हैं निधि का बयान असमन्जसतापूर्ण उलझा हुआ
घटना में शामिल सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाएंगे और पीड़िता को न्याय दिलवाएंगे दिल्ली सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी - मनीष सिसोदिया !
घटना में शामिल सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाएंगे और पीड़िता को न्याय दिलवाएंगे दिल्ली सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी – मनीष सिसोदिया !
कंझावला की घटना – साजिशन हत्या या दुर्घटना – दिल्ली पुलिस जांच में जुटी – न्याय की कोई उम्मीद नहीं !
घटना में शामिल सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाएंगे और पीड़िता को न्याय दिलवाएंगे दिल्ली सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी – मनीष सिसोदिया !
निधि का बयान असमन्जसतापूर्ण उलझा हुआ। सीसीटीवी फुटेज से पुलिस कुछ और सुराग लगे -सच्चाई अंजली की सहेली निधि छुपा रही है ?
एस. ज़ेड. मलिक
अंजली की दोस्त निधि का बयान जिस प्रकार मीडिया और पुलिस के सामने आ रहे हैं उससे निधि स्वयं ही फंसते दिखाई दे रही है यह अलग बात की पुलिस अभी तक जान बूझ कर निधि को नज़रअंदाज़ कर रही है। निधि इस समय की सवालों के गहरे में है – वहीं पुलिस का लचीलापन रवैया भी कई सवालों को जन्म दे रहा है? जिस होटल में कमरा बुक कराया गया वह अंजली के नाम से बुक कराया गया पे क्या अंजली खुद से बुक कराया था या उसे ज़बरदस्ती कोई बहाना बना कर बुक कराया गया था? होटल स्टाफ के अनुसार निधि और अंजली में झगड़ा शुरू हो गया वह किस बात पर झगड़ा शुरू हुआ ? झगड़े के समय तीन और बाहरी युवक कौन थे। कुछ बात होटल के स्टाफ भी कुछ छुपा रहे हैं, वही सीसी टीवी के सात फुटेज में गाड़ी का राउंड लगाना,
और गाड़ी के नीचे धुंधला सा कुछ घसीटता हुआ बड़ी सी कुछ दिखाई दे रहा । तीसरे वीडियों में धटना वाली गाड़ी के पीछे पीसीआर की गाड़ी भी दिखाई दे रही है और सबसे बड़ी बात जो चौथी वीडियों उसमें एक वैसी ही गाड़ी जो 3 बार हेड लाइट का डिपर मारते दिखाई दे रही यह डिपर उस समय मारा जाता है जहां पर रात के सायरन या हॉर्न बजाने की अनुमति नहीं होती या किसी की हटने के लिए या आगे बढ़ने के लिये इशारा किया जाता है। यह एक गहरी साजिश को इशारा कर रहा है। असलियत निधि पर पुलिस का शिकंजा कसने पर ही सामने आयेगी। कहानी रूप रेखा इस प्रकार है ।
पहली जनवरी 2023 – दिल्ली की घटना – दुर्घटना या दुष्कर्म के साथ हत्या या साजिश – क्या पुलिस जान बूझ कर मामले को छुपाने की कोशिश कर रही है? या दिल्ली पुलिस की लापरवाही ?
बीबीसी की एक रिपोर्ट – के अनुसार – राजधानी दिल्ली में साल 2023 की शुरुआत के कुछ ही घंटे बाद हुए सड़क हादसे में 20 वर्षीय युवती की मौत हो गई!
पुलिस के मुताबिक कार से टक्कर के बाद युवती का जिस्म गाड़ी में फंस गया और वो कुछ किलोमीटर तक घिसटती रही। इस मामले में पांच अभियुक्त हैं, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, मिथुन, कृष्ण और मनोज मित्तल।
इन सभी के घर एक दूसरे के नज़दीक ही हैं. ये सभी मंगोलपुरी या आसपास के इलाकों में रहते हैं।
उत्तर- पश्चिम दिल्ली के मंगोलपुरी में समाज के आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. यहां हर ओर इसी घटना की चर्चा है, और लोग पल-पल की जानकारी के लिए टीवी से चिपके हुए हैं। पुलिस के मुताबिक कार से टक्कर के बाद युवती का जिस्म गाड़ी में फंस गया और वो कुछ किलोमीटर तक घिसटती रही. जानकारी मिलने पर पुलिस पीड़ित को दिल्ली के मंगोलपुरी स्थित एसजीएम अस्पताल ले गई जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
बाहरी दिल्ली के डीसीपी हरेंद्र सिंह के मुताबिक, “युवती के शरीर का पिछला हिस्सा और सिर के पीछे का भाग बुरी तरह घिस गया.” उन्होंने सोशल मीडिया पर किए जा रहे ‘रेप और मर्डर’ के दावों को ख़ारिज करते हुए कहा, “ये सिर्फ़ एक्सीडेंट का मामला है। पीड़ित के साथ यौन दुर्व्यवहार नहीं हुआ.”
