दिल्ली सरकार की शिक्षा के क्षेत्र में एक और ज़बरदस्त उपलब्धि
पिछली साल खुले आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल के एनडीए में बाजी मारने वाले बच्चों से मिले सीएम केजरीवाल, बोले, ‘‘पहली बार में यह ऐतिहासिक सफलता अविश्वसनीय’’*
पिछली साल खुले आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल के एनडीए में बाजी मारने वाले बच्चों से मिले सीएम केजरीवाल, बोले, ‘‘पहली बार में यह ऐतिहासिक सफलता अविश्वसनीय’’
दिल्ली सरकार की शिक्षा के क्षेत्र में एक और ज़बरदस्त उपलब्धि
पिछली साल खुले आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल के एनडीए में बाजी मारने वाले बच्चों से मिले सीएम केजरीवाल, बोले, ‘‘पहली बार में यह ऐतिहासिक सफलता अविश्वसनीय’’
नई दिल्ली – शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नया मुकाम हासिल कर रहे दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अब शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल का नाम भी जुड़ गया है। इस स्कूल के पहले बैच के 32 बच्चों ने पहली बार में ही यूपीएससी द्वारा आयोजित एनडीए की लिखित परीक्षा पास कर ली है। शनिवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने कैंप ऑफिस में इन सभी बच्चों व शिक्षकों से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी और पहली बार में ही मिली इस ऐतिहासिक सफलता को अविश्वसनीय बताया। सीएम ने कहा कि पिछले साल हमने यह स्कूल खोला था। यहां बच्चों को सेना में जाने के लिए तैयार किया जाता है। इस स्कूल के 32 बच्चों ने इस साल एनडीए की परीक्षा पास की है। अब ये बच्चे अफ़सर बनेंगे। सीएम ने बच्चों से कहा कि देश के लिए कुछ कर गुजरने का आप सभी को एक मौका मिला है। अब आपको किसी मुश्किल से घबराना नहीं है, बल्कि देश के लि हमेशा तैयार रहना है। इस दौरान बच्चों ने सीएम अरविंद केजरीवाल को थैंक्स किया और कहा कि स्कूल और हॉस्टल में अद्वितीय सुविधाओं की वजह से ये सफलता मिल सकी है। स्कूल की शिक्षा व्यवस्था और हॉस्टल में रहने व खाने की सुविधाएं हमारी सोच से परे पाई गई।
शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल के बच्चों से मिलने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरे लिए बच्चों की यह उपलब्धि किसी चमत्कार से कम नहीं है। क्योंकि शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल बिल्कुल नया स्कूल है और यह पहला बैच है। पिछले साल 27 अगस्त को जब मैं स्कूल का उद्घाटन करने गया था, तब मुझे खुशी हुई कि हम लोगों ने ऐसा स्कूल बनाया। जब भी कोई नया इंस्टीट्यूट बनता है तो एक-दो साल के अंदर सफलता की कहानी सुनने को कम ही मिलती है। लेकिन हमारे बच्चों ने पहले ही साल में कमाल करके दिखा दिया है। सभी बच्चों की जबरदस्त तपस्या रही और रहनी भी चाहिए। मुझे लगता है कि इसका सारा श्रेय अथॉरिटी, शिक्षकों और प्रशिक्षकों को जानी चाहिए। जब बच्चे स्कूल में आए तो तब कच्चे थे और इन्होंने सभी बच्चों को गढ़कर हीरा बनाया है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसी भी इंस्टीट्यूट को खड़ा करने के लिए हर क्षेत्र में एसओपी, करिकुलम बनाने पड़ते हैं। यूपीएससी का कोर्स पढ़ाया जाता था, उसके लिए अलग से ट्रेनर्स आते हैं। बच्चों के जो मॉक टेस्ट किए गए, उसे डिजाइन किया गया होगा। इतने कम समय के अंदर सारे एसओपी बनकर तैयार हो गए और वो सब