रहमानी 30 के कामयाबी के बढ़ते क़दम !
इस साल के क्लास 12 कॉमर्स ICAI ओलंपियाड में भारत के 77% सफल अल्पसंख्यक स्टूडेंट्स रहमानी 30 से हैं।
यह हदीसें बताती हैं कि व्यापार और वित्तीय प्रबंधन सिर्फ आर्थिक गतिविधियाँ नहीं, बल्कि इस्लाम में बहुत सम्मानजनक पेशे हैं, अगर उन्हें ईमानदारी और सच्चाई से किया जाए।
रहमानी 30 की नई उपलब्धि: 44 छात्रों ने शुरू किया CA/CS/CMA आर्टिकलशिप चैप्टर!
पटना (मार्च 15, 2025) रहमानी 30 ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है! हमारे 44 छात्रों ने CA, CS और CMA आर्टिकलशिप की यात्रा शुरू कर दी है। यह सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि फाइनेंस, कॉर्पोरेट गवर्नेंस और एथिकल प्रोफेशनलिज्म में बेहतरी की दिशा में एक नया कदम है।
यह सफलता पाँच साल की लगातार मेहनत, बड़ी कुर्बानियों और सच्ची इबादत का नतीजा है। यह अल्लाह का खास इनाम है, जो हमें यकीन दिलाता है कि लगन, सब्र और अल्लाह की रहमत से कामयाबी जरूर मिलती है।
रहमानी 30 का कॉमर्स एजुकेशन में योगदान
रहमानी30 शुरू से ही कॉमर्स एजुकेशन को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रहा है। आमतौर पर CA, CS और CMA को अपनाने का रुझान कम देखा गया है, क्योंकि इसके बारे में जागरूकता और सही गाइडेंस की कमी रही है। रहमानी30 ने इस खाई को पाटने का काम किया है, ताकि स्टूडेंट्स इन प्रतिष्ठित प्रोफेशनल कोर्सेस को सिर्फ जॉइन ही न करें, बल्कि उनमें बेहतरीन प्रदर्शन भी करें।
हमारे नतीजे हर साल खुद अपनी कहानी कहते हैं। इस साल के क्लास 12 कॉमर्स ICAI ओलंपियाड में भारत के 77% सफल अल्पसंख्यक स्टूडेंट्स रहमानी 30 से हैं। इसके अलावा, जहां नेशनल CA फाउंडेशन पास रेट करीब 16% है, वहीं रहमानी30 के स्टूडेंट्स ने 64%+ सफलता हासिल की है। इसी तरह, CS का सक्सेस रेट 93% तक पहुंच गया है। खास बात यह है कि CA इंटरमीडिएट में, रहमानी30 के स्टूडेंट्स ने 65% सफलता प्राप्त की है, जो नेशनल एवरेज 15% से कहीं ज्यादा है।
यह लगातार मिल रही सफलता यह साबित करती है कि रहमानी30 शैक्षिक उत्कृष्टता और करियर डेवलपमेंट के लिए पूरी तरह समर्पित है।
सुन्नत की रोशनी में तिजारत (व्यापार) का महत्व
इस्लाम में तिजारत (व्यापार) को बहुत ऊँचा दर्जा दिया गया है, जैसा कि अल्लाह के रसूल ﷺ की हदीसों में मिलता है।
“अमानतदार और सच्चे व्यापारी का दर्जा क़यामत के दिन नबियों, सिद्दीक़ों और शहीदों के साथ होगा।”
(सुन्नन अल-तिर्मिज़ी 1209, सहीह अल-बुखारी – किताब अल-बयू’ में संदर्भ)
“रिज़्क़ का नौ-हिस्सा (90%) तिजारत में है।”
(सुन्नन अल-बैहक़ी 10486)
यह हदीसें बताती हैं कि व्यापार और वित्तीय प्रबंधन सिर्फ आर्थिक गतिविधियाँ नहीं, बल्कि इस्लाम में बहुत सम्मानजनक पेशे हैं, अगर उन्हें ईमानदारी और सच्चाई से किया जाए।
रहमानी30 के जरिए स्टूडेंट्स CA, CS और CMA की ओर बढ़कर न सिर्फ अपने करियर बना रहे हैं, बल्कि इस्लामी तिजारत की सुन्नत को फिर से जिंदा कर रहे हैं। यह प्रोफेशन व्यापार में ईमानदारी, पारदर्शिता और आर्थिक स्थिरता लाने में मदद करते हैं, जो इस्लामी उसूलों के बिलकुल अनुकूल हैं।
हज़रत मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी साहब की अपील: समर्थन जारी रखें और इस मिशन को आगे बढ़ाएँ
यह सफलता उन तमाम शुभचिंतकों, मेंटर्स और संस्थानों के सहयोग का नतीजा है, जिन्होंने इस विज़न पर भरोसा किया। जैसे-जैसे रहमानी30 अपना प्रभाव बढ़ा रहा है, हमें छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप), मेंटरशिप और संस्थागत सहयोग को जारी रखने की ज़रूरत है, ताकि आने वाली पीढ़ी को और बेहतर मौके दिए जा सकें।
हज़रत मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी साहब फरमाते हैं:
“यह सफलता हज़रत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी साहब (रहमतुल्लाह अलैह) की दूरदर्शी क़यादत को समर्पित है, जिनकी शिक्षा और समाज को आगे बढ़ाने की कोशिशें हमें आज भी प्रेरित करती हैं। अल्लाह तआला उन्हें जन्नत के सबसे ऊँचे मुक़ाम अता फरमाए। आमीन “
हम दिल से शुक्रिया अदा करते हैं उन सभी लोगों का जिन्होंने इस सफर में हमारा साथ दिया और नए साझेदारों (stakeholders) को आमंत्रित करते हैं कि वे हमारे साथ मिलकर कॉमर्स एजुकेशन के जरिए एक आत्मनिर्भर और रोशन भविष्य बनाने में योगदान दें।