समाचार एजेंसी एएनआई ने डीसीपी सिंह के हवाले से बताया कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है. अभियुक्तों की पहचान गाड़ी के नंबर के आधार पर की गई। समाचार एजेंसी एएनआई ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से बताया है कि रविवार (1 जनवरी) कंझावला पुलिस स्टेशन को तड़के 3 बजकर 24 मिनट पर एक फ़ोन कॉल के जरिए जानकारी मिली कि एक कार एक व्यक्ति को घसीटते हुए ले जा रही है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, “सुबह चार बजकर 11 मिनट पर एक और कॉल मिली जिसमें बताया गया था कि एक युवती का शव सड़क पर पड़ा है.” पुलिस के मुताबिक एक्सीडेंट जिस जगह हुआ वो सुल्तानपुरी पुलिस स्टेशन के तहत आता है। वहां के एसएचओ को एक स्कूटी के बारे में जानकारी मिली थी जिसका एक्सीडेंट हुआ था. इस मामले में सुबह तीन बजकर 53 मिनट पर सूचना दर्ज की गई थी।
उन्होंने बताया कि रोहिणी ज़िले की पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को मंगोलपुरी स्थित एसजीएम अस्पताल ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।
डीसीपी हरेंद्र सिंह का बयान – ये एक गंभीर मामला है। ये एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था.” उन्होंने कहा – गाड़ी रोककर पीड़ित की मदद करने की बजाए वो (कार चालक) उसे घसीटते रहे।
हो सकता है कि शुरुआत में उन्हें पता न चल पाया हो कि पीड़ित गाड़ी के नीचे है लेकिन बाद में जब उन्हें पता चला तब भी उन्होंने ग़लती सुधारने की कोशिश नहीं की। उनके ख़िलाफ़ क़ानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
अभियुक्तों ने बताया है कि गाड़ी में तेज़ संगीत बज रहा था, वो उस वक़्त नशे में थे या नहीं इसकी जांच की जाएगी.
उन्होंने (अभियुक्तों ने) जो कहा है, उसका साइंटिफ़िक और फॉरेंसिक एविडेंस के साथ मिलान करना होगा
इस घटना का कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं था. पुलिस को जो कॉल मिली, वो उस व्यक्ति ने की जो गाड़ी के पीछे था, उसे लगा कि गाड़ी के पीछे कोई घिसटता हुआ जा रहा है.
गाड़ी का नंबर हमें मिल गया था। गाड़ी मालिक ख़ुद गाड़ी में नहीं थे लेकिन उनके दोस्तों ने उनसे गाड़ी ली हुई थी। हम पांचों लोगों के घर तक पहुंचे और उन्हें गिरफ़्तार किया।
अभियुक्तों ने बताया कि काफी आगे जाने के बाद उन्हें पता लगा कि बॉडी गाड़ी के साथ घिसट रही है. वहां उन्होंने अपनी गाड़ी को बैक (पीछे) किया. बॉडी अलग हुई और फिर वो चले गए।
शरीर पर कपड़े हैं जो सोशल मीडिया पर तस्वीर है, वहां भी आप देखेंगे कि पैर पर कपड़े हैं जो खिचें हुए हैं।
सोशल मीडिया पर जो फोटो और वीडियो दिखाया जा रहा है वो फ्रंट (शरीर के अगले हिस्से ) का है। हमारे पास बैक पोर्शन के(शरीर के पिछले हिस्से के) भी फ़ोटो हैं, जहां बैक (शरीर का पिछला भाग) के बॉडी पार्ट, सिर का पिछला हिस्सा पूरा घिस चुका है।
ये सिर्फ़ एक्सीडेंट का मामला है. बिना किसी तहकीकात के जिन लोगों ने सोशल मीडिया पर ग़लत जानकारी दी है, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और महिलाओं की सुरक्षा का सवाल उठाया है।
उन्होंने कहा, “दिल्ली की सड़कों पर एक लड़की को नशे में धुत लड़कों ने अपनी गाड़ी से कई किलोमीटर तक घसीटा. उसका शव नग्न अवस्था में सड़क पर मिला. ये बेहद भयानक मामला है. दिल्ली पुलिस को हाज़िरी समन जारी कर रहे हैं. क्या सुरक्षा व्यवस्था थी न्यू ईयर के मौक़े पर?”
