रियाद के इस्तराहा में मल्लिक समुदाय का गेटटुगेदर कार्यक्रम का आयोजन।

रियाद के इत्तिहास में पहली बार इतनी बड़ी एक जुटता देखने को मिली जो इतने बड़े एक प्लेटफॉर्म मालिकों का इकट्ठा होना अपने आपमे एक अद्भुत सा था - मोहम्मद शाहीन

रियाद के इत्तिहास में पहली बार इतनी बड़ी एक जुटता देखने को मिली जो इतने बड़े एक प्लेटफॉर्म मालिकों का इकट्ठा होना अपने आपमे एक अद्भुत सा था।

रियाद के इस्तराहा में मल्लिक समुदाय का गेटटुगेदर कार्यक्रम का आयोजन।
 बिहार के मल्लिक समुदाय आज विश्व में विशेष कर सऊदी अरब और मेडलिस्ट, कोयत, इराक़, यूएसए, यूरोप के विभिन्न प्रांतों और महानगरों में बसे हुए हैं। परन्तु यह दुर्भाग्य कहें या श्राप,  बिहार से सम्बंधित मलिक समुदाय के 500, एवं 200, साल पहले जो  कही रोटी रोज़ी के गये वह वहीं बस गये, बस गए तो अच्छी बात है, परन्तु वह कहीं अपना टाइटल ही हटा दिया तो कहीं अपने आप को बदल लिया। लेकिन वहीं यह भी देखने और सुनने को मिलता रहता जो विदेशों में बसे हुए हैं  कि जो बिहार में अपने अबाई वतन या कहें जन्म स्थान में जो परिवार बचा हुआ है वह कमा खा रहा है, या अपनी विरासत की बची हुई प्रॉपर्टी पर अपना जीवन यापन कर रहा वह आज भी हड्डी में ही कबड्डी खेल रहा है। यानी अपने बच्चों की  शादियां अपने बिरादरी में ही कर रहे हैं, अपना रिश्ता नाता अपने मे ही तलाश करते हैं, और अपना खानदान और हड़वार मज़बूत कर अपना समाज मे वर्चस्व स्थापित किये हुए हैं, परन्तु एक बात जो अस्वीकार्य है , जैसे बराबरी की बिरादरी , ना राधे के नौमन होये ना राधे नाचे???? वाली कहावत पर आधारित, उनके ही बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। इस चक्कर में उनके शादी की उम्र निकल जाती है, और उन्हें कुँवारे ही बुढ़ापे में सफर करना पड़ता है। और अपने घमंड में न अपनो को पूछते हैं न किसी को अपनी परेशानियां शेयर करना चाहते, और न वह इत्तिहाद में रहते हैं ना ही अपने बिरादरी से इत्तिफ़ाक़ रखते हैं, अब हमारी नई नस्लें और नए सोंच वाले युवा इस मुद्दे को उठाते हुए आपसी इत्तिफ़ाक़ और इत्तिहाद बनाने के लिये आगे आ रहे हैं। जो गर्व की बात है और कुछ हद तक इत्तिफ़ाक़ और इत्तिहाद बनाने में कामयाब भी हो रहे हैं जैसा कि रियाद मल्लिक ग्रुप जो पिछले 10 वर्षों से लगातार बिरादरी के लिये बेहद सराहनीय योगदान दान दे रहे हैं और कामयाब हो रहे हैं ।
पिछले दिनों रियाद में रहने वाले रियाद ग्रुप के सक्रिय कार्यकर्ता मोहम्मद शाहीन ने भारत मे www.mpnn.in न्यूज़ पोर्टल के सम्पादक एस. ज़ेड. मल्लिक को हर्षो उत्साहितपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि 18 मार्च 2022 को रियाद के इस्त्राहा में रियाद मलिक प्रवासियों का गेटटुगेदर के कार्यक्रम का आयोजन किया गया जो रियाद के इत्तिहास में पहली बार इतनी बड़ी एक जुटता देखने को मिली जो इतने बड़े एक प्लेटफॉर्म मालिकों का इकट्ठा होना अपने आपमे एक अद्भुत सा था। इस कार्यक्रम रियाद में बसे लगभग 30 परिवार में बच्चे सहिंत 120 लोगों ने इस गेटटुगेदर मे शामिल हो कर अपनी यकजहती का परिचय दिया। यह हमारे मल्लिक बिरादरी के भविष्य के लिये बहुत ही ख़ुर्शी और सुखद समाचार है कि विश्व मे हमारी बिरादरी एक अलग पहचान बना रही है, जिससे की आने वाले समय मे समाज के हर वर्ग को जहां साथ देने के अगरसर है वहीं सरकार में भी हिस्सेदारी निभाने के लिये तातपर्य रहेगा ।
