पूर्व केंद्रीय मंत्री के रहमान खान को 10वें आईओएस लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित ।

आज के माहौल में राहुल गांधी ने देश को एक नई सोच दी है कि समाज को बांटने वालों से प्यार करना चाहिए।  हमे बहुत ही सतर्कता और संयम से रहते हुए लोगों को समझाना होगा और नफरत फैलाने वालों के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है। आज के माहौल में राहुल गांधी ने देश को एक नई सोच दी है कि समाज को बांटने वालों से प्यार करना चाहिए - हरीश रावत

आज के माहौल में राहुल गांधी ने देश को एक नई सोच दी है कि समाज को बांटने वालों से प्यार करना चाहिए – हमे बहुत ही सतर्कता और संयम से रहते हुए लोगों को समझाना होगा और नफरत फैलाने वालों के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री के रहमान खान को 10वें आईओएस लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित ।
एस. ज़ेड. मलिक
नई दिल्ली – 29 दिसंबर, 2022 अल्पसंख्यक मामलों के पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा के पूर्व उपसभापति के रहमान खान को नई दिल्ली के कन्स्टिट्यूसनल क्लब में उनकी शैक्षणिक, सामाजिक और अन्य सेवाओं के लिए आज प्रसिद्ध थिंक टैंक इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जेक्टिव स्टडीज द्वारा 10वें आईओएस लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड में मोमेंटो, शाल व एक लाख रुपये का चेक भेंट कर सम्मानित किया गया। 
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत कुरान की तिलावत से हुई एवं  प्रो. इशाक ने अपने संगठन के कर्तव्यों का पालन करते हुए मंच संचालन किया। 
 इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्य सभा उपाध्यक्ष के. रहमान खान को बधाई देते हुए अपने संसद सत्र के युपीए के कार्यकाल को स्मरण करते हुए कहा कि सरकार और मेरे साथ काम करने वालों को पुरस्कार दिया जाना मेरे लिए गर्व की बात है। संसद में उन्होंने कहा कि के. रहमान किसी एक व्यक्ति का नाम नहीं है बल्कि यह एक सम्पूर्ण संस्था है। जिनका का कार्य शिक्षा, सरकार के साथ साथ सभी समाजिक क्षेत्रो में देखने को मिलेगा। विधानसभा के प्रतिनिधि से लेकर हर जगह उनका जीवन एक प्रकाश स्तंभ है।  रहमान साहब अपने उप सभापति के रूप में बहुत ही नियमतः सुचारू रूप से कार्य किया उन्होंने अपने हर काम को बेहतरीन तरीके से सृजित कर किया जबकि राज्यसभा चलाना बहुत मुश्किल काम है। आपकी शैली बहुत ध्यान देने योग्य थी, मुस्कान के साथ निर्णय लेना और बहुत ही विनम्र मुस्कान के साथ कठिन बातें कहना। संसदीय कौशल एक दिन में प्राप्त नहीं होते बल्कि धीरे-धीरे विकसित होते हैं। उनके मंत्री कार्यकाल को मैंने बहुत नजदीक से देखा है, जहां जहां सरकारी योजनाओं नहीं पहुंच रहा जिनको उस योजना का लाभ मिलना चाहिये लेकिन नही मिल रहा है वहां वहां अल्पसंख्यकों तक उन्होंने लाभ पहुंचाया। आपमें दूसरों की सराहना करने की क्षमता है। रहमान साहब उन लोगों में से एक हैं जो दूसरों के विचारों को समझते हैं और उसके अनुसार कार्य करते हैं। आप इस बात पर ध्यान देते हैं कि दूसरों की कमियों को कैसे दूर किया जाए। इतिहास बदल रहा है जो बहुत ही गम्भीर और विचारणीय है। कुछ लोग सोचते हैं कि इतिहास की शुरुआत उनसे होती है। और कुछ लोग अपने पूर्वजों को इत्तिहास का हिस्सा बना रहे हैं, तो कुछ लोग भारत के पिछले तमाम इत्तिहासों को तोड़-मड़ोड़ करवह मीडिया के माध्यम से आम लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं।  उन्होंने कहा कि कभी हम उन लोगों को अपना वोट देते थे जो समाज व देश के लिये सही सोंच रखता था और सर्वोधर्म पर विश्वास रखता था उसका किसी भी जाती या किसी समुदायें से कोई लेना देना था और जनता भी कोई जाति और समुदाय देख कर वोट नहीं देती थी, अच्छे व्यक्तिव पर लोग वोट देते थे, लेकिन आज इसके विपरीत है, सरकार की बातों का असर आम लोगों पर पड़ता है आज सरकार और सरकारी मीडिया नफरत फैलाने का काम कर रही है जिसे हमे बहुत ही सतर्कता और संयम से रहते हुए लोगों को समझाना होगा और नफरत फैलाने वालों के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है। अंत मे श्री रावत ने राहुल गांधी की सराहना करते हुए कहा आज के माहौल में राहुल गांधी ने देश को एक नई सोच दी है कि समाज को बांटने वालों से प्यार करना चाहिए। 
