आज़ादी के 75वीं सालगिरह महोत्सव मनाते हुए पाथफाइंडर क्लब ने अपने 25वें वर्ष गांठ पर कम्युनल हार्मोनी नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया।
इस नाटक के खेलने का उद्देश्य समाज मे आपसी सौहार्द और सामाजिक समरसता बनाये रखने का संदेश देना है - नटेसन मुनी।
इस नाटक के खेलने का उद्देश्य समाज मे आपसी सौहार्द और सामाजिक समरसता बनाये रखने का संदेश देना है – नटेसन मुनी
आज़ादी के 75वीं सालगिरह महोत्सव मनाते हुए पाथफाइंडर क्लब ने अपने 25वें वर्ष गांठ पर कम्युनल हार्मोनी नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया।
एस ज़ेड. मलिक (स्वतंत्र पत्रकार)
नई दिल्ली – 14 जून 1997 को राष्ट्रीय संग्राहालय संस्था के छात्रों द्वारा बनाया गया पाथफाइंडर क्लब आज भारत की आज़ादी की 75 वीं उत्सव के साथ अपनी 25 वीं वर्ष गांठ मना रहा है उसी उपलक्ष में पिछले दिनों 11 जून शनिवार को पाथफाइंडर क्लब ने भारत की वर्तमान स्थिति के अनुकूल सम्प्रदायिक तनाव के मद्देनजर “तू क्या चाहता है” नामक एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया।
जिसमे दिल्ली के विभिन्न कॉलेजों के युवा कलाकारों भाग लिया। इस नाटक के लेखक क्लब के चेयरमैन एवं नाटक संयोजक तथा निर्देशक श्री नटेसन मुनि ने कार्यक्रम सुनियोजित कर इस नाटक को दिल्ली के चार जगहों पर खेलवाया, पहला नई दिल्ली के क्नॉट प्लेस, दूसरा साउथ दिल्ली के सरोजनी नगर, तीसरा नार्थवेस्ट दिल्ली के अमन विहार और सुल्तानपुरी के सी ब्लॉक में खेला गया।
इस नाटक के संयोजक एवं क्लब के चेयरमैन ने श्री नटेसन मुनि ने प्रेस को बताया कि इस नाटक के खेलने का उद्देश्य समाज मे आपसी सौहार्द और सामाजिक समरसता बनाये रखने का संदेश देना है। उन्हने कहा कि जिस प्रकार आज विशेष कर युवा वर्ग के लोग आपस मे एक जगह रहते खेलते हैं और छोटी छोटी बातों पर लड़जाते हैं और वह लड़ाई दो समुदाय के बीच एक तनाव का रूप ले लेता है वह सम्प्रदायिक बन जाता है। इस नाटक के माध्यम से हमने स्वयं पर नियंत्रण कैसे रखना है और समाज मे आपसी सौहार्द न बिगड़े इसे कैसे नियंत्रित रखने का समाज मे युवा वर्ग को एक सीख देने की एक छोटी सी कोशिश की है।
उन्होंने आगे बताया कि हम बहुत जल्द कम्युनल हार्मोनी पर एक एलबम मार्केट में लॉन्च करेंगे।
Comments are closed.