समाचार एजेंसी एएनआई ने पीड़ित की मां के हवाले से बताया है कि उन्होंने अब तक अपनी बेटी का शव नहीं देखा है। उन्होंने कहा, “मेरी बेटी मेरे लिए सबकुछ थी. वो कल (शनिवार) शाम पंजाबी बाग में काम करने के लिए गई थी.” उन्होंने बताया, “मेरी बेटी शाम साढ़े पांच बजे के करीब घर से गई थी। उसने बताया था कि वो रात 10 बजे तक घर आ जाएगी। “मुझे उसके एक्सीडेंट के बारे में सुबह जानकारी दी गई”
विडम्बना और अफसोस यह है सभी पत्रकार और मीडिया पुलिस के ही रिपोर्ट पर अपनी रिपोर्ट तैयार करते हैं, यह पत्रकारिता का दुर्भाग्य कहें या विडम्बना सारी मीडिया पुलिस के
कंझावला केस में आया नया मोड़, अंजलि के साथ स्कूटी पर सवार थी एक और लड़की: सूत्र।
वहीं रात में स्पेशल कमिश्नर, शालिनी सिंह कंझावला स्पॉट पर गई थी। गृह मंत्रालय के आदेश पर अब उनके नेतृत्व पर जांच हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया अमित अपने दोस्त की गाड़ी लेकर आया था और इन सबने मिलकर प्लान किया कि न्यू ईयर की पार्टी की जाए। मुरथल जाना तय किया गया। मुरथल पर बहुत भीड़ होने के कारण खाना नहीं मिला। इसके बाद पांचों वापस आ गए। मुरथल जाने और आने के दौरान गाड़ी में शराब का दौर चल रहा था। सभी शराब पी रहे थे। सूत्रों की माने तो करीब ढाई बोतल शराब पी गई। वापसी में पीरागढ़ी के पास खाना खाया।
पुलिस के सूत्रों के मुताबिक जब मनोज मित्तल को घर छोड़ने जा रहे थे तब स्कूटी से आमने सामने टक्कर हुई। 2 से ढाई बजे के बीच टक्कर हुई। टक्कर के बाद स्कूटी गाड़ी के सामने थी, गाड़ी को बैक किया गया और गाड़ी निकाल ली। लड़की तभी गाड़ी में फंस गई थी। इस दौरान गाड़ी चलाने वाले को लगा भी की कुछ फंसा हुआ है। लेकिन बाकियों ने कहा कुछ नही है और गाड़ी चलती रही। मिथुन लेफ्ट साइड में बैठा था जब गाड़ी ने यूटूर्न लिया तो उसे लड़की का हाथ नज़र आया तब गाड़ी रोकी, तभी लड़की नीचे गिर गई, सबने नीचे उतर कर देखा और वहां से फरार हो गए। ये सब बातें आरोपियों ने अपने बयान में बताई है जिनको पुलिस वेरीफाई कर रही है। पुलिस ने एक पहले ही हल्की धारा लगाई और उस पर तफशिश में समय जब तक चार्जशीट का समय निकल जायेगा और केस हल्का हो जाएगा अभुक्त आसानी से बाहर आजायेगा – भाजपा की सुप्रीम कोर्ट ने जब बिलकिस बानो के बलात्कार और हत्या मामले में बन्द अभियुक्तों आजीवन कारावास के बावजूद उन्हें बरी कर दिया यह तो पुलिस ने दुर्घटना की धारा ही लगाई इसे तो निचली अदालत 6 महीने में बरी कर देगी। मुकदमा बन्द कर दिया जायेगा।