पूर्व केंद्रीय मंत्री के रहमान खान ने आईओएस और डॉ. मंजूर आलम का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह मेरे लिए गर्व का क्षण है कि आईओएस जैसी प्रतिष्ठित संस्था हमें पुरस्कार से सम्मानित कर रही है। हमने मिलकर देश की कई समस्याओं का समाधान किया है। क्या कार्य किया है? आईओएस एक रिसर्च सेंटर है और नाम ही बताता है कि एजेंडा और उद्देश्य क्या है। आज की पीढ़ी को भी मदद मिल रही है और आने वाली पीढ़ी को भी काफी फायदा होगा। हमारे पास एक संग्रह है जो पूरी दुनिया का मार्गदर्शन करेगा। यहां हम भावनाओं पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं लेकिन शोध पर नहीं। इसलिए यहां डॉ मंजूर आलम साहब को इसलिए महत्व दिया जाता है क्योंकि उन्होंने रिसर्च पर ध्यान दिया। अगर मुझे कोई काम करना होता है तो मैं डॉक्टर के पास बैठकर बात करता हूं। कई मुद्दों पर हम लोगों ने बैठकर नीति बनाई और निष्कर्ष पर पहुंचने की कोशिश की. उन्होंने आगे कहा कि मेरा जन्म आजादी से पहले एक गांव में हुआ था। मुझे हंसी आती है जब सुनता हूं कि सत्तर साल में कुछ नहीं हुआ। उन्हें नहीं पता कि आजादी से पहले क्या स्थिति थी.’ उन्होंने कहा कि अल्लाह पर भरोसा रखकर काम करने वालों को हमेशा सफलता मिलती है और यह मेरा अनुभव है. शिक्षा व्यक्ति के जीवन को बदल देती है। वे आगे बढ़ते हैं। मैं लगभग पचपन वर्षों से शिक्षा से जुड़ा हुआ हूं, मैंने कई संस्थान स्थापित किए हैं। देश की चिंता बहुत जरूरी है और चिंता करने वाले कार्रवाई भी करते हैं। हमारे मुल्क में बातें बहुत होती हैं, कांफ्रेंस होती हैं, लेकिन काम कुछ नहीं होता। हमने कुछ करने की कोशिश की, हमने मेडिकल कॉलेज की स्थापना की, हमने इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की, हमने यह सब संघर्ष के बाद किया, जैसे अन्य राष्ट्र विकसित हो रहे हैं, हम भी आगे बढ़ सकते हैं, सरकार को दोष देना समस्या का समाधान नहीं है। लिंगायतों ने स्वयं अपने प्रयासों से विकास किया है। शिक्षा पर बहुत ध्यान देने की जरूरत है। मुझे राजनीति में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया, मैंने स्वीकार किया और राजनीति में प्रवेश किया और पूरी ईमानदारी से काम किया। अगर आपमें क्षमता है तो हर आदमी आपका साथ देगा। सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ना जरूरी है और सभी के साथ एकजुट होने के लिए हम आपसी संघर्ष से आगे नहीं बढ़ सकते, बातचीत और संवाद जरूरी है। संवाद के बिना आप ठीक से नहीं रह सकते। आपको गलतफहमियों को दूर करने की जरूरत है। कुछ लोग इस देश को तोड़ना चाहते हैं, यह देश तभी धर्मनिरपेक्ष रहेगा जब सभी सभ्यताओं का सम्मान किया जाएगा।के रहमान खान ने आईओएस को एक लाख रुपये का चेक भेंट किया।
विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर फुरक़ान क़मर ने कहा कि आज हमारे देश में जो हो रहा है वह उल्लेखनीय है IOS जिस प्रकार का कार्य कर रहा है उसके लिए वह बधाई का पात्र है। विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कार देना गर्व की बात है। जिन लोगों को पहले सम्मानित किया गया है, वे अब बहुत महत्वपूर्ण हैं।
अंत मे सभा की अध्यक्षता कर रहे  डॉ. मंजूर आलम ने कहा कि के रहमान खान की शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में कार्य सराहनीय एवं उल्लेखनीय हैं, जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है, इसलिए पुरस्कार समिति ने सर्वसहमति से उनका नाम चयनित किया और आज इस समारोह में उन्हें 10वां लाइफ अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया इसके हम अपने कमेटी के सभी सदस्यों एवं यहां उपस्थित श्रोतागण और अतिथिन का हार्दिक धन्यवाद करते हैं। वही उपस्थित कमेटी के महासचिव एवं मंच का संचालन कर रहे जेडएम खान ने आईओएस का परिचय दिया दिया।
इस समारोह में दिल्ली के पूर्व एलजी नजीब जंग, डॉ. अरशद खान, प्रो. अफजल वानी सहित अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों ने भाग लिया। समारोह के अंत मे प्रो. हसीना हाशिया ने सभा मे उपस्थित श्रोताओं एवं सभी अतिथिओं का धन्यवाद किया।
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत कुरान की तिलावत से हुई एवं समारोह कार्यक्रम के मंच संचालन प्रो. इशाक ने करते हुुये अपने संगठन के कर्तव्यों का पालन किया। 
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