 ज्ञात हो जनाब शाहीन जो आढ़ा से ताल्लुक रखते हैं और वह इस समय रियाद में एक कम्पनी में जॉब करते हैं और वहां मल्लिक बिरादरी ग्रुप में एक और विशेष रूप से एरकी के जनाब भोलू और मोहम्मद आबिद जैसे बिरादरी के उन्नाति में सहयोगी समर्पित अन्य साथी जिनका नाम मैं नहीं जानता, कुछ विशेष लोगों आपस मे मिल कर बिरादरी के विकास में अहम रोल अदा कर रहे हैं जो बिरादरी के ज़रूरतमंद गरीब प्रतिभाशाली बच्चों को शिक्षित बनाने लिये लिये प्रोत्साहित करते हैं। तथा समाज मे गरीब बच्चियों की शादी कराने मदद करते रहते हैं। सचमुच में रियाद मल्लिक ग्रुप सराहनीय कार्य कर रहे है जो तमाम मुस्लिम बिरादरी के लिये गर्व की बात है।
बहरहाल – शाहीन साहब अपनी ख़ुर्शी स्पष्ट करते हुए वह गेटटुगेदर में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों का बार बार आभार और धन्ययवाद व्यक्त करते हुए, आगे वह बताते है कि इस गेटटुगेदर समारोह मे बिरादरी के कुछ विशेष प्रतिष्ठित व्यक्तियों की उपस्थिति  जो हमे प्रभावित और प्रोत्साहित करती है। जनाब शाहीन ने बताया कि हम अपने आपको भाग्यशाली मानते है जो कि ऐसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों का बिरादरी के गेटटुगेदर में शामिल होना हमारे बिरादरी के लिये बेहद लाभदायक है। उन्होंने कहा कि हम इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले और इस कार्यक्रम की व्यावस्था करने वाले उन सभी सदस्यों और वक्ताओं का तहे दिल धयनवाद देते हैं।
 जनाब शाहीन कहा कि हम अपनी टीम के सक्रिय सदस्यों द्वरा निस्वार्थ भावनापूर्ण इस समारोह में  समर्थन समर्पण को स्वीकार करते हुए आभार व्यक्त करते जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना तन मन धन और अपना बहुमूल्य समय दिया।
जनाब शाहीन ने बिरादरी के नियोजित कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि हमने अपने कुछ नई योजना की पहल की है, जैसे:
 1. हम छात्र की सफलता के माहौल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, एक शैक्षिक अवसर और सहायता सेवाएं बनाना हमारा मिशन है।
 2. ईद के बाद एमडब्ल्यूएस खोबर, दम्मम जुबैल चैप्टर की स्थापना करेंगे।  (जिसकी ज़िम्मीवारी जनाब हिलाल भाई संपर्क 0508882996 और जनाब खुर्रम इकबाल साहब दि गई है जिनका नम्बर 05582775457 से संपर्क किया जा सकता है।)
 3.  बहुत जल्द मल्लिक समुदाय सदस्यों के लिए निर्देशिका स्थापित करेंगे।
 4. लड़कियों की शिक्षा पर फोकस हमारी प्रथम  प्राथमिकताएं होंगी।
 हम एक बार फिर स्थानीय भारतीय सदस्यों (जो छुट्टी पर हैं और भारत वापस आ गए हैं) सहित सभी को धन्यवाद देते हैं, जिनके योगदान ने इस मल्लिक समुदाय रियाद के गेटटुगेदर कार्यक्रम को अपनी मेहनत और लगन से सफल बना दिया है।  
उन्होंने कहा यह कार्यक्रम हमारे लिये ” एक विश्वसनीय और प्रेरक अनुभव था, हम संकल्पित हैं कि “हम हमीहा एकजुट रहेंगे और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखेंगे”हम समुदाय के उत्थान के लिये अग्रसर एवं तत्पर रहेंगे।
 जनाब शाहीन ने  उन लोगों का भी आभार और धन्यवाद किया जिन्होंने अतिथियों के लिये उपहारों की व्यवस्था की, और हमारे प्रायोजक इकरा कॉलोनी को भी धन्यवाद।  हम चटखरे रेस्तरां को भी धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने चने की जेली के साथ बहुत ही स्वादिष्ट भोजन और नाश्ता प्रदान किया और हम सभी ने इसका आनंद लिया।

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