दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का केजरीवाल पर गम्भीर आरोप
दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, पीडब्लूडी, दिल्ली जल बोर्ड, वन विभाग में सफाई कर्मचारियों का शोषण हो रहा है।- जय किशन
दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, पीडब्लूडी, दिल्ली जल बोर्ड, वन विभाग में सफाई कर्मचारियों का शोषण हो रहा है।- जय किशन
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का केजरीवाल पर गम्भीर आरोप
दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, पीडब्लूडी, दिल्ली जल बोर्ड, वन विभाग में सफाई कर्मचारियों का शोषण हो रहा है।– जय किशन
दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम में दो महीने से सफाई कर्मचारियों को महीने की शुरुआत में वेतन देना चुनावी राजनीति का हिस्सा है। – जय किशन
दिल्ली में बिगड़ती सफाई व्यवस्था को देखते हुए दिल्ली में तत्काल कम से कम 50 हजार नए कर्मचारियों की भर्ती की जाए। – वीर सिंह धींगान
नई दिल्ली, 5 सितम्बर, 2023- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा दलितों की समस्याओं को लेकर वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक श्री जय किशन व श्री वीर सिंह धींगान ने पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित किया।
श्री जय किशन ने कहा कि दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, पीडब्लूडी, दिल्ली जल बोर्ड, वन विभाग में सफाई कर्मचारियों का शोषण हो रहा है। अनुबंधित कर्मचारियों को पक्के करने के झूठे वायदे करके केजरीवाल ने दिल्ली वालों को धोखा दिया है। ठेकेदारी खत्म करने की बजाय अपने लोगों को ही ठेके दे दिए गए। पिछले 9 वर्षों में एक भी सफाई कर्मचारी को पक्का नही किया गया है। भाजपा और आम आदमी पार्टी की दोनो सरकारों ने दिल्ली में दलितों के अधिकारों को तबाह कर दिया है।
श्री जय किशन ने कहा कि दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम में एक दो महीने से जो महीने की शुरुआत में सफाई कर्मचारियों को मिल रही, वह एक राजनीति के तहत प्रक्रिया है क्योंकि चुनाव आ रहे है। उन्होंने कहा कि 300 लोगों को पक्का करके सरकार का यह संदेश देना कि हम लोगों को पक्का कर रहे रहे है, लोगों को गुमराह करने वाला है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर द्वारा संविधान में दलितों को जगह देने के बाद कांग्रेस सरकार ने दलितों को बराबरी का दर्जा देकर उन्हें हर क्षेत्र में नौकरियां दी गई। उन्होंने कहा कि 1.4.96 से लेकर 31.3.98 तक के हजारों सफाई कर्मचारियों की नियमित नियुक्ति नही की गई और 1.4.1998 से अब तक अस्थाई/एवजीदार सफाई कर्मचारियों को नियमित नही किया गया है।
पूर्व विधायक श्री वीर सिंह धींगान ने कहा कि दिल्ली में बिगड़ती सफाई व्यवस्था को देखते हुए दिल्ली में तत्काल कम से कम 50 हजार कर्मचारियों की भर्ती की जाए क्योंकि एक-एक कर्मचारियों का तीन-तीन कर्मचारियों का काम करना पड़ रहा है। 1990 से लेकर आज तक सफाई कर्मचारियों की निगम कोई नई भर्ती नही हुई है। यहां तक कि रिटायर्ड हुए अथवा मृतक कर्मचारियों के स्थान पर भी भर्ती हुई। सफाई कर्मचारियों की भारी कमी है। यही कारण है कि सफाई व्यवस्था निगम के दायरे से बाहर है।
श्री धींगान ने कहा कि केजरीवाल ने सफाई कर्मचारियों को कैशलेश मेडिकल कार्ड देने का भी वादा किया था, जो आज तक पूरा नही किया गया। गंदगी के कारण कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से जूझना पड़ता है। इसके लिए कैशलेश कार्ड होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में मरने वाले सफाई कर्मचारियों के आश्रितों को न नौकरी मिली और न ही एक करोड़ मिला है। सफाई कर्मचारियों को अम्बेडकर आवास योजना के तहत कांग्रेस शासन में आसान किश्तों पर मकान बनाकर दिए। उक्त योजना को बंद कर दिया है।
श्री जय किशन व श्री धींगान ने कहा कि निगम में हर महीने करीब 300-400 कर्मचारी रिटायर्ड होते है या मर जाते है, जिनके अंतिम लाभांशों का भुगतान समय पर नही होता तथा मृतक कर्मचारी के आश्रित विधवा एवं उनके बच्चे नौकरी के लिए निगम कार्यालय के चक्कर लगाते रहते है परंतु उन्हें जो कार्य एक महीने में होना चाहिए वो कई वर्षों तक नही किया जाता। जबकि अन्य प्रांतों हरियाणा, उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र में करुणामूलक आधार नियमित नियुक्ति दी जाती है। वर्ष 2003 व 2004 वर्ष से नियमित किए गए कर्मचारियों का पेंडिग एरियर का भुगतान रुपये 2 लाख से लेकर 20 लाख तक निगम पर 10-12 वर्षों से देय है, जिसका भुगतान आज तक नही किया गया। पिछले 2-3 वर्षों से निगम के लगभग 8 जोनों में शाहदरा, उत्तरी, दक्षिणी, एस.पी. सिटी जोन, सिविल लाइन जोन, रोहिणी व नरेला आदि में बोनस का भुगतान नही किया गया।