बिल्कुल परफेक्ट था, क्योंकि उसका रिजल्ट सामने है। हमारे 76 में से 32 बच्चे पास हो गए। यह किसी जादू से कम नहीं है। इस सफलता के लिए अथॉरिटी बधाई के पात्र है। मुझे पूरी उम्मीद है कि एसएसबी की परीक्षा में भी सारे बच्चे बहुत अच्छा करेंगे। पिछले एक साल की आप सभी की तपस्या रही है और उसने परिणाम भी दिया है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह स्कूल आपको आर्म्ड फोर्सेज में जाकर देश की सेवा करने का एक मौका देगा। हो सकता है कि इसमें कुछ बच्चे इसको करियर के रूप में देखेंगे। एनडीए बहुत अच्छा करियर है। इसमें कोई दो राय नहीं है। लेकिन मेरी अपील है कि सभी बच्चे इसे करियर से अलग करके देखें। आप सभी को देश के लिए कुछ कर गुजरने का यह एक मौका मिला है। इसको इसी नजरिए से देखिएगा। जब यह तपस्या शुरू हो ही गई है तो कोई भी मुश्किल आए, उससे घबराना नहीं है। देश के लिए कुछ भी कर गुजरने के लिए अब आपको तैयार रहना है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि दिल्ली से एनडीए में पहले कभी बच्चे जाया करते थे। इसके लिए कोई इंस्टीट्यूट भी नहीं था और कोई ट्रेनिंग प्रोग्राम भी नहीं था। लेकिन अब दिल्ली में एक सिस्टम बन गया है। अब दिल्ली भी देश के फौज में अच्छे ऑफिसर भेजना शुरू कर रही है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि पिछले साल हमने एक नया स्कूल खोला था, जिसमें बच्चों को सेना में जाने के लिए तैयार किया जाता है। उस स्कूल के 32 बच्चों ने इस साल एनडीए की परीक्षा पास की है। ये बच्चे अब अफ़सर बनेंगे। आज उन सभी बच्चों को मैंने अपने घर चाय पर बुलाया है।
वहीं, शिक्षा मंत्री आतिशी ने एनडीए की लिखित परीक्षा पास करने वाले शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल के छात्रों को बधाई दी और कहा कि छात्रों की इस सफलता पर हम सभी को गर्व है। एक साल पहले जब हमने इस स्कूल की शुरूआत की थी तब हमें इस बात की उम्मीद तो थी कि हमारे बच्चे भी अच्छा करेंगे और दिल्ली के बच्चे भी आर्म्ड फोर्सेज में जाएंगे। हमारे बच्चे एक साल में ही इतना शानदार रिजल्ट दे देंगे, हमें इतनी उम्मीद नहीं थी। यह सभी के लगन और मेहनत का परिणाम है। आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल एक माध्यम है, जिसके एक माध्यम है, जिससे हम देश की सेवा कर सकते हैं। मुझे लगता है कि किसी युवा का इससे बडा और कोई सपना नहीं हो सकता है।
शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि इस उम्र में बच्चों की रूचि कपड़ों, आईफोन और मोटर बाइक आदि में होता है, आप लोग ये सबकुछ छोड़कर इस स्कूल में आए। इस उम्र के बच्चे सुबह से रात तक फोन पर होते हैं। यह अपने आप में बहुत बड़ी चीज है कि सभी बच्चों ने फोकस तरीके से देश के लिए कुछ करने के लिए सोचा और उसको प्राप्त करने के लिए कठिन मेहनत करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि एसएसबी की तैयारी और भी ज्यादा जरूरी है। यूपीएससी द्वारा आयोजित एनडीए की लिखित परीक्षा में 7500 में 400 बच्चे उत्तीर्ण हुए हैं। हम चाहेंगे कि हमारे सभी 32 बच्चे एसएसबी उत्तीर्ण करके एनडीए में जाएं। हमारी तरफ से पूरा सहयोग रहेगा। हमें सभी बच्चों से उम्मीद है कि आपने पिछले एक साल में जितनी मेहनत की है, उससे दोगुनी मेहनत करेंगे। आज हम आप सभी को एएफपीएस के यूनिफार्म में देख रहे हैं, लेकिन हम आपको इंडियन आर्म फोर्सेज के यूनिफार्म में देखें।