शोकाकुल समाचार –  किरारी ज़िला कांग्रेस कमेटी के महा सचिव प्रेम सोलंकी की आकस्मिक मौत से परिवार सहिंता ज़िला कांग्रेस में शोक की लहर।। 

शोकाकुल समाचार -  किरारी ज़िला कांग्रेस कमेटी के महा सचिव प्रेम सोलंकी की आकस्मिक मौत से परिवार सहिंता ज़िला कांग्रेस के आम कार्यकर्ता स्तभ हैं। 

शोकाकुल समाचार –  किरारी ज़िला कांग्रेस कमेटी के महा सचिव प्रेम सोलंकी की आकस्मिक मौत से परिवार सहिंता ज़िला कांग्रेस के आम कार्यकर्ता स्तभ हैं। 

शोकाकुल समाचार –  किरारी ज़िला कांग्रेस कमेटी के महा सचिव प्रेम सोलंकी की आकस्मिक मौत से परिवार सहिंता ज़िला कांग्रेस के आम कार्यकर्ता स्तभ हैं। 

एस. ज़ेड. मलिक (पत्रकार)

 

नई दिल्ली –  शोकाकुल समाचार –  किरारी ज़िला कांग्रेस कमेटी के महा-सचिव प्रेम सोलंकी की आकस्मिक मौत से परिवार सहिंता ज़िला कांग्रेस के आम कार्यकर्ता स्तभ हैं। 

ज्ञात हो पिछले दिनों 23 जुलाई को दिवंगत श्री प्रेम सोलंकी हांगकांग की यात्रा पर निकले थे 25 जुलाई की रात होटल में अचानक उनके सीने में दर्द महसूस हुआ, उन्होंने अपने दोस्तों को बताया, दस्तों ने उन्हें आनन फानन होटल की मदद से उन्हें नज़दीक हास्पिटल में ले गये डाक्टर ने उनकी स्थिति भांपते हुए अभी उनके उपचार की तैयारी ही कर रहे थे कि वह अपने सांसारिक यात्रा को अचानक छोड़ उनकी आत्मा ने उनके शरीर त्याग कर परलोक यात्रा को सिधार गई, ईशर दिवंगत के आत्मा को शांति एवं उनके परिवार को संतावना प्रदान करे, ॐ शांति ॐ ! 

उनके पार्थिक शरीर को तमाम सरकारी प्रक्रिया पूरा करते हुए उनके अंतिम समय के मित्रों के सहयोग से 28 जुलाई को उनके पार्थिक शरीर को भारत की राजधानी दिल्ली स्थिति उनके पैतृक गांव पूठ कलां लाया गया। उनके परिवार श्याम नाथ वंशजों में हाहाकार मच गया। जिले में यह खबर आग की तरह फैलते ही ज़िला के कांग्रेसियों का हुजूम लग गया। स्वर्गीय प्रेम सोलंकी जे आकस्मिक निधन से  ज़िला कांग्रेस में भी शोक की लहर दौड़ गयी, ज़िला के हर कोई उनके सामाजिक कार्यों को सराहते हुए अफसोस कर रहा था। देखते देखते भीड़ इकट्ठी हो गई, स्वर्गीय प्रेम सोलंकी के छोटे भाई वरिष्ठ समाज सेवी अशोक कुमार सोलंकी उस समय हरद्वार में थे उन्हें सूचना मिलते ही वह भी उपस्थित हुए, वह भाई की आकस्मिक मौत से वह काफी टूट गये, बड़ा भाई एक बाप जैसा होता है, उन्होंने बताया की मेरा बड़ा भाई मेरे शरीर की एक दुसरीं शक्ति थी, आज मैं अकेला होगा, अशोक कुमार सोलंकी के आंसू धाराप्रवाह बाह रहे थे, लोग उन्हें संतावना दे रहे थे। वह अपने बड़े भाई के अंतिम संस्कार में शामिल हो कर उनके बच्चों सहारा और ढाढस देते रहे। यहां इनके पार्थिक शरीर को स्थानीय पूठ कलां मोक्ष द्वार में ही अंतिम संस्कार  के लिये ले जाया गया जहां, बड़े बेटे ने स्वर्गीय अपने पिता को अंतिम संस्कार की रस्मे पूरा करते हुए मुख्य अग्नि दी। और अपने चाचा ए. के. सोलंकी के साथ हरिद्वार जा कर गंगा में अस्थियां विसर्जित किया। 
 स्वर्गीय श्री प्रेम सोलंकी ने अपने पीछे अपनी पत्नी के अतिरिक्त दो बच्चे एक बेटा एक बेटी छोड़ गये, वह 56 वर्ष के थे। वह कांग्रेस के झुझारू एवं ज़मीन से जुड़े हुये नेता थे।
वरिष्ठ समाज सेवी अशोक कुमार सोलंकी ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि दिवंगत स्वर्गीय श्री प्रेम सोलंकी की आत्म-शांति के लिये 13वीं का रस्म 7 अगस्त 2023 को किया जायेगा, जिसमे क्षेत्र के सभी उनके अपने पराए दोस्त मोहिबों में स्थानिय कांग्रेसी कार्यक्रताओ को आमांत्रित किया गया है।  
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