राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा अलवर में आयोजित तीन दिवसीय अनुवाद कार्यशाला का उद्घाटन

एनबीटी ने इस अनुवाद कार्यशाला के माध्यम से अलवर जैसे खूबसूरत प्रांत में राजस्थान राज्य के विभिन्न जिलों के प्रख्यात साहित्यकारों को एकत्रित करने का सराहनीय कार्य किया है - डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी

एनबीटी ने इस अनुवाद कार्यशाला के माध्यम से अलवर जैसे खूबसूरत प्रांत में राजस्थान राज्य के विभिन्न जिलों के प्रख्यात साहित्यकारों को एकत्रित करने का सराहनीय कार्य किया है – डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा अलवर में आयोजित तीन दिवसीय अनुवाद कार्यशाला का उद्घाटन

अलवर – राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत सरकार द्वारा दिनांक 15 से 17 सितंबर 2022 तक अलवर, राजस्थान में आयोजित होने वाली तीन दिवसीय अनुवाद कार्यशाला का उद्घाटन आज प्रातः 10.00 बजे, अलवर, राजस्थान में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे राजस्थानी भाषा के प्रख्यात साहित्यकार श्री मधु आचार्य ‘आशावादी’ तथा सम्मानित अतिथि के रूप में अलवर के कलेक्टर, डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी उपस्थित थे। कार्यक्रम में स्कूली बच्चे तथा अध्यापक भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री मधु आचार्य (आशावादी) जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह अनुवाद कार्यशाला एक सराहनीय प्रयास है अन्य भारतीय भाषाओं के समृद्ध साहित्य को राजस्थानी भाषा में लाने का। उन्होंने कहा संवेदनाओं और भावों को पिरोने का कार्य भाषा,साहित्य और संस्कृति करती है।

कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी जी ने अपनी मातृभाषा राजस्थानी में ही सभी को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि न्यास ने इस अनुवाद कार्यशाला के माध्यम से अलवर जैसे खूबसूरत प्रांत में राजस्थान राज्य के विभिन्न जिलों के प्रख्यात साहित्यकारों को एकत्रित करने का सराहनीय कार्य किया है।

उद्घाटन अवसर पर श्री युवराज मलिक जी, निदेशक राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने अपने उद्बोधन में कहा कि भाषा एवं संस्कृति एक सिक्के के दो पहलू है। मातृभाषा के माध्यम से ही हम जीवन के मूल्यों से जुड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान के विभिन्न जिलों में आगे भी इस तरह के साहित्यिक कार्यक्रमों एवं गतिविधियों का आयोजन न्यास द्वारा किया जाएगा।

कार्यक्रम में राजस्थानी भाषा के साहित्यकार डॉ. राजेंद्र सिंह बारहठ जी ने राजस्थानी वंदना सुनाकर सभी पाठकों को इस भाषा की सुंदरता से परिचित करवाया। इस अवसर पर राजस्थानी भाषा के साहित्यकार डॉ. जीवन सिंह जी ने भी राजस्थानी भाषा एवं साहित्य पर अपने विचार साझा किए।

उद्घाटन कार्यक्रम के पश्चात अलवर के कलेक्टर, डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी जी द्वारा राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत की सचल पुस्तक परिक्रमा का भी उद्घाटन किया गया जो कि इस तीन दिवसीय कार्यशाला के दौरान अलवर के विभिन्न विद्यालयों के दौरे पर रहेगी।

ZEA

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