जी 20 शिखर सम्मेलन 2023 चकाचौंध परन्तु पीछे घनाघोर अंधेरा
जी 20 शिखर सम्मेलन ने जलता, कराहता भारत को बना दिया विश्व का हीरो। सम्पूर्ण विश्व में साबित कर दिया हिन्दू राष्ट्र।
5 महीने से भारत का जलता हुआ उत्तरपूर्व राज्य मणिपुर, जिसके उठते हुए शोलों की चकाचौंध क्र देनी वाली रौशनी में नई दिल्ली जी 20 शिखर सम्मेलन को त्रेताकाल के शृंगार से सजा कर भारत मिलन समारोह में बीसों देशों के साथ कोई न कोई करार पर हस्ताक्षर करवा कर भारत विश्व व्यापार मेला साबित क्र दिया।
बिलखते, जलते कांपते भारत के सीने पर जी 20 अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन 2023 के कामयाबी का जश्न।
जी-20 के लिए भारत पहुंचे ऋषि सुनक का सबसे बड़ा एलान – उन्होंने कहा कि उनका देश जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए प्रयास करने को प्रतिबद्ध है। बीबीसी रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटिश उच्चायोग के अनुसार, ब्रिटेन ‘ग्रीन क्लाइमेट फंड’ को 1.62 अरब पाउंड (दो अरब डॉलर) देगा, जो जलवायु परिवर्तन से निपटने में दुनिया की मदद करने के लिए की गई सबसे बड़ी एकल फंडिंग वचनबद्धता है। ब्रिटिश उच्चायोग ने बताया कि पीएम सुनक ने दुनिया के नेताओं से अपील की है कि वे दिसंबर में होने वाले COP-28 शिखर सम्मेलन से पहले एक साथ काम करें। इससे कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सके और जलवायु परिवर्तन के असर से निपटने में दुनिया के कमज़ोर देशों की मदद की जा सके। ब्रिटेन जीसीएफ में 1.62 अरब पाउंड (दो अरब डॉलर) का योगदान देगा। इस फंड को 2009 में COP15 में हुए कोपेनहेगन समझौते के बाद 194 देशों द्वारा स्थापित किया गया था।जी-20 सम्मेलन के दूसरे दिन यानी रविवार को अमेरिका के राष्ट्रपति राजघाट पहुंचे। और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद जो बाइडन वियतनाम के लिए निकल गए हैं।बहरहाल – दूसरा सत्र – एक परिवार –
जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘न्यू दिल्ली जी-20 लीडर्स समिट डिक्लेरेशन’ पर सहमति बनने का एलान किया। इसमें रूस का कोई ज़िक्र नहीं किया गया।
इस सम्मेलन में पश्चिम एशिया के देशों से यूरोप को जोड़ने के लिए समुद्री और रेल मार्ग विकसित करने का एलान किया गया. भारत और अमेरिका में इस परियोजना में भागीदार होगा।
नई दिल्ली घोषणा पत्र बायोफ्यूल अलाइंस -हर वर्ग देश हर समाज हर क्षेत्र को जोड़ना है ग्लोबल विकास समावेशी
सुबह 8:15 से 9 बजे: सदस्य देशों के नेता और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि ‘राजघाट’ पहुंचेंगे।
सुबह 10:30 से दोपहर 12:30 बजे तक: शिखर सम्मेलन का तीसरा और अंतिम सत्र ‘वन फ्यूचर’ का आयोजन इसमें ‘नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन’ को एडॉप्ट किया जाएगा।
रविवार को जी 20 के शीर्ष नेताओं में केवल सऊदी के प्रधानमंत्री और प्रतिनिधी छोड़ कर सभी प्रतिनिधियों ने प्रातः 8:15 से 9:20 AM राजघाट महात्मा गांधी के समाधी पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्राद्धाजंलि दिया तथा भक्ति गीतों का आनंद लिया। इसके बाद सभी सभा स्थल की ओर लौट गये जहां सुबह 10:15 से 10:30 बजे तक: भारत मंडपम के साउथ प्लाज़ा में वृक्षारोपण समारोह किया गया। इसके बाद सुबह 10:30 से दोपहर 12:30 बजे तक: शिखर सम्मेलन का तीसरा और अंतिम सत्र ‘वन फ्यूचर’ का आयोजन इसमें ‘नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन’ को एडॉप्ट किया गया।
अंत मे शाम 7:35 में अपने बनाये हुए अंतर्राष्ट्रीय मीडिया सेंटर में पहुंचे ज़रूर लेकिन सिर्फ अपनी शक्ल दिखा कर धन्यवाद देने इस काम का भी प्रधानमंत्री को बधाई और धन्यवाद की मीडिया के समुह में आ कर कम से कम मीडिया का धन्यवाद तो दिया ।